अमृतसर, फेस2न्यूज:
भारत सरकार यह बताए कि क्या अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में शराब पिलाना कोई अंतर्राष्ट्रीय नियम है, जरूरी है और शराब न पिलाएंगे तो यात्री भारतीय विमानों में यात्रा नहीं करेंगे? पिछले दिनों इंडिगो की पैरिस नई दिल्ली उड़ान में जो बुरा व्यवहार यात्री से भी किया गया और पायलट से भी झगड़ा हुआ, इसके पहले एयर इंडिया की उड़ान में एक महिला की सीट पर संभवतः महिला के उपर ही पेशाब किया गया। यह भारतीयता के एकदम विरुद्ध है।
पंजाब की पूर्व केबिनेट मंत्री लक्ष्मीकान्ता चावला ने कहा कि वैसे भी सरकार यह उत्तर दे कि जो घर से शराब पीकर आए वह हवाई जहाज में नहीं चढ़ सकता। देश की बसों में और रेलगाड़ियों में भी शराब पीना मना है तो शराब पीने पिलाने की यह अनुचित सुविधा हवाई जहाज वालों को ही क्यों दी गई? सरकार यह बताए कि जो शाकाहारी है, जो यात्री शराब की बदबू भी सहन नहीं कर सकते जब उनकी साथ की सीट के सहयात्री शराब पीते हैं मीट खाते हैं उनकी क्या हालत होती है? उन्हें यह दंड क्यों दिया जाता है? सरकार को याद होगा कि लगभग चार वर्ष पहले न्यूयार्क से दिल्ली आने वाले जहाज में ऐसा - ही अभद्र व्यवहार एक यात्री ने किया था। बहुत अच्छा हो कि हवाई जहाजों में शराब पीना पिलाना बंद किया जाए। कम से कम भारत के हवाई जहाजों में तो यह अनुचित कार्य नहीं होना चाहिए। भारत सरकार उत्तर दे कि किस नियम के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में कीमती बढ़िया शराब पिलाई जाती है, क्यों पिलाई जाती है?