डेराबस्सी, कृतिका:
बीते महीने डेराबस्सी हलके के तहत नगर परिषद लालडू व नगर परिषद डेराबस्सी के कांग्रेस प्रधानों के इस्तीफे पंजाब सरकार ने मंजूर कर लिए हैं। स्थानीय सरकार विभाग द्वारा पंजाब म्युनिसिपल एक्ट 1911 की धारा 22 के तहत इस्तीफे मंजूर कर अगली कार्रवाई के लिए पंजाब चुनाव आयोग, डायरेक्टर स्थानीय सरकार, डिप्टी कमिश्नर, मोहाली एडीसी, मोहाली व संबंधित कार्यकारी अधिकारियों को नोटिफिकेशन भेज दिया गया है जानकारी मुताबिक नगर परिषद लालडू की प्रधान बिंदु रानी ने 9 सितंबर को अपनी सेहत समेत घरेलू कारणों का हवाला देकर कार्यकारी अधिकारी को इस्तीफा सौंप दिया था। हालांकि उनके खिलाफ 2 सितंबर को 13 पार्षदों ने अविश्वास पत्र सौंपकर बैठक बुलाने की मांग की थी। इसी प्रकार एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज होने पर 3 हफ्ते जेल में रहे डेराबस्सी नगर प्रधान रणजीत रेड्डी ने भी जमानत पर रिहा होकर 16 सितंबर को प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसमें घरेलू व कारोबारी मजबूरी बताते हुए इस्तीफा देने की बात कहीं गई थी। 21 सितंबर को डेराबस्सी में डायरी नंबर 628 के तहत यह इस्तीफा स्थानीय सरकार को भेजा गया। उपरोक्त इस्तीफे मंजूरी की औपचारिक प्रक्रिया में चल रहे थे। स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आईएएस अधिकारी विवेक प्रताप सिंह ने 3 अक्टूबर को डेराबस्सी नगर प्रधान का इस्तीफा मंजूर कर लिया है, जबकि नगर परिषद लालडू के प्रधान का इस्तीफा 22 सितंबर को मंजूर किया गया था। दोनों इस्तीफे मंजूर करके अगली कार्रवाई के लिए इतनी विभागों के अधिकारियों को इस का नोटिफिकेशन भेज दिया गया है। बीते साल 17 फरवरी को आए पार्षद चुनाव नतीजों के बाद डेराबस्सी नगर परिषद प्रधान का चुनाव मार्च में हुआ जबकि लालडू के प्रधान का चुनाव अप्रैल के पहले हफ्ते हुआ। कांग्रेस की इस टीम को कांग्रेस सरकार के दौरान फुल फ्लैज काम करने का मौका सिर्फ 9 महीने यानी दिसंबर तक ही नसीब हुआ। उसके बाद चुनावी कोड लग गया और मध्य मार्च में पंजाब में आम आदमी पार्टी की नई सरकार बन गई। सरकार बनते ही जहां प्रधान को अपने समर्थक पार्षदों को अपने पाले में बनाए रखना मुश्किल हो गया वही कांग्रेस के लिए भी अपने पार्षदों की हिफाजत और उनका समर्थन हाथ से फिसलने लगा। लालडू में प्रधान समेत छह पार्षद सहित कुल 9 कांग्रेस नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया जबकि डेराबस्सी में कांग्रेस की 16 सीटों के बावजूद उसके पार्षद आम आदमी पार्टी एमएलए के साथ मिलकर अपने वार्ड में विकास के नाम पर समर्थक प्रधान बारे गोटियां फिट कर रहे हैं। क्योंकि जीरकपुर, डेराबस्सी और लालडू परिषदों में आम आदमी पार्टी का एक भी पार्षद नहीं है इसलिए कांग्रेसी पार्षदों को तोड़कर ही सरकार समर्थक बॉडी बनाई जा सकती है। लालडू में प्रधान पद के लिए पार्षद सतीश राणा का नाम सबसे ऊपर बताया जा रहा है जबकि डेराबस्सी में नरेश उपनेजा की पार्षद पत्नी श्रीमती आशु उपनेजा, पार्षद एडवोकेट विक्रांत और पाली इसापुर की पार्षद पत्नी के नाम सबसे आगे हैं।