चंडीगढ, फेस2न्यूज ब्यूरो:
छठ पूजा चंडीगढ़ सेक्टर-42 की लेक पर मनाया गया। छठ पूजा करने वालों की ओर से शुक्रवार को डूबते सूर्य की पूजा अर्चना की गई। लेक पर लोगों की भीड़ को कम करने के लिए पहले कहा गया था कि छठ पूजा करने वाले को ही लेक पर इंट्री मिलेगी, लेकिन किसी को रोका नहीं गया। इस कारण पूजा के दौरान लेक के घाट पर काफी संख्या में लोग जुट गए।
छठ पूजा करने आने वाली महिलाओं से जब यह पूछा गया कि कोरोना के कारण मास्क लगाने के कारण कोई मुश्किल तो नहीं हुई तो इस पर छठ व्रत करने वाली महिलाओं ने कहा कि मास्क लगाने से कोई परेशानी नहीं हुई।
लेक पर पूजा को लेकर लोग शाम को ही पहुंचने लगे और पूजा के लिए लेक के पानी में उतरे। लेक के पानी में ही खड़े होकर पूजा अर्चना की गई। शनिवार सुबह उगते सूर्य की पूजा लेक पर आकर की गई। उसके बाद छठ पूजा करने वाले व्रतधारी अन्न ग्रहण करेंगे।
सेक्टर 42 की न्यू लेक पर बड़ी संख्या में व्रती पहुंचे। लेकिन प्रशासन ने 100 से ज्यादा लोगों को अनुमति नहीं दी थी। दोपहर ढाई बजे से ही लेक की तरफ व्रतियों का आना शुरू हो गया था। जब पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोका तो व्रतियों का सब्र टूट गया और उन्होंने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की। दरअसल इस साल कोरोना के कारण प्रशासन ने छठ व्रत पर इकट्ठे होने वाले लोगों की संख्या निश्चित की हुई थी। सेक्टर 42 में न्यू लेक तक न जाने देने पर व्रतियों ने हंगामा कर दिया। पुलिस ने वहां पर बैरिकेड लगाए हुए थे लेकिन लोगों ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने न्यू लेक के सेक्टर 42 की मार्केट की ओर से आने वाले व्रतियों के लिए बैरिकेड हटा दिए। वहीं इस बार कोरोना का असर छठ पूजा पर भी दिखा। पहले छठ पूजा पर सरोवरों के किनारे पैर रखने की जगह नहीं मिलती थी लेकिन शुक्रवार को ढलते सूरज को अर्घ्य देने के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या में इस बार कमी देखी गई।