नोएडा, फेस2न्यूज:
‘’हौसले बुलंद हो तो शारीरिक विकलांगता भी आड़े नहीं आती। इस बात को यहाँ उपस्थित सभी कलाकारों ने सिद्ध कर के दिखाया है जो अपने जीवन की जंग को प्रभावशाली ढंग से जीने में लगे है’’ इनके टैलेंट को देखें, इनके पॉजिटिविटी को देखें। इन्हें हमें समाज से जोड़ना होगा,वे किसी भी बातों का बुरा नहीं मानते हैं, ऐसा कहना है ललित कला अकादमी के सेक्रेटरी रामकृष्ण वेदाला का। मौका था वर्ल्ड डिसेबिलिटी डे पर आयोजित आर्ट प्रदर्शनी एवं वर्कशॉप की। दिव्यांग कलाकारों को समर्थन और बढ़ावा देने के मकसद से जेआईटीएम स्किल्स और ग्लांसआर्ट द्वारा एकदिवसीय मेगा आर्ट कैंप "हेल्प" का आयोजन डी-87, सेक्टर 2 नोएडा में किया गया। इस कैंप में 20 दिव्यांग कलाकारों ने लाइव पेंटिंग कर अपनी कला कौशल और अपनी प्रतिभा से लोगों का दिल जीत लिया। इस मौके पर जेआईटीएम स्किल्स के निदेशक, प्रोफेसर योगेश कुमार ने कहा कि उनका अहम मकसद है दिव्यांगों के प्रति लोगों के व्यवहार में बदलाव लाना और उनको उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना। दिव्यांगों के उत्थान, उनके स्वास्थ्य व सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के मकसद से यह कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं, ताकि उनकी कुछ सहायता हो सके। ये लोग भगवान के विशेष दूत हैं। ये भगवान के भेजे हुए मैसेंजर है। हम उन्हें कुछ दें, उनसे ज्यादा यह हमे दे रहे है। आज के समय उनके सामने सबसे बड़ी समस्या है नौकरी की। उन्हें कोई भी संगठन नोकरी देने से इंकार कर देता है, क्योंकि वो आम लोगो की तरह बात नहीं समझा पाते हैं। संस्था में कोई उनकी बात को ट्रांसलेट कर के समझने वाला नहीं होता है। सरकार से मेरी मांगे हैं कि साइन लैंग्वेज की पढ़ाई सभी जगह शुरू किया जाना चाहिए। आपको बता दें कि इस आर्ट कैंप में सभी कलाकारों को पारिश्रमिक राशि से भी पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर ग्लांसआर्ट की संस्थापक पारुल मित्तल कहती हैं, हमारा उद्देश्य समाज को यह संदेश देना है कि स्पेशल-एबल्ड की कभी उपेक्षा न करें, उनका समर्थन करें और उनका सम्मान करें। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैं ऐसे पेरेंट्स को भी सैल्यूट करना चाहूंगी जिन्होंने अपने इन बच्चों को बोझ ना समझकर उनके साथ जीवन की इस लड़ाई में उनका हमेशा साथ दिया हैं। यहां आए सभी दिव्यांग आर्टिस्ट को पुरस्कार से भी नवाजा गया। दिव्यांग कलाकारों ने लाइव पेंटिंग के जरिए अपनी कला कौशल का प्रदर्शन किया। जिन दिव्यांग कलाकारों को सम्मानित किया गया उनमें सिमरन ,जीत, विपुल, प्रीति आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।