चंडीगढ़, फेस2न्यूज:
‘हरियाणा 112’ के माध्यम से प्रदेश में आपातकालीन सेवा वितरण प्रणाली के स्तर को ओर अधिक ऊपर उठाने की दिशा में एक अभिनव पहल देखी गई है।
ए.एस. चावला, जो हरियाणा 112 के स्टेट नोडल अधिकारी भी हैं, ने आज बताया कि साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 को आज हरियाणा 112 से जोड़ा गया है जो हरियाणा 112 ईआरएसएस परियोजना के लिए एक नया मील का पत्थर है। राज्यभर से 1930 से संबंधित कॉलों की लैंडिंग 112 पर शुरू हो गई है। हरियाणा 112 प्रणाली में 1930 सेवा से संबंधित मानक संचालन प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक शामिल किया गया है, ताकि पीड़ितों को तत्काल और जवाबदेह आपातकालीन सेवाएं प्रदान की जा सकें।
उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों के बीच हरियाणा 112 की स्वीकृति की गति में भी तेजी से वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा 112 का आदर्श समाज के सभी वर्गों की आपातकालीन जरूरतों को पूरा करना है। इस संबंध में, राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र (एसईआरसी) में मूक-बधिर लोगों के लिए वीडियो कॉल और मैसेजिंग ऐप सुविधा से लैस एक विशेष सेल की स्थापना की गई है। ऐसी कॉलों से निपटने के लिए एसईआरसी में चौबीसों घंटे सांकेतिक भाषा विशेषज्ञों को तैनात किया गया है। अब दिव्यांगजन भी 112 पर एसएमएस भेजकर या पैनिक बटन दबाकर या 112 डायल करके 5 सेकंड के बाद 8 बटन दबाकर हरियाणा 112 सिस्टम से संपर्क साध रहे हैं।
उन्होंने कहा कि समस्त राज्य के लिए सभी आपातकालीन सेवाओं को एक टोल-फ्री नंबर से जोड़ना वास्तव में एक कठिन कार्य था, लेकिन इसे राज्य सरकार के सक्रिय समर्थन और मार्गदर्शन से हासिल किया जा रहा है। वर्तमान में, यह परियोजना गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में 101 और 108 की अतिरिक्त सेवाओं के साथ समस्त राज्य में 100, 112, 1073, 1091 और 1930 की एकीकृत आपातकालीन सेवाएं प्रदान करती है।