कुल्लू, (विजयेन्दर शर्मा) असंगठित क्षेत्र में मेहनत-मजदूरी करने वाले करोड़ों श्रमिक हों या रेहड़ी-फड़ी लगाने वाले, छोटा-मोटा काम-धंधा करने वाले हों या घरों में काम करने वाले नौकर। अब ये मेहनतकश लोग भी 60 वर्ष की आयु के बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों की तरह प्रतिमाह 3000 रुपये पैंशन पा सकते हैं। असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले ऐसे करोड़ों लोगों के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान-धन योजना लेकर आई है।
भारतीय जीवन बीमा निगम एलआईसी के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही इस योजना के लिए 18 से 40 वर्ष तक के कामगार या अपना काम करने वाले लोग पंजीकरण करवा सकते हैं। यह पंजीकरण नजदीकी लोकमित्र केंद्र में करवाया जा सकता है। योजना से संबंधित जानकारी के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी), कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) या कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) कार्यालय के अलावा जिला श्रम अधिकारी कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
जिला श्रम अधिकारी डीआर कायस्था ने बताया कि आवेदक की मासिक आय 15000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस योजना के लिए आवेदन और प्रीमियम जमा करने की प्रक्रिया भी बहुत ही सरल रखी गई है। आधार नंबर, बैंक खाता नंबर और सहमति प्रपत्र के साथ पंजीकरण के बाद आवेदक उक्त दस्तावेजों को बैंक शाखा में जमा करवाएगा और उसके खाते से प्रतिमाह प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान-धन का प्रीमियम अपने आप ही कटना शुरू हो जाएगा। 18 से 40 वर्ष तक की आयु के कामगारों के लिए यह मासिक प्रीमियम बहुत ही कम रखा गया है। कामगार का जितना प्रीमियम कटेगा, केंद्र सरकार उतना ही प्रीमियम खुद डालेगी।
यदि कोई व्यक्ति 18 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान-धन योजना में पंजीकरण करवाता है तो उसके बैंक खाते से हर माह केवल 55 रुपये प्रीमियम कटेगा और केंद्र सरकार भी हर महीने 55 रुपये अपनी तरफ से देगी। आवेदक की उम्र के अनुसार ही प्रीमियम तय किया गया है। 20 वर्ष की आयु वालों को 61 रुपये, 22 वर्ष वालों को 64 रुपये और 25 वर्ष वालों को 80 रुपये प्रीमियम देना होगा। अगर कोई व्यक्ति 29 वर्ष की आयु में पंजीकरण करवाता है तो उसे 100 रुपये प्रीमियम अदा करना होगा और केंद्र सरकार भी 100 रुपये जमा करवाएगी। इसी तरह यदि 40 वर्ष की उम्र में कोई व्यक्ति इस योजना में शामिल होता है तो उसके बैंक खाते सेे प्रीमियम के रूप में 200 रुपये कटेंगे और केंद्र सरकार भी 200 रुपये डालेगी। जिला श्रम अधिकारी ने बताया कि कुल्लू जिला में भी प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान-धन योजना के लिए पंजीकरण शुरू किया जा चुका है। उन्होंने पात्र लोगों से इस योजना का लाभ उठाने की अपील की है।
गौरतलब है कि इस समय देश भर में असंगठित क्षेत्र 42 करोड़ से अधिक लोग काम करते हैं। इनमें से लगभग 25 करोड़ कामगार 18 से 40 वर्ष तक के आयु वर्ग के हैं। इन करोड़ों कामगारों या अपना धंधा करने वाले लोगों के लिए प्रधानमंत्री श्रमयोगी मान-धन एक वरदान साबित हो सकती है। यह योजना बुढ़ापे में उनके लिए सचमुच एक मजबूत सहारा बनेगी।