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हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश कैबिनेट का विस्तार, राज्यपाल ने सात नए मंत्रियों को दिलाई शपथ, छह मुख्य संसदीय सचिवों की भी नियुक्ति

January 08, 2023 01:16 PM

 फेस2न्यूज/ शिमला

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को अपने कैबिनेट का विस्तार किया। मंत्रिमंडल में शामिल हुए सात नए मंत्रियों को राज्यपाल राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ही बीते 11 दिसंबर को शपथ ली थी।

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने और सुखविंदर सिंह सुक्खू के सीएम पद की शपथ लेने के साथ ही कैबिनेट को लेकर कयास लगने शुरू हो गए थे, परंतु नामों को लेकर पेंच फंसा रहा।

हिमाचल में मंत्री बनने वालों में सबसे पहला नाम चंद्र कुमार का है, वह ज्वाली (कांगड़ा) से पांचवी बार विधायक बने हैं और पूर्व में सांसद रह चुके हैं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा के कदावार नेता शांता कुमार को हराया था। सूची में दूसरा नाम धनीराम शांडिल्य का है और वह सोलन से तीसरी बार के विधायक हैं। वह इससे पहले दो बार सांसद रह चुके हैं और एक बार प्रदेश में मंत्री भी रहे हैं।

 मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को अपने नौ सदस्यीय मंत्रिमंडल में छह विधायकों को मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) नियुक्त किया। सुक्खू ने यहां मुख्य संसदीय सचिवों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें सुंदर सिंह ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा, राम कुमार चौधरी, आशीष बुटेल, किशोरी लाल और संजय अवस्थी। 

 सिलाई (सिरमौर) से छठी बार विधायक बने हर्षवर्धन चौहान को भी मंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बेटे और शिमला ग्रामीण से दूसरी बार विधायक बने सबसे कम उम्र यानि 33 वर्षीय विक्रमादित्य को भी सुक्खू कैबिनेट में जगह दी गई. उनकी मां और सांसद प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे थीं। शिमला की कुसुमप्टी सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने अनिरुद्ध सिंह पर पार्टी ने भरोसा जताते हुए उन्हें मंत्री पद सौंपा है। किन्नौर से विधायक जगत नेगी को भी मंत्री बनाया गया। वह वीरभद्र सरकार में विधानसभा उपाध्यक्ष थे। रोहित ठाकुर ने भी आज शपथ ली. ठाकुर जुबलकोटखाई से चौथी हैं।

इसी बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को अपने नौ सदस्यीय मंत्रिमंडल में छह विधायकों को मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) नियुक्त किया। सुक्खू ने यहां मुख्य संसदीय सचिवों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें सुंदर सिंह ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा, राम कुमार चौधरी, आशीष बुटेल, किशोरी लाल और संजय अवस्थी।  

नियुक्त मुख्य संसदीय सचिवों का जीवन-परिचय 

श्री सुंदर सिंह ठाकुरइनका जन्म श्रीमती खूबी देवी एवं श्री जोग ध्यान ठाकुर के घर 5 मई, 1965 को कुल्लू जिला के शालंग में हुआ। इन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से बीएससी (मेडिकल) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि प्राप्त की। इनकी धर्मपत्नी श्रीमती इंदिरा ठाकुर एवं दो बेटे हैं। यह बागवानी एवं होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। इन्होंने वर्ष 1985-86 में हिमसा चंडीगढ़ के संगठन सचिव के रूप में कार्य किया। इसके उपरांत वर्ष 1989-91 तक हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्यक्ष, 1991 में पंचायत समिति सदस्य, वर्ष 1991-94 तक पंचायत समिति कुल्लू के अध्यक्ष, वर्ष 1994-99 तक जिला परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष रहे। वर्ष 2009-2012 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के राज्य प्रतिनिधि तथा वर्ष 2012 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव पद पर रहे।

इन्होंने वर्ष 2003-08 तक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा वर्ष 2013 से 2017 तक हिमाचल प्रदेश खेल परिषद के सदस्य के रूप में कार्य किया। श्री सुंदर सिंह ठाकुर दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए और जनरल डेवल्पमेंट एंड सबोर्डिनेट लेजिस्लेशन कमेटी के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में यह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक के रूप में चुने गए।

यह सामाजिक सेवाओं से जुड़े रहे हैं और सक्रिय रक्तदाता भी हैं। भ्रमण के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की संस्कृति, परंपराओं और जीवन शैली के बारे में जानना-समझना इनकी अभिरुचि मंे शामिल है। 

