अमृतसर, फेस2न्यूज:
निश्चित ही भारत सरकार और सभी प्रांतों की सरकारें जानती हैं कि क्यों हमारे युवा—युवतियां विदेशों में बसने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करके जा रहे हैं। हमारे कुछ टीवी चैनल भी उन्हें विदेश में कैसे जा सकें, इसके लिए सलाह भी देते हैं और उनके नोट भी खर्च करवा देते हैं। सरकारों को यह याद रखना होगा कि जो भी विदेशों में जा रहे हैं वह यहां के सिस्टम, भ्रष्टाचार, भविष्य में रोजगार का कोई मौका दिखाई न देना, भाई भतीजावाद और भ्रष्टाचार से दुखी होकर जाने की बात कहते हैं। देश की जवानी भी जा रही है, देश का धन भी विदेशों में जा रहा है और साथ ही यह प्रभाव दुनिया को दिया जा रहा है कि हमारे देश में उनके लिए न वातावरण सुरक्षित है और न भविष्य। भारत जैसे देश के लिए कभी भी सम्मान की बात नहीं कि हमारे बच्चे यहां से दुखी होकर दूसरे देशों में जाएं।
पंजाब की पूर्व केबिनेट मंत्री रही लक्ष्मीकांता चावला ने भारत सरकार से प्रार्थना की है कि अपने देश के बच्चों को यह विश्वास दिलाएं कि अपने देश में भी उनका जीवन, सामाजिक प्रतिष्ठा और जीवन सुरक्षित है। उन्होंने हैरानगी से कहा कि आज तक किसी ने भी उन बेटे—बेटियों, उनके माता—पिता से यह पूछा ही नहीं कि बच्चे क्यों विदेश जा रहे हैं क्यों उन्हें विदेश में बसने के लिए हवाई जहाज में बिठाकर फिर मिठाइयां बांटते हैं, लंगर लगाते हैं, परमात्मा का धन्यवाद करने के लिए पाठ करवाते हैं।