पहले कोरोना संक्रमण से बचाई जिंदगियां, पुलिस ने अब धुंध के कारण होते सडक़ हादसों से बचाना शुरु की जिंदगियां
बरनाला, अखिलेश बंसल
आसमान से बरस रहे कोहरे व घनी धुंध से राहजाते लोगों व वाहनों को सडक़ दुर्घटनाओं से बचाने के लिए जिला की पुलिस ने पंजाब पुलिस के निदेशक दिनकर गुप्ता के दिशा-निर्देश एवं जिला पुलिस मुखी संदीप गोयल के नेतृत्व में एक और अनूठी पहल शुरु कर खुद विभिन्न चौंकों पर खड़े होकर लोगों को रिफलेक्टरयुक्त जैकेटें बांटनी शुरु की है। जिसकी जिम्मेदारी निभाते हुए पूरे जिला के थाना प्रभारी जरूरी काम-काज के चलते गांवों से शहर एवं शहर से गांवों को आते-जाते दोपहिया व तीन पहिया वाहनों के चालकों को रिफलेक्टरयुक्त जैकेटें बांट रहे हैं। इसके अलावा वाहनों के चारों तरफ रेडियम से बने रिफलेक्टर भी लगाना शुरु कर दिए हैं। पुलिस को उम्मीद है कि पिछले वर्षों में सडक़ हादसों का जो ग्राफ था इस बार भारी गिरावट होगी।
पिछले वर्षों में हुए खौफनाक हादसे:
यदि गत वर्षों के दौरान धुंध के कारण हुए सडक़ हादसों का ग्राफ खंगालकर देखा जाए तो भय लगता है। हजारों वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी है। वाहनों की सीधी भिडंत के कारण सैंकड़ों के केस अदालतों में चल रहे हैं। गौरतलब हो कि दूध/राशन सहित जरूरी सामान व जरूरी काम-काज के चलते हजारों लोग दोपहिया व तीन पहिया वाहनों पर सवार होकर रोजाना गांवों से शहर एवं शहर से गांवों को आते-जाते हैं एवं सामान की ढोआई करते हैं। उन्हें सडक़ हादसों से बचाने के लिए भले ही समाजसेवी संस्थाएं अपने ढंग से प्रयासरत रहती हैं लेकिन जिला पुलिस ने अभियान को शिखर तक पहुंचाने के लिए रिफलेक्टरयुक्त जैकेटें बांटने की एक तरह से आक्रामिक कार्रवाई की है।
मामले दर्ज करने से बेहतर है जिन्दगी बचाना : डीजीपी
जब भी कहीं कोई सडक़ दुर्घटना होती है, वहां पुलिस को मामला दर्ज करना पड़ता है। जिसके कारण पुलिस थानों में सडक़ हादसों की फाईलों के अंबार लग रहे हैं।
पुलिस थानों का बोझ घटाने के लिए बेहतर है कि कीमती जिंदगीयां ही बचा ली जाएं। इस उद्देश्य को लेकर पंजाब पुलिस के निदेशक दिनकर गुप्ता ने विभिन्न जिला पुलिस मुखियों को दिशा-निर्देश दिए हैं।
कोरोना से बचाने के लिए पुलिस की भूमिका रही अहम
इससे पहले जिला पुलिस ने लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए फं्रट लाइन पर खड़े होकर जहां ड्यूटी निभाई, वहीं लोगों को मास्क, सैनेटाईजर, साबुन की किटें वितरित की।
इसके अलावा स्लम बस्तियों में पहुंच जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क राशन की किटें तक वितरित की गई। मास्क बना कर नि:शुल्क रूप से वित्रित करने वाले समाजसेवी महिलाओं को प्रोत्साहित भी किया।
सडक़ हादसों का गिरेगा ग्राफ: एसएसपी
जिला पुलिस मुखी संदीप गोयल पीसीएस का कहना है कि पहले पड़ाव में एक हजार रिफलेक्टर जैकेटें व किटें बांटी जा रही हैं। जिसका कार्यभार एसपी-एच हरबंत कौर एवं डीएसपी लखवीर सिंह टिवाना को सौंपा गया है। यह जैकेटें दो-तीन पहिया वाहन चालकों को दी जा रही हैं जो कि सुबह-सायं दूध वितरण, ऑटो-रिक्शा चालक, मजदूरी का काम करते हैं, जिसके लिए इधर से उधर आते व जाते हैं। इस अभियान से सडक़ हादसों का ग्राफ नि:संदेह गिरेगा। कोरोना महामारी का असर अभी भी है जिसके लिए लोगों को मास्क/सैनेटाईजर/सामाजिक दूरी रखने के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है।