श्री मोहन लाल ब्राक्टा : इनका जन्म शिमला जिला के रोहड़ू में श्री तेजू राम के घर 19 जून 1965 को हुआ। इन्होंने विधि स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है और एक अधिवक्ता के तौर पर सक्रिय रहे हैं। इनका विवाह श्रीमती रंजना ब्राक्टा के साथ हुआ। इनका एक बेटा और एक बेटी है। यह वर्ष 2012 में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। वर्ष 2013 से 2017 तक इन्होंने प्राक्कलन, ग्राम नियोजन, सार्वजनिक उपक्रम, कल्याण, विशेषाधिकार एवं नीति समितियों के सदस्य के रूप में कार्य किया। 13वीं विधानसभा के लिए यह पुनः निर्वाचित हुए और कल्याण, नियम एवं ई-गवर्र्नेंस व सामान्य मामले समितियों के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए यह पुनः बतौर विधायक चुने गए।   

श्री राम कुमार चौधरी : इनका जन्म सोलन जिला के हरिपुर संदोली गांव में श्री लज्जा राम (पूर्व मुख्य संसदीय सचिव) के घर 2 मार्च 1969 को हुआ। इन्होंने लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है। इनका विवाह श्रीमती कुलदीप कौर (निधि) से हुआ है। इनका एक बेटा एवं एक बेटी है। यह रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़े हैं। यह हरिपुर संदोली ग्राम सुधार सभा के अध्यक्ष रहे हैं। इसके अतिरिक्त यह वर्ष 1993-95 में प्रदेश एनएसयूआई के महासचिव, वर्ष 2003 में राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव तथा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के वर्तमान मंे महासचिव हैं। वर्ष 2006 से 2011 तक यह जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रहे। यह दिसंबर 2012 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए। 

श्री आशीष बुटेल : पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री बृज बिहारी लाल बुटेल के सुुपुत्र श्री आशीष बुटेल का जन्म 9 जनवरी, 1980 को हुआ। उनका विवाह श्रीमती कनिका भुल्लर से हुआ है। इनकी एक सुपुत्री है। उन्होंने सिम्बोयसिस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय पुणे से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

वह वर्ष 2011 से 2013 तक लोकसभा युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। वह वर्ष 2014 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं। वह वर्ष 2017 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा प्राक्कलन एवं ग्रामीण योजना समितियों के सदस्य रहे। वह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। श्री आशीष बुटेल जिला कांगड़ा बॉस्केटबाल संघ के अध्यक्ष हैं। उनकी सामाजिक कार्यों तथा अध्ययन में विशेष रूचि है। 

श्री किशोरी लाल: स्वर्गीय श्री संत राम के सुपुत्र श्री किशोरी लाल का जन्म 10 अक्तूबर, 1947 को जिला कांगड़ा के बैजनाथ में हुआ। उनका विवाह श्रीमती जोगिन्द्रा देवी से हुआ। उनका एक सुपुत्र और तीन सुपुत्रियां हैं। वह पांच बार पंचायत प्रधान तथा उप-प्रधान रहे हैं। वह ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। श्री किशोरी लाल दिसम्बर, 2012 में प्रथम बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में पुनः विधायक के रूप में चुने गए हैं।

संजय अवस्थी : स्वर्गीय श्री दिला राम के सुपुत्र श्री संजय अवस्थी का जन्म 7 अक्तूबर, 1965 को गांव व डाकघर कंधेर, तहसील अर्की, जिला सोलन, हिमाचल प्रदेश में हुआ। उनका विवाह श्रीमती मीनाक्षी से हुआ। उनकी दो सुपुत्रियां हैं। वह वर्ष 1996 से 2006 तक जिला क्रिकेट संघ सोलन के अध्यक्ष तथा वर्ष 2000 से 2005 तक नगर परिषद सोलन के पार्षद रहे। वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा अखिल भारतीय काग्रेस कमेटी के सदस्य है। श्री संजय अवस्थी 30 अक्तूबर, 2021 को विधानसभा उप-चुनाव में प्रथम बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए।

समाज सेवा तथा युवाओं को राष्ट्र निर्माण के प्रति प्रेरित करने में इनकी विशेष रुचि है। इन्होंने रणजी ट्राफी राष्ट्रीय क्रिकेट चैम्पियनशिप में हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया है।

 
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