ENGLISH HINDI Thursday, September 18, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
एएमएम-37 में मनाया गया सेवा पखवाड़ा: संजय टंडन ने पौधारोपण किया व टीबी की किटें बांटीपर्यटन और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए आतिथ्य क्षेत्र में मुख्यमंत्री पर्यटन स्टार्ट-अप योजना को मंजूरीभाजपा नेताओं की आपदा के समय राजनीतिक लाभ के लिए बयानबाजी भ्रामक : नरेश चौहान करदाताओं के लिए प्रदेश सरकार की “वन टाइम सेटलमेंट स्कीम, 2025” का लाभ उठाने का है अंतिम मौकाग़ज़लप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्षगाँठ पर एएमएम-37 में पौधारोपण व आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक शिविर आयोजितजीरकपुर ज्योतिष सम्मेलन में लोगों ने जाना समस्याओं का समाधानसुई-धागा बूटीक फर्म से 74 लाख की ठगी में तीसरा आरोपी पंजाब से काबू, 2 दिन के पुलिस रिमांड पर
मनोरंजन

भोजपुरी और पंजाबी फिल्मों की तर्ज परहरियाणवी फिल्में बनाना जरूरी: सतीश कौशिक

May 03, 2019 09:54 PM
चंडीगढ़, सुनीता शास्त्री।
हरियाणवी फिल्म छोरीआ छोरो से कम नहीं होती-महिला सशक्तिकरण पर आधारित हेै जो छोरी -छोरे के प्रति भेदभाव को दूर करने को प्रेरित करेगी । हरियाणा की संस्कृति रिच है । यहॉ चंद्रावन, पगड़ी,सतरंगी, दंगल, तनु वेड्स मनु जैसी फिल्मों की सफलता के बाद, जिसने हरियाणवी भाषा को व्यापक रूप से लोकप्रिय बना दिया है।
भोजपुरी और पंजाबी फिल्मो की तर्ज पर हरियाणवी फिल्में बनाना बहुत जरूरी हो गया है।यही सोचकर हरियाणवी भाषामें इंटरट्रेनिंग फिल्म बनाई है । यह विचार प्रसिद्धअभिनेता सतीश कौशिक ने  पत्रकारो सेरूबरू होकर व्यक्त किये वह आज अपनी पूरी टीम के साथ चंडीगढ़ ऐलांते मॉल में  आये हुए थे । आज यहॉ पीवी आर में फिल्म के टेलर लॉच किया गया तथा फिल्म 17 मई 2019 को रिलीज होने की घोषणा की गई। राजेश अमरलाल बब्बर द्वारा निर्देशित इस फिल्म में सतीश कौशिक, अनिरुद्ध दवे, रश्मि सोमवंशी मुख्य भूमिकाओं में हैं।
फिल्म महिलाओं और लैंगिक समानता को सशक्त बनाने के विचार को स्थापित करती है। युवां कलाकार अनिरुद्ध दवे विकास के लीड रोल  में है। इसके अलावा वह सोनी पर आ रहे पटियाला वेव सीरियल में थानेदार हनुमान सिंह के दबंग रोल में पहले ही काफी लोकप्रिय हैं।जी स्टूडियो के सीईओ शारिक पटेल ने कहा, हम अपनी पहली हरियाणवी फिल्म पेश करने के लिए सतीश कौशिक से हाथ मिला कर खुश हैं, जो एक मार्मिक कहानी है जो हमारे समाज में लैंगिक समानता के महत्व को स्थापित करती है।
निर्देशक राजेश अमरलाल बब्बर ने कहा, फिल्म नारी सशक्तीकरण के इर्द-गिर्द घूंमती है और न केवल हरियाणा में, बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों में यह संदेश फैलाने के लिए एक साहसिक कदम उठाती है कि एक लडक़ी का बच्चा जीवन के किसी भी क्षेत्र में किसी लडक़े से कम नहीं है। निर्माता निशांत कौशिक कहते हैं, हाल के वर्षों में, क्षेत्रीय सिनेमा ने सीमा में वृद्धि की है। हम द सतीश कौशिक एंटरटेनमेंट, जस्टूडियो के साथ, हरियाणवी फिल्म उद्योग की स्थापना के अपने सपने को आगे बढ़ाना चाहते हैं । 
 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और मनोरंजन ख़बरें
पहली बार आयोजित शम्मी कपूर स्पेशल कराओके सिंगिंग इवेंट में याहू स्टार के गीत गाए मेरे नैना सावन-भादों...बहुमुखी प्रतिभा के धनी हरफनमौला क्रिसमैटिक किशोर को किया याद 'घिच पिच'—पिता, बेटों और चंडीगढ़ शहर पर आधारित एक प्रभावशाली, युवावस्था पर आधारित फिल्म 1 अगस्त, को सिनेमाघरों में होगी रिलीज़ विरासते पंजाब का आयोजन 1 जून को : गिद्दा-भांगड़ा कप प्रतियोगिता होगी मुख्य आकर्षण जल्द आ रही है फिल्म "प्राइड ऑफ इंडिया", ओटीटी पर वेब सिरिज़ "जागो इंडिया" की हुई लॉन्चिंग "आसमां से आया फ़रिश्ता", में मोहम्मद रफी को याद किया गया फिल्म बंदा सिंह चौधरी 25 अक्तूबर को होगी रिलीज, प्रमोशन के लिए स्टार कास्ट पहुंचे चंडीगढ़ तथास्तु चैरिटेबल सोसायटी ने हर्षोल्लास के साथ मनाया तीज उत्सव चंडीगढ़ में तीज उत्सव की धूम, मिस मंजू जट्टैन और मिसेज सांत्वना को विजेता घोषित छात्र नेताओं और भ्रष्टाचार पर आधारित प्रभावशाली पंजाबी फिल्म रोडे कॉलेज ने दर्शकों का दिल जीता