मरने वालों में एक गांव बेहरा और तीन बिहार के रहने वाले, मौत के बाद ग्रामीणों ने फैक्ट्री प्रबंधकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया
यहां बेहडा गांव में स्थित फेडरल एग्रो इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड। आज दोपहर मीट प्लांट में एक टंकी की सफाई करने गए चार युवकों की गैसचढ़ने से मौत। मृतकों में से तीन ठेकेदार के पे काम कर रहे थे जबकि एक स्थायी रूप से कंपनी के पदों पर काम कर रहा था। फैक्ट्री में हादसे के दौरान चार मजदूरों की मौत के बाद अन्य मजदूरों व ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और कंपनी पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं करने का आरोप लगाया. मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल में रखवाया और मामले की जांच शुरू कर दी है. मृतक की पहचान गांव बेहरा निवासी 25 वर्षीय माणक सिंह, नेपाल निवासी 35 वर्षीय जनक थापा, बिहार निवासी 25 वर्षीय गिरधर पाण्डेय और 35 वर्षीय के रूप में हुई है. । मौके से मिली जानकारी के मुताबिक मीट प्लांट में भैंसों की खाल को सुरक्षित रखने के लिए उन पर नमक का लेप कर पानी छिड़का जाता है. इस खारे पानी को स्टोर में बने टैंक में स्टोर किया जाता है, जहां से फिर पानी निकाला जाता हैएक सप्ताह के बाद नमक को साफ करते समय नियमित रूप से निकालें। आज चार बजे ठेकेदार का एक कर्मचारी इस टंकी की सफाई करने गया लेकिन वह नहीं लौटा, जिसे बचाने के लिए एक के बाद एक मजदूर अंदर गए और वापस नहीं लौटे. जब तीनों नहीं लौटे तो स्थायी रूप से कंपनी में प्लंबर का काम कर रहे माणक अंदर गए और वापस नहीं लौटे। फैक्ट्री में भगदड़ मच गई और बड़ी मुश्किल से उन्हें बाहर निकाला गया उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गांव बेहडा निवासी की मौत के बाद ग्रामीणों ने आक्रोश जताया और आरोप लगाया कि फैक्ट्री प्रबंधन ने जानबूझ कर को टंकी में डाल दिया. उन्होंने कारखाने के मालिक जी.एम. अन्य लोगों में लापरवाह उच्चाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं मानेमान गया इसके बाद पांच गांवों के निवासियों को फैक्ट्री के अंदर ले जाया गया, जिन्होंने अंदर दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। बेहडा गांव निवासी अपने पीछे विधवा पत्नी व डेढ़ साल की बेटी छोड़ गया है.