चंडीगढ़, फेस2न्यूज:
सोशल मीडिया नयी चुनौती के तौर पर उभरने से पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सी.ई.ओ.) डा. एस. करुणा राजू ने सभी जि़ला लोक संपर्क अधिकारियों (डीपीआरओज़) के लिए ’सोसल मीडिया मोनिटरिंग’ विषय पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया जिससे आगामी पंजाब विधान सभा चुनाव-2022 के दौरान जाली खबरों को रोकने और पैड न्यूज की पहचान में उनकी मदद की जा सके।
केंद्रीय यूनिवर्सिटी, बठिंडा के सहायक प्रोफ़ैसर डॉ. रूबल कनौजिया, जोकि गलत सूचनाएँ और झूठी खबरों के खोजकर्ता होने के साथ-साथ सोसल मीडिया विश्लेषक भी हैं, इस वर्कशॉप के मुख्य प्रवक्ता थे।
सी.ई.ओ डा. राजू ने मीटिंग की शुरूआत करते हुये डी.पी.आर.ओज़ के साथ उनके सम्बन्धित जिलों में चल रही स्वीप गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने डी.पी.आर.ओज़ को यह भी कहा कि वह न सिर्फ रिवायती मीडिया जैसे कि इन्डोर और आउटडोर इश्तिहारों और प्रेस नोट्स का प्रयोग करके अधिक से अधिक लोगों को अपने वोट के अधिकार के बारे जागरूक करें, बल्कि उनको सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए भी कहा।
डॉ. रूबल कनौजिया ने बाद में डी.पी.आर.ओज़ को अलग-अलग सोशल मीडिया टिप्स और टूलज़ के बारे जानकारी दी, जो विधान सभा चुनाव के दौरान अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल होने वाली जाली खबरों, वायरल खबरों और पैड न्यूज पर नजऱ रखने में डीपीआरओज़ की मदद करेंगे।
जि़क्रयोग्य है कि चुनाव के दौरान अखबारों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया की खबरों पर नजऱ रखने के लिए गठित मीडिया सर्टीफिकेशन एंड मोनिटरिंग कमेटीज (ऐमसीऐमसी) में डीपीआरओज़ एक भूमिका निभाते हैं।