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राष्ट्रीय

इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के लिए पंजाब सरकार ने विज्ञान मंत्रालय के साथ की साझेदारी

January 11, 2023 07:24 PM

आर के शर्मा/ चंडीगढ़

पंजाब सरकार ने द इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ) के लिए विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार के साथ भागीदारी की है, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी का एक वार्षिक फेस्टिवल है। यह 2015 के बाद से हर साल विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अन्य संबंधित केंद्र सरकार के मंत्रालयों के सहयोग से आयोजित किया जाता है।

इस वर्ष, साइंस, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में देश की ताकत और उपलब्धियों का जश्न मनाने और प्रदर्शित करने के लिए 21 से 24 जनवरी, 2023 तक भोपाल में आईआईएसएफ का आयोजन किया जा रहा है।

विज्ञान प्रसार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार ने पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सहयोग से चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया। डॉ जतिंदर कौर अरोड़ा, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने साझा किया कि आईआईएसएफ एक मंच है जो शोधकर्ताओं, छात्रों, इन्नोवटर्स और आर्टिस्ट्स को एक साथ लाने और उन्हें अनुभव कराने और विज्ञान को बढ़ावा देने के बनाया गया है। इस फेस्टिवल का उद्देश्य लोगों के जीवन को बेहतर और स्वस्थ बनाने के लिए आम भाषा में वैज्ञानिक विचारों और प्रक्रियाओं के संचार को बढ़ावा देना है।

विज्ञान प्रसार के डायरेक्टर डॉ. नकुल पराशर ने बताया कि फेस्टिवल का विषय 'विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृत काल की ओर अग्रसर' है। उन्होंने आगे कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन की भारत की अध्यक्षता के दौरान आईआईएसएफ का फेस्टिवल वैश्विक स्तर पर भारतीय वैज्ञानिक उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक अतिरिक्त बढ़त देता है। फेस्टिवल के दौरान होने वाली गतिविधियां जी20 के वैश्विक विषय-'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' को बढ़ावा देंगी।

विज्ञान प्रसार के डायरेक्टर डॉ. नकुल पराशर ने बताया कि फेस्टिवल का विषय 'विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृत काल की ओर अग्रसर' है। उन्होंने आगे कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन की भारत की अध्यक्षता के दौरान आईआईएसएफ का फेस्टिवल वैश्विक स्तर पर भारतीय वैज्ञानिक उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक अतिरिक्त बढ़त देता है। फेस्टिवल के दौरान होने वाली गतिविधियां जी20 के वैश्विक विषय-'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' को बढ़ावा देंगी।

डॉ. मनीष कुमार, आईएफएस, डायरेक्टर, डायरेक्टरेट ऑफ एनवायरनमेंट एंड क्लाइमेट चेंज ने कहा कि जनता के बीच वैज्ञानिक सोच का समावेश राष्ट्र और राज्यों के सतत विकास में जीवन के सभी क्षेत्रों से लोगों की पूरे दिल से भागीदारी सुनिश्चित करता है। इसलिए, समाज के सभी वर्गों से बड़े पैमाने पर भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आईआईएसएफ के विभिन्न सत्रों की सुनियोजित योजना बनाई गई है।

डॉ. बी.के. त्यागी, सीनियर साइंटिस्ट, विज्ञान प्रसार, डीएसटी, भारत सरकार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष, आईआईएसएफ में मेगा साइंस एग्जीबिशन, इंटरनेशनल साइंस फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया, वैज्ञानिकों के साथ आमने-सामने, न्यू एज टेक्नोलॉजी शो, स्टार्ट अप कॉन्क्लेव, स्टेट साइंस एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल्स कॉन्क्लेव, स्टूडेंट इनोवेशन फेस्टिवल, साइंस लिटरेचर फेस्टिवल, यंग साइंटिस्ट्स कांफ्रेंस आदि 15 प्रोग्राम/इवेंट होंगे। इनमें पंजाब और विदेशों सहित देश भर से बड़ी संख्या में छात्र, इनोवेटर्स, क्राफ्टमैन, साइंटिस्ट्स और टेक्नोलॉजिस्ट ज्ञान और विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए भाग लेंगे।

 
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