बेंगलुरु, फेस2न्यूज:
कर्नाटक की राजधानी आईटी हब के रूप में जानी जाने वाली तथा आमतौर पर शांत माने जाने वाले शहर बेंगलुरु में मंगलवार रात को हुए दंगों अब कर्नाटक सरकार दंगाइयों के खिलाफ ऐक्शन मोड पर आ गई है। गृह मंत्री बीएस बोम्मई की घोषणा है कि दंगाइयों से उन्हीं की प्रॉपर्टी बेचकर नुकसान की भरपाई की जाएगी, ठीक वैसे ही जैसे सीएए हिंसा के बवालियों से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वसूली की थी।
इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है। भाजपा महासचिव बीएल संतोष ने कहा- कांग्रेस के अपने और दलित विधायक के घर हमला हुआ। लेकिन, कांग्रेस चुप है। क्या वो तुष्टिकरण कर रही है। या कुछ लोगों को दंगों का अधिकार देने का समर्थन कर रही है। भाजपा की स्थानीय सांसद शोभा करंदलजे मूर्ति के घर गईं। बाद में कहा- ये पीएफआई और एसडीपीआई की साजिश है। सिर्फ हिंदुओं के घरों को निशाना बनाया गया।
बेंगलुरु में मंगलवार रात कुछ लोगों ने दंगा फैलाते हुए दंगे में दर्जनों गाड़ियों को आग लगाई गई और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ है। महज एक फेसबुक पोस्ट पर शुरू हुआ बवाल इस हद तक पहुंच गया कि लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग जख्मी हो गए। लोगों को आगजनी, पथराव और पुलिस पर हमले के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दंगे में 3 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग जख्मी हुए थे। दंगा के पीछे का कारण फेसबुक पर एक कथित पोस्ट को बताया जा रहा है जिसके बाद हिंसा भड़की। घायलों में 50 से उपर पुलिसकर्मी शामिल हैं। कांग्रेस के विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर हमला हुआ। उस वक्त परिवार घर पर नहीं था। गाड़ियां जला दी गईं और सभी कीमती सामान लूट लिया गया। कर्नाटक सरकार के रेवेन्यू मिनिस्टर आर अशोक ने विधानसभा में मूर्ति से मुलाकात के बाद कहा कि हमलावर चाहे जो भी हों, चाहे जहां छिपे हों। हम उन्हें खोज निकालेंगे। अशोक का आरोप है कि दंगाई कांग्रेस विधायक की हत्या करना चाहते थे। फेसबुक पर पोस्ट डालने वाला कांग्रेसी विधायक का भतीजा बताया गया है। जिसमें किसी समुदाय के बारे में कुछ लिखा गया।
उन्होंने कहा कि इस मामले से बहुत सख्ती से निपटा जाएगा। यह तय करेंगे कि आगे इस तरह की घटनाएं न हों। जिस तरह से दंगा भड़का, उससे साफ हो जाता है कि इसके लिए गहरी साजिश रची गई थी। दंगाई शहर के दूसरे हिस्सों में आग फैलाना चाहते थे। जिस तरह से मूर्ति के घर तोड़फोड़ और लूटपाट हुई, उससे साफ हो जाता है कि हमलावर मूर्ति को मारने के इरादे से आए थे। हम ये पता लगा रहे हैं कि साजिश रचने वाले लोग राज्य के हैं या बाहर के। उन्हें ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि भविष्य में लोग कानून को हाथ में लेने की हिम्मत नहीं करेंगे। हमें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि हिंसा में पॉप्युलर फ्रंट का हाथ है या एसडीपीआई का। जो गुनाहगार है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
दूसरी ओर कांग्रेस विधायक मूर्ति ने सरकार से सुरक्षा मांगी है। उन्होंने कहा कि तीन हजार लोगों ने मेरे घर पेट्रोल बम और घातक हथियारों से हमला किया। मैं 25 साल से इस मुस्लिम बहुल इलाके में रह रहा हूं। इस तरह की घटना पहली बार हुई।कथित फेसबुक पोस्ट का आरोपी नवीन के बारे में विधायक ने कहा- 10 साल से हमारा उससे कोई संबंध नहीं है।