धर्मशाला, (विजयेन्दर शर्मा) प्रदेश कांग्रेस के महासचिव महेश्वर चौहान ने कहा कि हिमाचल सरकार तुरंत प्रदेश में हाल ही में भारी ओलावृष्टि और बेमौसमी बर्फ़बारी से सेब की फसल और बगीचों के नुक़सान का आँकलन करे और बागवानों को उचित मुआवज़ा प्रदान करे।उन्होंने कहा इस बर्फ़बारी/ओलावृष्टि का हमला किसी प्राकृतिक त्रासदी से कम नहीं प्रदेश के बाग़वान जो की हिमाचल के आर्थिकी का मज़बूत आधार है। इस त्रासदी स्थिति ने उनकी कमर तोड़ दी है और वो आज अपने आपको असहाय महसूस कर रहे है। देश के बड़े किसान नेताओं और क़िसान संगठनों ने प्रदेश के बागवानो के हालात पर चिंता जताई है परन्तु प्रदेश में सत्तासीन भाजपा सरकार के सिर पे जूँ नहीं रेंग रही।
महेश्वर चौहान ने कहा की सरकार तुरंत इस नुक़सान के आँकलन के लिय टीमें गठित करे और वानिकी एवं बाग़वानी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ इन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके इस नुक़सान की भरपाई के लिय कोई नीतिगत योजना/सुझाव दे ताकि बागवानो को कुछ राहत पहुँचे। उन्होंने कहा कि सरकार फसल बीमा योजना KCC धारकों से काटी गयी किश्तों की समीक्षा करे और बीमा कंपनियों और बैंकों से चर्चा करके सुनिशचित करे की बाग़वानों को इस नुक़सान का मुआवज़ा मिले।महेश्वर चौहान ने कहा कि सरकार को ग़ौर करना चाहिए की जहां पर” ऐंटी-हेल -नेट”उपयोगकर्ता है वहाँ पर इस त्रासदी में ज़्यादा नुक़सान हुआ है। इसलिय ये अतिआवश्यक है कि इसकी गुणवत्ता और उपयोगिता पर भी ध्यान दिया जाय और नीतिगत योजना के निर्धारण की नितांत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का बाग़वानी क्षेत्र बहुत बुरे दौर से गुज़र रहा है इसे आर्थिक मदद से मज़बूत करने की ज़रूरत है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सरकार से ये माँग करती है की इस विषम स्थिति को देखते हुय सरकार मंडी मध्यस्थता योजना के अन्तर्गत HPMC द्वारा की गयी सेब की ख़रीद का लंबित भुगतान तुरंत प्रभाव से ज़ारी करे।