मुंबई: स्मूले प्रजेंट्स टाइम्स ऑफ म्यूजिक पावर्ड बाय ऐस2 थ्री अपनी तरह का अनूठा म्यूजिक रिएलिटी/चैट शो है। यह शो 20 प्रमुख संगीतकारों को सामने लाएगा, जो इतिहास को दोबारा लिखेंगे और एक-दूसरे की मशहूर धुनों को अपने अलग अंदाज में फिर से सुर-ताल में ढालेंगे। 22 मशहूर गानों से जुड़ी यादों को फिर उभारेंगे। इस शो के नए फॉर्मेट के हर एपिसोड में अलग-अलग युग के दो संगीतकार एक-दूसरे के मशहूर गानों के पीछे के सिद्धांतों, इसकी नीतियों के बारे में बात करेंगे और एक नयी धुन बनाने के लिए उसे अपने तरीके से इंटरप्रेट करेंगे।
हम बहुत सारे रोमांटिक गाने रोज सुनते हैं, पर “आशिकी 2” का “तुम ही हो” क्लासिक गाना सुनकर जिस असली रोमांस का एहसास होता है, उस तरह के जज्बात किसी और गाने को सुनकर नहीं उभरते। यह गाना इस बात की शानदार मिसाल है कि जब शब्द, अहसास और मधुर संगीत का संगम होता है तो किस तरह के शानदार गीत का जन्म होता है। यह केवल “सॉन्ग ऑफ ई ईयर” ही नहीं बना, बल्कि यह गाना मिथुन के कॅरियर में टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। होस्ट विशाल ददलानी के साथ हुई बातचीत में मिथुन ने बताया कि कैसे उनके पास सिर्फ तीन शब्द ‘तुम ही हो’ थे और उन तीन शब्दों से उन्होंने गाना बनाया।
इस प्रोग्राम के दूसरे एपिसोड में लोकप्रिय संगीतकार विजू शाह के साथ नई पीढ़ी के जाने-माने संगीतकार मिथुन नजर आएंगे। मिथुन जहां “टिपटिप बरसा पानी” की आइकॉनिक धुन को रिक्रिएट करेंगे। वही विजू मिथुन के “मौला मेरे मौला” और “जावेदा जिंदगी” का अपना वर्जन पेश करेंगे।यहां पर आप एपिसोड की एक झलक देख सकते हैं - https://bit.ly/TimesOfMusic_Ep2Promo
हम बहुत सारे रोमांटिक गाने रोज सुनते हैं, पर “आशिकी 2” का “तुम ही हो” क्लासिक गाना सुनकर जिस असली रोमांस का एहसास होता है, उस तरह के जज्बात किसी और गाने को सुनकर नहीं उभरते। यह गाना इस बात की शानदार मिसाल है कि जब शब्द, अहसास और मधुर संगीत का संगम होता है तो किस तरह के शानदार गीत का जन्म होता है। यह केवल “सॉन्ग ऑफ ई ईयर” ही नहीं बना, बल्कि यह गाना मिथुन के कॅरियर में टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। होस्ट विशाल ददलानी के साथ हुई बातचीत में मिथुन ने बताया कि कैसे उनके पास सिर्फ तीन शब्द ‘तुम ही हो’ थे और उन तीन शब्दों से उन्होंने गाना बनाया।
म्यूजिक कंपोजर मिथुन ने बताया, “असल में मोहित सूरी ने उन्हें उस सीन पर अभिनय कर बताया, जिसके बाद “तुम ही हो गाना” आता है। मिथुन ने वह दिन याद करते हुए कहा, “मैंने मोहित को उस सीन पर अभिनय करते देखा तो मैं उसमें काफी हद तक डूब गया, लेकिन मेरे पास करने के लिए उस समय कुछ नहीं था। इसके बाद मैं मोहित के पास गया और उनसे बोला कि यह सब तो सुन लिया, लेकिन अब आगे क्या। तब उन्होंने कहा, “पता नहीं, देखते हैं, हम कुछ दिन बाद मिलते हैं। फिर वह लिफ्ट में चले गए। उसी समय मैंने उनसे कहा, “मोहित, मुझे गाने के लिए कोई शब्द या लाइन दो। जैसे ही लिफ्ट नीचे जाने लगी, मोहित बोल पड़े, “तुम ही हो। मैं अपने साथ यही तीन शब्द लेकर घर गया। जैसे ही मैं अपने पियानो पर गया और उस पर हाथ रखा तो उसमें से पहली धुन कुदरती तौर पर सिर्फ यही निकली, “क्योंकि तुम ही हो।” मुझे लगता है कि इसमें शब्द, अहसास और संगीत तीनों का संगम है। तीनों ही इस गाने में स्वाभाविक रूप से एक साथ आ गए हैं।”
ऐसी ही कई और रोचक कहानियों और अपने पसंदीदा गानों की शानदार धुनों के बारे में और जानने के लिए स्ट्रीम करें ‘टाइम्स ऑफ म्यूजिक’ - इसके नए एपिसोड हर शनिवार और रविवार मध्यरात्रि एमएक्स प्लेयर पर ड्रॉप किए जा रहे हैं।