धर्मशाला, (विजयेन्दर शर्मा) मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कांग्रेस को नेताविहीन कह रहे हैं और कांग्रेस में नेतृत्व की तलाश में परेशान हैं। कांग्रेस पार्टी में एक से बढ़ कर एक दूरदर्शी, अनुभवी नेता मौजूद है। बर्तमान में प्रदेश कांग्रेस को कुलदीप सिंह राठौर का कुशल एवम प्रखर नेतृत्व प्राप्त है। छः बार के मुख्यमंत्री एवम आधुनिक हिमाचल के निर्माता वीरभद्र सिंह के मार्गदर्शन में कांग्रेस मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है लेकिन मुख्यमंत्री आखिर कांग्रेस के लिए इतने चिंतित क्यों हैं?
यह सवाल प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दीपक शर्मा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा दिए गए ब्यान पर पलटवार करते हुए किया। उन्होंने कहा कि नेतृत्वविहीन तो भाजपा है। अगर भाजपा बर्तमान अनुभवहीन, दिशाहीन,अदूरदर्शी, निकम्मी सरकार के नेतृत्व को सबसे बढ़िया मानती है तो ऐसा नेतृत्व भाजपा को मुबारक। जिस सरकार के नेतृत्व ने प्रदेश को गर्त में धकेल दिया। जिस सरकार ने करोना संकटकाल में भी भ्र्ष्टाचार करके पूरे देश में हिमाचल का सर झुका दिया,जिस नेतृत्व ने करोना संकटकाल में प्रदेश वासियों को अपने हाल पर छोड़ दिया,जिस नेतृत्व ने प्रदेश को सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी और आर्थिक तौर पर लगभग 60 हज़ार करोड़ के कर्ज में डुबो दिया है, ऐसा निकम्मा नेतृत्व भाजपा को ही मुबारक। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस को बदनाम करने का भाजपा षड्यन्त्र रचती रहती है। इसी षड्यंत्र के तहत भाजपा ने खुद ही बिना किसी के हस्ताक्षर के एक झूठा पत्र कांग्रेस के नाम का जारी किया जिसमें 12 करोड़ का ज़िक्र है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया।यह झूठा पत्र भाजपा ने ही कांग्रेस को बदनाम करने के लिए जारी किया है।कांग्रेस प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री इस पत्र में अगर प्रदेश अध्यक्ष के हस्ताक्षर हैं तो बताएं वरना प्रदेश की जनता से मुआफी मांगें।दीपक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस को कोसने की जगह प्रदेश में मुंह फैलाये खड़ी जनसमस्याओं के प्रति ध्यान दें।कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह झूठी, मनघडंत बातें करना शोभा नहीं देता।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बढ़ती महंगाई,पेट्रोल-डीजल के दामों और रसोई गैस के बढ़ते दामों बारे अपना दृष्टिकोण दें।इन सब जनसमस्याओं बारे मुख्यमंत्री कन्नी काट रहे हैं और ऊलजलूल बातें करके जनता का ध्यान बांटने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं।