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11 अगस्त से मार्गी हो रहे गुरु का कैसा रहेगा प्रभाव ?

August 03, 2019 05:34 PM

मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद्, चंडीगढ़

  हमारे सौर मंडल में जब भी कोई बड़ा ग्रह, राशि परिवर्तन करता है या वह वक्री या मार्गी होता है या उदय अथवा अस्त होता है या उसकी गति मध्यम, शीघ्र या अतिचारी हो जाती है तो, धरती के अलावा मानव जीवन पर ऐसी स्थितियों में विशेष प्रभाव पड़तें हैं जिसका विश्लेषण ज्योतिष समय समय पर करता है। 

खगोल विज्ञान में बृहस्पति ग्रह का महत्व

बृहस्पति ग्रह सौर मंडल में सबसे विशाल ग्रह है। इसका द्रव्यमान सूर्य के हज़ारवें भाग के बराबर है। हालाँकि इसका तापमान -145 डिग्री सेल्सियस है इसलिए यह बहुत ही ठण्डा ग्रह है। बृहस्पति को अंग्रेजी में जुपिटर नाम से जाना जाता है। इसमें हीलियम और हाइड्रोजन गैस है। खगोल विज्ञान के मुताबिक बृहस्पति के 64 प्राकृतिक उपग्रह हैं और इसका चुंबकीय क्षेत्र सभी ग्रहों में से सबसे शक्तिशाली है।

गुरु धनु राशि में 29 मार्च 2019 को आए थे, 10 अप्रैल 2019 से वक्री अवस्था में थे, वक्री होने के कारण 23 अप्रैल को वॄश्चिक राशि में वापसी कर गए थे, तथा 11 अगस्त 2019 से बृहस्पति फिर से मार्गी हो गए है। गुरु का वॄश्चिक राशि में मार्गी होना स्वर्णधातु की मूल्यों में उतार-चढ़ाव करने के साथ साथ 12 राशियों के जातकों के जीवन को भी प्रभवित कर रहा है। यहां वक्री होने का अर्थ यह है कि ग्रह के उल्टा चलने का आभास होना है, और मार्गी चलना अर्थात सीधा चलना है। गुरु का वक्र गति से मार्गी होना आपके लिए किस प्रकार का रहने वाला है,

धार्मिक दृष्टि से बृहस्पति ग्रह का महत्व

सनातन धर्म के अनुसार, बृहस्पति ग्रह को देव गुरु माना जाता है। महाभारत के अनुसार बृहस्पति महर्षि अंगिरा के पुत्र हैं। पौराणिक शास्त्रों के बृहस्पति ग्रह ब्रह्मा जी का भी प्रतिनिधित्व करता है। सप्ताह में बृहस्पतिवार का दिन गुरु को समर्पित है। अतः इस दिन गुरु की आराधना की जाती है। हिन्दू धर्म में केले के वृक्ष को गुरु के रूप में पूजा जाता है। बृहस्पति गुरु का वर्ण पीला है। शास्त्रों में गुरु को शील और धर्म का अवतार माना गया है।

खगोलीय और धार्मिक दृष्टि के साथ ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह का महत्व कितना व्यापक 

इन्हें समस्त देवताओं का गुरु माना जाता है। यदि  कुंडली में गुरु शुभ हैं तो आपको विकट परिस्थितियों में भी सहयोग मिलता रहता है। कर्क राशि में बृहस्पति उच्च के होते हैं तो मकर राशि में इन्हें निकृष्ट माना जाता है। ये धनु व मीन राशि के स्वामी हैं। सूर्य, चंद्रमा व मंगल के साथ इनकी मित्रता है।  तो शुक्र व बुध के साथ ये शत्रुवत संबंध रखते हैं। राहु-केतु व शनि के साथ इनका तटस्थ संबंध है। बृहस्पति में एक खास बात यह भी है कि इनकी भले ही किसी ग्रह से शत्रुता हो लेकिन जो ग्रह इनके साथ मित्रता नहीं रखते वे इनके शत्रु भी नहीं है यानि अधिकतर ग्रहों का बृहस्पति से तटस्थ रिश्ता है।  इन्हें संपत्ति व ज्ञान का कारक भी माना गया है। गुरु यानि बृहस्पति का परिवर्तन ज्योतिष के नज़रिये से व्यापक प्रभाव डालने वाली घटना मानी जाती है। 

गुरु के राशि परिवर्तन की यात्रा

  • गुरू 29 मार्च 2019 को धनु राशि में प्रवेश.
  • गुरू 10 अप्रैल 2019 को धनु राशि में वक्री.
  • गुरू 22 अप्रैल 2019 को वृश्चिक राशि में वक्री अवस्था में.
  • गुरु 11 अगस्त 2019 को वृश्चिक राशि में 19:04 पर मार्गी अवस्था में गोचर करेंगे.
  • गुरु 4 नवम्बर 2019 को धनु राशि में 29:16 पर प्रवेश करेंगे.

