विशाखापट्टनम, फेस2न्यूज:
सीबीआई ने शिकायतकर्ता से 32,000 रुपए की रिश्वत की माँग करने एवं स्वीकार करने के दौरान सैन्य अभियन्ता सेवा, विशाखापट्टनम के कनिष्ठ अभियन्ता को गिरफ़्तार किया।
कनिष्ठ अभियन्ता, सैन्य अभियन्ता सेवा(एन डी), विशाखापट्टनम के विरुद्ध एक मामला दर्ज हुआ जिसमें आरोप है कि शिकायतकर्ता को रुपए 20,92,470/ -(लगभग) धनराशि के कुछ कार्यो सहित ठेका आवंटित हुआ तथा उन्होंने उक्त कार्य पूर्ण करवाया। ऐसा भी आरोप लगाया गया है कि शिकायतकर्ता ने प्रथम बिल के एवज़ में 6 लाख रुपए प्राप्त किया एवं शेष बिलों को ए जी ई , बी/आर-।। एम ई एस , विशाखापट्टनम के कार्यालय में जमा किया। लंबित बिलों के बारे में जानकारी के लिए शिकायतकर्ता, कनिष्ठ अभियन्ता, जिसकी निगरानी में शिकायतकर्ता ने 4 लाख रुपए का कार्य करवाया था,से मिला।कनिष्ठ अभियन्ता ने कथित रूप से बिलों को प्रमाणित करने के लिए 32,000 रुपए की माँग की और शिकायतकर्ता को यह धनराशि अपने कार्यालय में देने को कहा। यह भी आरोप लगाया गया है कि आरोपी ने शिकायतकर्ता को बताया कि यदि वह भुगतान करने में असफल रहा तो प्रतिकूल पर्यवेक्षण भेज कर उसके शेष धनराशि के बिलों पर अदायगी रुकवा देगा। सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी को शिकायतकर्ता से 32,000 रुपए की रिश्वत की माँग करने एवं स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ पकड़ा।
विशाखापट्टनम और कोविलपट्टी(तमिलनाडु) स्थित आरोपी के कार्यालयी एवं आवासीय परिसरों में तलाशी ली गई जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
गिरफ़्तार आरोपी को विशाखापट्टनम की सक्षम अदालत के समक्ष पेश किया तथा 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया।