चंडीगढ़, फेस2न्यूज:
'पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ पंजाब की विरासत है और मान सरकार इस विरासत को किसी भी कीमत पर हड़पने नहीं देगी। मोदी सरकार की ओर पंजाब के विरासती शिक्षण संस्थानों पर कब्ज़ा करने की सोच के खिलाफ आम आदमी पार्टी सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करेगी। 'आप' प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने भारती जनता पार्टी की मोदी सरकार पर पंजाब के संसाधनों और विरासती संस्थानों पर कब्ज़े करने का आरोप लगाया है।
पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में कंग ने मोदी सरकार की ओर से पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ को पंजाब से छीनने के लिए किये जा रहे प्रयासों की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "पंजाब यूनिवसर्सिटी (पी.यू.) पर पंजाब राज्य का संवैधानिक, भावनात्मक और ऐतिहासिक हक है। यह हमारी शानदार और गौरवशाली विरासत है। पी.यू. ने अनुसंधान, खेल, शिक्षा और राजनीति के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। पंजाब की विरासतों और अधिकारों की रक्षा को लेकर आम आदमी पार्टी कोई समझौता नहीं करेगी।"
कंग ने आगे कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी सांझे और महापंजाब की विरासत है और इस संस्थान ने विश्व स्तर पर नाम कमाया है। देश के विभाजन के बाद पंजाब की इस विरासत को कायम रखते हुए हुए पहले शिमला और फिर चढ़ते पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में इसे स्थापित किया गया था। इसलिए पंजाब यूनिवर्सिटी पर केवल और केवल पंजाब का हक है और कोई भी केंद्र सरकार इस विरासत को पंजाब से छीन नहीं सकती है।
'आप नेता ने सत्तारूढ़ भाजपा सहित कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल बादल पर पंजाब के हकों पर डाके (लूटने) मारने और विरासतों को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब पर लंबे समय तक राज करने वाली इन पार्टियों ने सूबे की सभी महान यूनिवर्सिटियों को बर्बाद कर दिया है। जानबूझ कर आर्थिक रूप से कमजोर के गयी पंजाब यूनिवर्सिटी को अब मोदी सरकार एक साजिश के तहत कब्ज़ा करना चाहती है, तांकि पंजाब की विशिष्टता और उभरती कला की भावना को खत्म किया जा सके।