जीरकपुर, कृतिका:
जीरकपुर शहर में लोगों को सेवा केंद्रों पर सुविधा मिलने की जगह परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जीरकपुर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में 10 सेवा केंद्र खोले गए थे ताकि लोगों को अपने काम करवाने के लिए ज्यादा दूर न जाना पड़े । सेवा केंद्र इसलिए शुरू किए गए थे कि लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, पेंशन, जन्म प्रमाण पत्र आदि बनवाने में आसानी हो सके। इसके अलावा सरकार की ओर से पब्लिक को दी जाने वाली सेवाएं भी लोगों को सेवा केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा सके। पहले लोगों को अपने डॉक्यूमेंट्स बनवाने के लिए सरकारी ऑफिसों के चक्कर काटने पड़ते थे। सेवा केंद्र शुरू होने पर कई डॉक्यूमेंट्स एक ही जगह पर और कम समय में बनने लगे। कुछ समय तो सेवा केंद्र चले लेकिन बाद में ज्यादातर बंद हो गए। अब सिर्फ दो सेवा केंद्र ही चल रहे हैं। ऐसे में इन दो सेवा केंद्रों पर पूरे जीरकपुर की आबादी के काम का दबाव है। यहां कर्मचारी भी कम हैं, जबकि काम ज्यादा है। इस कारण यहां लोगों की भीड़ लगी रहती है। लोगों का कहना है कि सरकार को बंद पड़े सेवा केंद्रों को चालू करना चाहिए।