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हिमाचल प्रदेश

हिमाचल भाजपा के वरिष्ठ नेता जुब्बल कोटखाई से विधायक नरेन्द्र बरागटा का निधन

June 05, 2021 03:49 PM

शिमला/चंडीगढ़ (विजयेन्दर शर्मा)

हिमाचल भाजपा के वरिष्ठ नेता जुब्बल कोटखाई से विधायक नरेन्द्र बरागटा का शनिवार सुबह पीजीआई चण्डीगढ़ में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे तथा कुछ समय से बीमार थे।

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता, जुब्बल कोटखाई से विधायक, पूर्व मंत्री, पार्टी के मुख्य सचेतक नरेन्द्र बरागटा के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होनें कहा कि हमने सरकार और पार्टी दोनों जगह साथ काम किया। बरागटा जी का पूरा समय प्रदेश के विकास और संगठन को मजबूत देने के लिए समर्पित था।

पूर्व मुख्यमंत्री प्रो0 प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार, केन्द्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, डाॅ0 राजीव बिन्दल, प्रदेश महामंत्री संगठन पवन राणा, सांसद किशन कपूर, इंदू गोस्वामी, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा, कृपाल परमार, राम सिंह, पुरषोतम गुलेरिया, संजीव कटवाल, रतन सिंह पाल, कमलेश कुमारी, धनेश्वरी ठाकुर, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, त्रिलोक कपूर, राकेश जम्वाल, प्रदेश सचिव पायल वैद्य, बिहारी लाल शर्मा, विशाल चैहान, कुसुम सदरेट, सीमा ठाकुर, वीरेन्द्र चैधरी, जय सिंह, श्रेष्ठा चैधरी, कोषाध्यक्ष संजय सूद, कार्यालय सचिव प्यार सिंह, मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा, प्रवक्ता बलदेव तोमर, प्रो0 राम कुमार, अजय राणा, विनोद ठाकुर, शशि दत शर्मा, उमेश दत शर्मा, मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा, सह मीडिया प्रभारी नरेन्द्र अत्री, करण नंदा, सुमित शर्मा, अमित सूद, रजत ठाकुर, पूर्व सांसद वीरेन्द्र कश्यप, बिमला कश्यप सहित सभी मंत्रीगण, विधायकगण, पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर सहित समस्त भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री एवं मुख्य सचेतक नरेन्द्र बरागटा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। 

सुरेश कश्यप ने बताया कि उन्होनें राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की ओर से नरेन्द्र बरागटा के पार्थिव शरीर पर हिमाचल भवन चंडीगढ़ में श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक डाॅ0 राजीव बिन्दल, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन राणा, विधायक परमजीत पम्मी भी उपस्थित रहे।

नरेन्द्र बरागटा ने संगठन में विभिन्न दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। वे 1978 से 1982 तक युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। 1993-98 तक किसान मोर्चा में रहे, 1983-87 तक जिला शिमला के महामंत्री रहे, 1993-2018 तक प्रदेश भाजपा में विभिन्न दायित्वों पर रहे तथा 1994-96 तक राष्ट्रीय किसान मोर्चा में सचिव के पद पर रहे। सुरेश कश्यप ने कहा कि नरेन्द्र बरागटा के निधन से न केवल पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है बल्कि व्यक्तिगत तौर पर भी एक मित्र को खोने की टीस सदा मन में रहेगी।  राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने प्रदेश सरकार में मुख्य सचेतक, जुब्बल-कोटखाई के विधायक तथा पूर्व मंत्री नरेन्द्र बरागटा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।

 

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज नरेन्द्र बरागटा के पार्थिव शरीर को भाजपा मुख्यालय दीपकमल में लाया गया जहां नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनके अंतिम दर्शन किए और अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि नरेन्द्र बरागटा सरल व्यक्तित्व, मिलनसार एवं पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ता थे। उनके निधन से समस्त भाजपा परिवार सदमे में है। नरेन्द्र बरागटा ने लम्बे समय तक पार्टी की निस्वार्थ सेवा की है और वे पहली बार वर्ष 1998 में शिमला विधान सभा क्षेत्र से विधायक बने तथा 1998 से 2002 तक बागवानी मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे। इसके बाद वर्ष 2007 में जुब्बल कोटखाई से विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। दिसम्बर 2007 से 2012 तक तकनीकि शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री रहे। वर्ष 2017 में वे तीसरी बार जुब्बल कोटखाई से विधायक बने और वर्तमान सरकार में मुख्य सचेतक का कार्यभार संभाल रहे थे।

