चंडीगढ़ (सुभाष जिंदल)
रोइंग में सैमीफाइनल में पहुंचनी वाली खुशप्रीत पहली महिला खिलाड़ी बन गई है। चंडीगढ़ के रोइंग कोच दीपक सिंह इसके बधाई के पात्र हैं जिनकी पैनी नजर ने खुशप्रीत को चुना और शुरुआती रोइंग की ट्रेनिंग चंडीगढ़ में दी। खुशप्रीत ने पंजाब यूनिवर्सिटी की तरफ से इंटर कॉलेज चैंपियनशिप में पार्टिसिपेट किया।
चंडीगढ़ के सेक्रेटरी राजीव शर्मा ने बताया कि चंडीगढ़ की तरफ से पहले भी मनजीत सिंह ओलंपिक में दो बार पार्टिसिपेट कर चुके हैं और यह शहर के लिए गर्व की बात है कि चंडीगढ़ से एक और लड़की ने टोक्यो क्वालिफिकेशन रिकॉर्डर में भाग लिया सिर्फ 4 महीने की ट्रेनिंग में लॉकडाउन की वजह से जो कभी यहां पर एक इंटरनेशनल कोर्स था, वह भी बर्बाद हो गया और उसकी तरफ प्रशासन का कभी ठीक करने के लिए ध्यान ही नहीं गया।
शहर ने एशिया नेशनल लेवल और ओलंपिक लेवल के कितने ही रोइंग के खिल़ाड़ी तैयार किए हैं, इसके बावजूद भी रोइंग के साथ सौतेला व्यवहार होता है ना तो लेक क्लब में रोइंग की कोई नई बोट्स आई है और न ही प्रॉपर रोइंग कोर्स है। आज भी चंडीगढ़ रोइंग एसोसिएशन की कई लड़कियां सीआरपीएफ में डीएसपी के पद पर तैनात हैं और कई रोइंग के प्लेयर्स पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर और आर्मी में ऑफिसर बनकर चंडीगढ़ रोइंग एसोसिएशन और चंडीगढ़ का नाम ऊंचा कर रहे हैं।
राजीव शर्मा ने कहा, अन्य खेलों को ज्यादा तवज्जो दी जाती है जबकि सबसे ज्यादा चंडीगढ़ रोइंग के खिलाड़ी चंडीगढ़ का नाम रोशन कर रहे हैं।