चंडीगढ़, फेस2न्यूज:
चार दिवसीय 'एक हाथ आशा का', नि:शुल्क कृत्रिम हाथ शिविर, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) में संपन्न हुआ। शिविर में कुल 1532 लाभार्थियों को कृत्रिम हाथ लगाए गये। समापन समारोह में सीयू के चांसलर के पीआरओ प्रोफेसर आरएस बावा मुख्य अतिथि थे।
रोटरी क्लब चंडीगढ़ सेंट्रल द्वारा रोटरी क्लब ऑफ पूना डाउनटाउन के सहयोग से इस नि:शुल्क एलएन4 हाथ वितरण एवं प्रशिक्षण शिविर "एक हाथ आशा का" का आयोजन किया गया था।
आशीष मिढा, प्रेसीडेंट, रोटरी क्लब चंडीगढ़ सेंट्रल ने कहा कि वे सीयू के सहयोग के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन के शुक्रगुजार हैं। फरवरी या अप्रैल, 2022 में इसी तरह का एक और शिविर लगाने की योजना बनाई जा रही है। हाथों का निर्माण एलेन मीडोज प्रोस्थेटिक हैंड फाउंडेशन, यूएसए द्वारा किया गया है। शिविर में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार सहित विभिन्न राज्यों के दिव्यांगजनों ने लाभ उठाया।
नि:शुल्क अंग शिविर 10 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों और बुजुर्गों के लिए था, जिन्होंने किसी दुर्घटना में अपना हाथ खो दिया था या इसे अन्यथा काटना पड़ा था। अमेरिका द्वारा निर्मित हाथ, जिनका वजन 400 ग्राम है।
डॉ. आरएस बावा, प्रो, सीयू चांसलर, ने कहा, “यह उत्तरी क्षेत्र में इस तरह का पहला शिविर था। यह हाथ लगवाने वाले लाभार्थी दिन-प्रतिदिन के कार्यों को करने में सक्षम होंगे। प्रोस्थेटिक हाथ पहले ही 80 देशों में लगभग 60,000 लोगों पर फिट किए जा चुके हैं।