जीरकपुर, कृतिका:
जीरकपुर में सड़क बनाने का काम तो होता है, लेकिन संबंधित अथॉरिटी तब तक काम शुरू नहीं करती, जब तक कोई बड़ा हादसा न हो जाए। पब्लिक करोड़ों रुपए टैक्स के रूप में चुकाती है। इसके बावजूद लोगों को खस्ताहाल सड़कों पर चलना पड़ता है। यहां ढकौली- मुबारकपुर रोड की हालत बेहद खराब है। गहरे गड्ढों के कारण लोगों का इस सड़क से निकलना मुश्किल रहा है। यह सड़क पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आती है। लेकिन लंबे समय से सड़क की सुध नहीं ली जा रही थी। पिछले महीने गाजीपुर के पास इस रोड पर सड़क हादसे में एक महिला की मौत हो गई थी। अब पीडब्लूडी ने इस सड़क को बनाने का काम शुरू किया। एक जान—पहचान वाले के घर बर्थडे पार्टी में शामिल होने के बाद डेराबस्सी का उत्तम कुमार, पत्नी मेघा नैंसी के साथ मोटरसाइकिल पर अपने घर जा रहा था। रात करीब 11 बजे मोटरसाइकिल सड़क में बने गहरे गड्ढे में टकराया। महिला सड़क पर गिरी। एक्सीडेंट में उसे गंभीर चोटें आई। हॉस्पिटल ले जाने के बाद मेघा नैंसी को मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस अनुसार सड़क के गड्ढे की वजह से हादसा हुआ। ढकौली- मुबारकपुर रोड पर पिछले महीने गड्ढे के कारण हुआ था हादसा
डेराबस्सी हॉस्पिटल में डॉक्टरों के पैनल ने मेघा नैंसी के शव का पोस्टमॉर्टम किया था। यह हादसा वार्ड नंबर 12 के अंतर्गत आने वाली रोड पर हुआ। हालांकि जीरकपुर एमसी के अफसरों ने हादसे के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग को जिम्मेदार ठहराया था। जबकि पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से कहा गया कि पिछले साल उन्होंने यह सड़क बनाई थी। लेकिन जीरकपुर एमसी ने इस सड़क को तोड़ दिया। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने इसके लिए जीरकपुर एमसी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जीरकपुर एमसी ने सड़क तोड़ने के बाद इसकी रिपेयर का काम भी नहीं करवाया। इसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारियों ने यहां लेबर लगाकर गड्ढों में मिट्टी भरने का काम शुरू किया था।
लोकल बॉडीज विभाग सड़कों की नहीं ले रहा सुध:
जीरकपुर एमसी सड़कों की हालत को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। पब्लिक से हर साल 100 करोड़ से ज्यादा का रेवेन्यू हासिल करने वाला लोकल बॉडीज विभाग शहर की सड़कों की सुध नहीं ले रहा है। टूटी- फूटी सड़कों पर गिरकर लोग जख्मी हो रहे हैं। जानलेवा हादसा होने के बाद भी जीरकपुर एमसी सड़कों की हालत सुधारने के लिए कुछ नहीं कर रही है। शहर में पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आने वाली सड़कों को भी जीरकपुर एमसी नुकसान पहुंचा रही है। ढकौली- मुबारकपुर रोड की कार्पेटिंग का काम पीडब्ल्यूडी विभाग ने पिछले साल किया था। इसी रोड पर जीरकपुर एमसी ने ड्रेनेज लाइन डालने का काम किया। ड्रेनेज लाइन तो डाल दी गई, लेकिन बाद में सड़क पर बने गहरे गड्ढों की भराई नहीं की गई। इसी का नतीजा यहां जानलेवा हादसे के रूप में सामने आया। पिछले साल ड्रेनेज और सीवरेज लाइन डालने के लिए जीरकपुर एमसी ने जितनी भी सड़कों को तोड़ा, उनकी रिपेयर अभी तक नहीं हुई। इस कारण आए दिन एक्सीडेंट हो रहे हैं। इसके अलावा भी शहर में कई सड़कें हैं जिनको जीरकपुर एमसी ने या तो बनाया नहीं है, या आधा- अधूरा काम करके छोड़ दिया है। बीते विधानसभा चुनावों से पहले कई जगह सड़कें बनाने का काम चल रहा था। लेकिन चुनावों के दौरान यह काम बंद हो गया और अब तक सड़कें खस्ताहाल ही पड़ी हैं। लोग सड़कों में गड्ढों के कारण गिर रहे हैं। वाहन चलाने में भी परेशानी आ रही है। लेकिन जीरकपुर एमसी इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। शायद कुछ और हादसे होने का इंतजार है।