चण्डीगढ़, सुनीता शास्त्री:
कॉलोनी नंबर 4 स्थित सरकारी हाई स्कूल के सामने कांग्रेस के स्थानीय महासचिव शशिशंकर तिवारी, पारसनाथ यादव, संजय कुमार, राज बहादुर, ओमलाल, अरविंद सिँह, प्रेम कुमार, आर.पी शुक्ला, गुरुदेव यादव, सौरु यादव, बलबीर सिंह की अगुआई में स्कूल के बच्चों एवं इनके अभिभावकों ने आज भाजपा शासित चण्डीगढ़ प्रशासन के खिलाफ म कर नारेबाज़ी की।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कॉलोनी का पुनर्वास होना अच्छी बात है लेकिन बगैर मूलभूत सुविधाओं के पुनर्वास करना तानाशाही है। अभी जब मलोया में स्कूल तैयार ही नही है तो कॉलोनी के बच्चे कहाँ पढेंगे।
कॉलोनी के तकरीबन 5000 से भी ज़्यादा बच्चे हैं जो कॉलोनी के ही सरकारी स्कूल में एवं सेक्टर 29, 28, 30, 46 मेंं स्थित सरकारी स्कूलो मेंं एवं प्राइवेट स्कूलों मेंं पढ़ रहे है।
मलोया में जो स्कूल बने है वह अभी पूरी तरह तैयार नही हैं और प्रशासन कह रहा है कि झुग्गी को मात्र 3 दिन में खाली करके मलोया शिफ्ट हो जाओ, अन्यथा अलॉटमेंट केन्सिल कर दिया जाएगा। तिवारी ने कहा कि यह तुगलकी फरमान कॉलोनी नंबर 4 के निवासियों को बिल्कुल मंजूर नही है।
उन्होंने ने चंडीगढ़ के प्रशासक बी.पी सिंह बदनौर और एडवाईज़र मनोज परीदा से मांग की कि खुद मौक़े का दौरा करे और वहाँ के हालातों का जायज़ा ले। हज़ारों बच्चों कें भविष्य कें साथ खिलवाड़ न किया जाए और यह जो चंडीगढ़ प्रशासन क़ा आदेश है कि 3 दिन में कॉलोनी को खाली कर दे वह वापिस लिया जाए व साथ ही इस कॉलोनी को मार्च 2020 तक ना तोड़ा जाए ताकि जो भी बच्चे यहाँ आस पास पढ़ रहे हैं वह भी अपना पूरा साल निकाल कर अन्य स्कूल में शिफ़्ट हो सके।
तिवारी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा सांसद व भाजपा के लोकल नेताओ ने वादा किया था कि कॉलोनीवासियों के साथ धक्का शाही नही होने दी जाए गी। अब किसी मुद्दे पर ना तो भाजपा सांसद, न ही कोई भाजपा का नेता बोल रहा है। कॉलोनीवासी दर-दर की ठोकरें खा रहे है।