सुरेश कश्यप ने कहा कि नरेन्द्र बरागटा ने संगठन में विभिन्न दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। वे 1978 से 1982 तक युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। 1993-98 तक किसान मोर्चा में रहे, 1983-87 तक जिला शिमला के महामंत्री रहे, 1993-2018 तक प्रदेश भाजपा में विभिन्न दायित्वों पर रहे तथा 1994-96 तक राष्ट्रीय किसान मोर्चा में सचिव के पद पर रहे।
सुरेश कश्यप ने कहा कि नरेन्द्र बरागटा के निधन से न केवल पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है बल्कि व्यक्तिगत तौर पर भी एक मित्र को खोने की टीस सदा मन में रहेगी।

नरेन्द्र बरागटा ने संगठन व सरकार के प्रति अपने सभी कर्तव्यों को निष्ठापूर्वक पूरा किया था। ऐसे कर्तव्यनिष्ठ एवं संगठन के प्रति समर्पित कार्यकर्ता के असामयिक निधन से पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है जिसकी भरपाई निकट भविष्य में कर पाना अति कठिन होगा। उन्होंने नरेन्द्र बरागटा के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि इस कठिन एवं दुख की घड़ी में पार्टी उनके साथ खड़ी है।

भाजपा नेताओं ने दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे व परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने नरेन्द्र बरागटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के लोग विशेषकर जिला शिमला के लोग नरेन्द्र बरागटा द्वारा बागवानी, तकनीकी शिक्षा इत्यादि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किए गए योगदान को सदैव याद रखेंगे। नरेन्द्र बरागटा ने सदैव जुब्बल-कोटखाई के लोगों तथा बागवानों के हितों का ध्यान रखा तथा क्षेत्र के विकास को नई दिशा दी। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र बरागटा के रूप में उन्होंने अपने परम मित्र को खोया है जिन्होंने अपने अनुभव से पार्टी को मजबूत किया। नरेन्द्र बरागटा ने सदैव लोगों की मांगों तथा उनके कल्याण के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र बरागटा का निधन अपूर्णीय क्षति है।

मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति तथा शोकसंतप्त परिवार के सदस्यों को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।

जय राम ठाकुर ने चण्डीगढ़ में नरेन्द्र बरागटा की पार्थिव देह पर माल्यार्पण किया तथा प्रदेश और भारतीय जनता पार्टी के विकास के लिए उनके योगदान को स्मरण किया। हिमाचल प्रदेश मंत्रिमण्डल के सभी सदस्यों ने भी नरेन्द्र बरागटा के निधन पर शोक व्यक्त किया।

इस अवसर पर चण्डीगढ़ में भाजपा के राज्य अध्यक्ष सुरेश कश्यप, भाजपा के हिमाचल प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह-प्रभारी संजय टण्डन, भाजपा के संगठन सचिव पवन राणा, विधायक डाॅ. राजीव बिन्दल और परमजीत सिंह पम्मी, जल प्रबन्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष दर्शन सिंह सैणी, पूर्व सांसद कृपाल परमार तथा अन्य भाजपा नेताओं ने भी नरेन्द्र बरागटा की पार्थिव देह पर माल्यार्पण किया।

नरेन्द्र बरागटा वर्ष 1998 में शिमला विधानसभा क्षेत्र से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए और प्रदेश में भाजपा नेतृत्व की सरकार में बागवानी राज्य मंत्री बने। वर्ष 2007 में वह पुनः जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए और भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए। नरेन्द्र बरागटा वर्ष 2017 में फिर विधानसभा के लिए चुने गए और मुख्य सचेतक बनाए गए।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने प्रदेश सरकार में मुख्य सचेतक, जुब्बल-कोटखाई के विधायक तथा पूर्व मंत्री नरेन्द्र बरागटा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।

अपने शोक संदेश में राज्यपाल ने कहा कि श्री बरागटा एक स्वच्छ छवि के मेहनती व हिमाचल के प्रति समर्पित नेता थे। उन्होंने राज्य में बागवानी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। प्रदेश में विशेषकर जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा।

उन्होंने परमपिता परमेश्वर से दिवंगत आत्मा को शान्ति और शोक संतप्त परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।

 
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