सुल्तानपुर लोधी, फेस2न्यूज:
दुबई और मस्कट में चार महीने तक बंधक बनाए रखने के बाद मलोट की बेटी पंजाब लौटी और कहा कि जहां महीनों तक उसे पीटा गया, वहीं उसका शारीरिक शोषण भी किया गया। पीड़िता ने दावा किया कि जहां उसे बंधक बनाकर रखा गया था, वहीं 25-30 अन्य लड़कियों को भी बंधक बनाकर रखा गया था। इनमें पंजाब की बेटियां भी शामिल है।
पीड़ित महिला ने निर्मल कुटिया सुल्तानपुर लोधी में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल और एडवोकेट गुरभज सिंह की टीम ने उसे अरब देशों से वापस लाने में अग्रणी भूमिका निभाई। पीड़ित महिला ने बताया कि उसे नोएडा स्थित एक कंपनी के माध्यम से ट्रैवल एजेंट द्वारा टूरिस्ट वीजे पर दुबई भेजा गया था। वहां से उन्हें मस्कट भेज दिया गया। पीड़िता ने बताया कि घर में गरीबी के कारण कर्ज लेकर विदेश चली गई। उसे आश्वासन दिया गया था कि वह दुबई में घरेलू काम करेगी लेकिन उसका भ्रम तब टूटा जब उसका मोबाइल फोन छीन लिया गया और पिटाई के बाद उसके कपड़े भी फाड़ दिए गए। — पीड़िता ने दावा किया कि वहाँ 25-30 और लड़कियों है बंधक
राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल ने कहा कि एडवोकेट गुरभेज सिंह ने उनके संज्ञान में यह मामला लाया था और उन्होंने बिना देरी विदेश मंत्री जय शंकर को एक पत्र लिखा। संसद सत्र के दौरान उन्होंने विदेश मंत्री के सामने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया था। जिस पर विदेश मंत्रालय तुरंत हरकत में आया और पीड़ित लड़की की शिनाख्त कर उसे वापस भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
संत सीचेवाल ने पंजाब के लोगों से अपील की कि वे अपनी बेटियों को विदेश भेजने से पहले वहां के ट्रैवल एजेंटों और विदेशी कंपनियों की अच्छी तरह जांच-पड़ताल कर लें। निर्मल कुटिया में संत सीचेवाल ने पीड़िता की मदद करने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले वकीलों की टीम को सम्मानित किया।
वकीलों में अग्रणी भूमिका निभाने वाले गुरभेज सिंह ने कहा कि इस मामले में पंजाब के दो ट्रैवल एजेंट शामिल थे, जिनमें एक महिला ट्रैवल एजेंट कमलजीत कौर और उसके साथी रेशम सिंह शामिल हैं, जहां उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया और एक की गिरफ्तारी की गई। जबकि दूसरा ट्रैवल एजेंट रेशम सिंह फरार हो गया है।