 गुरु धनु राशि में 29 मार्च 2019 को आए थे, 10 अप्रैल 2019 से वक्री अवस्था में थे, वक्री होने के कारण 23 अप्रैल को वॄश्चिक राशि में वापसी कर गए थे, तथा 11 अगस्त 2019 से बृहस्पति फिर से मार्गी हो गए है। गुरु का वॄश्चिक राशि में मार्गी होना स्वर्णधातु की मूल्यों में उतार-चढ़ाव करने के साथ साथ 12 राशियों के जातकों के जीवन को भी प्रभवित कर रहा है। यहां वक्री होने का अर्थ यह है कि ग्रह के उल्टा चलने का आभास होना है, और मार्गी चलना अर्थात सीधा चलना है। गुरु का वक्र गति से मार्गी होना आपके लिए किस प्रकार का रहने वाला है,

चंद्र राशि के अनुसार प्रभाव

मेष राशि

अटके धन की प्राप्ति होगी। धार्मिक कार्यों के आयोजन और व्यय होने की संभावनाएं हैं।धन संचय सहज होगा। व्ययों में बढ़ोतरी होगी। व्यापारिक क्षेत्र में अड़चनें आयेंगी। धन निवेश किया जा सकता है। निर्माण कार्य करने में आर्थिक लाभ के योग। मित्रों से विवाद की स्थिति बन सकती है।

वृषभ 

व्यापार में स्थितियां थोड़ी कठिन बनेंगी। निर्माण कार्य करने वालों को आर्थिक हानि की संभावना है। साझेदारी की योजनाओं पर कार्य किया जा सकता है। व्यापारिक विस्तार और नया व्यापार शुरु करने के लिए समय अनुकूल रहेगा। व्यापारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पुराने विवाद समाप्त होंगे। भाई बहनों का सहयोग मिलेगा।

मिथुन 

रोगों के प्रति सावधान रहें। ॠण लेन देन के कार्य सहजता से होंगे। कारोबारी और नौकरीपेशा व्यक्ति की अब तक की दिक्कतें समाप्त होंगी। विदेश गमन के योग बन रहे है। नौकरी और व्यापार में प्रतिष्ठा के साथ धन लाभ कराएगा। विवादों को सुलझाने का मौका मिलेगा।  ससुराल से संबंधों में सुधार होगा।

कर्क 

अपना स्वभाव थोड़ा लचीला रखें।उच्च शिक्षा अध्ययन कर रहे छात्रों के लिए समय अनुकूल। स्वास्थ्य में सुधार होगा। ऊर्जावान महसूस करेंगे। नई उमंग और उत्साह आपमें होगा। आय-लाभ में बढ़ोतरी होगी। कार्यक्षेत्र में योजनाओं पर समय पर काम होगा। सम्मान में वृद्धि होगी।

सिंह 

गुरु नई उमंग और उत्साह प्रदान करेगा। योजनाओं के अनुसार काम होने से प्रसन्नता रहेगी। कार्य स्थल पर सम्मान में वृद्धि होगी। अत्यधिक विश्वास धन हानि का कारण बन सकता है। रुके हुआ धन प्राप्त होगा। कारोबारियों के लिए समय अनुकूल। अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना होगा। विदेश गमन के प्रयास भी इस समय सफल होंगे।

कन्या 

किसी भी प्रकार के निवेश से बचें और अनजानों पर विश्वास न करें।जीवन में कई विषयों में आपको बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। अचानक से धन प्राप्ति के योग बन रहे है। पिता या पिता समान व्यक्ति के साथ संबंध बेहतर होंगे। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। गलत कार्य करने से बचें। यात्राओं से लाभ प्राप्त होगा।

तुला 

शुुरुआती असफलताओं के बाद सफलता मिलेगी। समय अच्छा रहेगा। नया व्यापार शुरू होगा।अब तक चले आ रहे रोगों से मुक्ति मिलेगी। शोध छात्रों को अध्ययन में ग्रह योगों का सहयोग मिलेगा। आपकी प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। ससुराल से रिश्तों को मधुर बनाए रखने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी होगी। धन का लाभ होगा। पदोन्नति के योग बनेंगे।

वृश्चिक 

पहले से भी अच्छी परिस्थितियां बनेंगी। धन लाभ होगा और अविवाहितों के विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होंगी।पारिवारिक माहौल सुखद रहेगा। जीवन साथी के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। भाई बहनों का सुख-सहयोग प्राप्त होगा। धार्मिक यात्रा पर जाने के लिए समय अनुकूल है। कुछ नया सीखने का मन हो तो सीख सकते है।

धनु राशि

आपके लिए धीरे-धीरे लाभ की स्थितियां बनेंगी। शत्रु पर नियंत्रण कर पाएंगे। शासकीय कार्यों में सहायता मिलेगी। परिवार में सुखद वातावरण रहेगा। कोर्ट कचहरी के मामलों का फैसला आपके पक्ष में हो सकता है। कर्ज में फंसा धन वापस मिल सकता है। शत्रुओं पर विनम्रता दिखाने से बचें।

मकर 

गुरु कार्यों को बनाने में सफल होगा। धन लाभ मिल सकता है। रुके हुए कार्य पूरे होंगे। अप्रत्याशित सफलताएं भी कार्यक्षेत्र में मिल सकती है। पुश्तैनी जायदाद को लेकर तनाव बढ़ सकता है। अस्पताल में जाने की स्थिति बन सकती है।

कुंभ 

अप्रत्याशित सफलताएं मिलेंगी। पिछले दिनों की परेशानियों से निजात मिलेगी। धन लाभ के साथ प्रतिष्ठा में भी लाभ होगा।व्यापार में लाभ और उन्नति मिलेगी। परिवार से खुशियां मिलेंगी। वाहन की प्राप्ति होगी। ऋण संबंधी समस्याओं को सुलझाने का मौका मिलेगा। घर में नया सामान आ सकता है। नई संपत्ति खरीदने के कार्य किए जा सकते है।

मीन 

व्यापार में लाभ और उन्नति मिलेगी। परिवार से खुशियां मिलेंगी। वाहन की प्राप्ति होगी। ऋण संबंधी समस्याओं को सुलझाने का मौका मिलेगा।रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। धार्मिक कार्यो के आयोजन पर व्यय होने के योग बन रहे है। यात्रा पर जाने के योग है। । कोई स्नेह संबंध शुरु हो सकता है।

 
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