ENGLISH HINDI Monday, December 04, 2023
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
भारत-पाक बीच हुए 1971 के युद्ध की दास्तान, कंपकंपाती सर्दी में 3 दिसंबर 1971 को फाजिल्का शहर हो गया था खालीनिर्माणाधीन 2 मंजिला इमारत की शटरिंग और लैंटर गिरने से 2 मजदूर घायल, बिना इजाजत चल रहा था निर्माण कार्यचलती बस में लगी आग, 15 मिनट में जल कर सवाह, बठिंडा से लुधियाना जा रही थी बस, बस में सवार सभी 42 सवारियां सुरक्षित उतरे एलआईसी ने पेश की जीवन उत्सव योजनाझारखण्ड और दिल्ली से बच्चियों को अगवा करने वाला पंजाब मूल का आरोपी पंचकूला पुलिस ने किया काबूभारतीय जीवन बीमा निगम ने "जीवन उत्सव" नया प्लान लॉन्च किया प्रिंसिपल की बर्ख़ास्तगी को मंजूरीज़मीन तबादला और इंतकाल दर्ज करने के बदले 25,000 रुपए रिश्वत लेता पटवारी काबू
धर्म

इस्कॉन टेंपल में गोवर्धन पूजा, भजन और कीर्तन में उमड़े हजारों लोग

October 27, 2022 09:33 AM

-गाय की गोबर से भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन की आकृति बनाई गई। -अन्नकूट - चावल के अलग अलग रंगों, विभिन्न प्रकार की मिठाइयों और फलों की विशाल गोवर्धन पर्वत बनाया गया। -आरती और गोवर्धन की परिक्रमा की गई,-भजन और संकीर्तन किया गया,-गोवर्धन के महत्व पर प्रकाश डाला

आर के शर्मा/चंडीगढ़

चंडीगढ़ में सेक्टर-36 स्थित इस्कॉन मंदिर (हरेकृष्ण धाम) में बुधवार को गोवर्धन पूजा और अन्नकुट पूजा का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में भक्त मंदिर में इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस्कॉन में प्रवक्ता अकिंचन प्रियदास ने बताया कि इस कार्यक्रम में लगभग दो हजार भक्त उपस्थित हुए। सभी लोगों को प्रसाद बांटा गया।

मंदिर के हॉल में गाय की गोबर से भगवान श्री कृष्ण को बाएं हाथ की उंगली पर गोवर्धन धारण किए हुए की आकृति बनाई गई। इसे आकर्षक तरीके से सजाया गया। भगवान कृष्ण और गोवर्धन की भव्य आरती की गई। भक्तों ने इनकी परिक्रमा की। मधुर संकीर्तन का आयोजन हुआ। इस अवसर पर गोवर्धन के महत्व पर प्रभु नन्द महाराज जी ने प्रकाश डाला।(SUBHEAD)

मंदिर में भक्तों के द्वारा गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ। वास्तव में भगवान कृष्ण अपने भक्तों को आनंद देने के लिए और साथ ही साथ इंद्र को सुधारने के लिए ऐसी लीला संपन्न करते हैं। इस दिन भक्त गायों की पूजा करते हैं क्योंकि कृष्ण को गोपाल के रूप में जाना जाता है।

झलकियां...
-गाय की गोबर से भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन की आकृति बनाई गई।
-अन्नकूट - चावल के अलग अलग रंगों, विभिन्न प्रकार की मिठाइयों और फलों की विशाल गोवर्धन पर्वत बनाया गया।
-आरती और गोवर्धन की परिक्रमा की गई
-भजन और संकीर्तन किया गया
-गोवर्धन के महत्व पर प्रकाश डाला

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और धर्म ख़बरें
सनातन धर्म की पूजा-पद्धति सबसे सरल व सीधी : जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती अक्षरधाम सनातनम गीत से भाव विभोर हो रहे हैं हजारों दर्शक श्री चैतन्य गौड़ीय मठ में धूमधाम से मनाई गई राधाष्टमी, राधा रानी का पंचामृत से महाभिषेक 108 दर्जन केले तथा फूलों-फलों से सजा साईं का दरबार किन्नर समाज ने गुरु पूर्णिमा पर साईं बाबा को हीरे जड़ित सोने का मुकुट चढ़ाया अमरनाथ यात्रा के लिए अबोहर से जत्था रवाना मेरी आस बाला जी, विश्वास बाला जी... भगवान परशुराम मंदिर एंव शनिधाम में कीर्तन भंडारा आयोजित शिरडी साईं सेवा समाज, पंचकूला 2 जुलाई को मनाएगा गुरु पूर्णिमा महोत्सव ज्ञान का सागर है श्री राम कथाः कथा व्यास श्री कार्तिक गोस्वामी जी महाराज