ENGLISH HINDI Thursday, April 25, 2024
Follow us on
 
एस्ट्रोलॉजी

सितंबर में सितारों की बदली चाल, केैसा रहेगा अब हाल ?

September 15, 2020 06:05 PM

  मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद् 9815619620

ज्योतिष के अनुसार, हमारा जीवन सितारों की चाल से चलता है। नौ ग्रह, 12 राशियों तथा 27 नक्षत्रों का ही खेल है सारा इस संसार में। चाहे समुद्र का ज्वार भाटा हो , भूकंप, प्राकृतिक आपदा, महामारी, सत्ता परिवर्तन या इस संसार में होने वाली घटनाएं, इनका पूर्वालोकन ग्रहों की चाल पर ही निर्भर होता है। चंद्र जैसे ग्रह सवा दो दिन में , कुछ ग्रह बहुत जल्दी राशि परिवर्तन करते हैं तो कुछ ग्रह 30 महीने लगा देते हैं। कुछ तीव्र गति से चलते हैं तो कुछ वक्री हो जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र ,इन्हीं परिवर्तन के आधार पर पूरे विश्व में आने वाली घटनाओं की भविष्यवाणियां करता है।

13 सितंबर के दिन सभी ग्रह अपनी अपनी राशियों में स्थित थे।ऐसे ज्योतिषीय संयोग ,रावण पुत्र इंद्रजीत और भगवान राम के जन्म के समय पाए गए थे। दोनों ही अदम्य साहस के प्रतीक थे।

केवल शुक्र को छोड़ कर, 9 में से 8 ग्रह सब अपनी श्रेष्ठ राशियों में विराजमान थे ।ऐसा कई सदियों में केवल एक बार होता है। अब ऐसा संयोग 2050 में भी बनेगा।

सितंबर 2020 में मुख्य ग्रह अपना स्थान बदल रहे हैं। कुछ बदल चुके हैं कुछ बदल रहे हैं ।

16 तारीख को सूर्य कन्या राशि में आ गए हैं,

मंगल ग्रह 10 सितंबर से मेष राशि में वक्री है और फिर यह 14 नवंबर को मार्गी होगा। मंगल की वक्री चाल 66 दिनों की रहेगी। क्रूर ग्रह माने जाने वाले मंगल की टेढ़ी चाल का असर कुछ राशियों के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा है। इससे कुछ राशियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। कुछ राशियों को इसका लाभ भी प्राप्त होगा।

बुध 22 सितंबर को तुला में जाएगा। जहां बुध के कन्या राशि में गोचर को कुछ राशियों के लिए शुभफलदायी माना जा रहा है। तो वहीं तुला राशि में बुध का प्रवेश सभी राशियों के लिए मिलाजुला असर दिखाएगा।

बृहस्पति 13 सितंबर से अपनी राशि धनु में हैं। गुरु की सीधी चाल का असर कई राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ फलदायी माना जा रहा है। ज्योतिष में गुरु को धन, स्वर्ण और सुख सुविधा का कारक माना जाता है।

शुक्र कर्क राशि में 28 सितंबर तक स्थित रहेगा।

राहु और केतु 18 माह के लिए राशि परिवर्तन कर रहे हैं। राहु व केतु 18 माह में एक बार राशि परिवर्तन करते हैं। जबकि शनि 29 सितंबर को मार्गी हो जाएंगे।

राहु 23 सितंबर को अपनी चाल बदल रहा है। राहु इस दिन मिथुन राशि से वृष राशि में गोचर करेगा और इस राशि में 12 अप्रैल 2022 तक इसी राशि में स्थित रहेगा। राहु की चाल हमेशा उल्टी दिशा में होती है। राहु का राशि परिवर्तन इस साल की सबसे बड़ी ज्योतिषीय घटनाओं में से एक है। अतः इसका प्रभाव भी सभी राशियों पर जबरदस्त तरीके से पड़ेगा।

केतु ग्रह अगले महीने 23 सितंबर को धनु से वृश्चिक राशि में गोचर कर रहा है। केतु का गोचर इस साल की बड़ी ज्योतिषीय घटनाओं में से एक है। केतु के इस गोचर का असर सभी राशियों पर पड़ेगा। यह प्रभाव शुभ-अशुभ रूप में हो सकता है। वैदिक ज्योतिष में केतु ग्रह को एक छाया ग्रह है। यह मोक्ष, अध्यात्म और वैराग्य का कारक है और एक रहस्यमी ग्रह है।

राहु ,गुरु व शनि की चाल बदलने से प्रत्येक राशि पर असर दिखाई देगा, लेकिन इनके राशि परिवर्तन से शुभ संकेत भी दिखाई देंगे। लेकिन कोरोना का भय अप्रैल 2021 तक बना रहेगा।

वक्री मंगल युद्ध जेैसे हालात उत्पन्न कर सकता है, अग्निकांड, तोड़फोड़, गोलीबारी, विस्फोट जैसी घटनाएं इंगित करता है।राहू बड़े पविर्तन लाता है।

राहु और केतु दोनों अन्य ग्रहों से विपरीत दिशा में गोचर करते हैं। एक राशि में 18 महीने भ्रमण करने वाले राहु 23 सितंबर 2020 बुधवार के दिन राशि परिवर्तन कर मिथुन से वृषभ राशि में गोचर करने वाले हैं। 

राशि पर प्रभाव

मेष 

आर्थिक स्थिति सुधर सकती है। पिछले समय में हुए नुकसान की भरपाई हो सकती है। किसी तीर्थस्थल की भी यात्रा कर सकते हैं। वाणी मेंकठोरता आने की संभावना है, जिससे परिवार और प्रियजनों के साथ वाद-विवाद की स्थिति पैदा होगी। इस दौरान व्यवसायी और नौकरीपेशालोगों को आर्थिक नुकसान झेलने पड़ सकते हैं। शत्रुओं के हावी होने की संभावना है, नौकरीपेशा लोग कार्यस्थल पर तनाव महसूस कर सकते हैं। 

वृषभ 

धन संबंधी कार्यों में सावधान रहें। दिखावे से बचें। बचत पर ध्यान देना होगा। रिसर्च से जुड़े लोगों को किसी शोध में नई जानकारियां प्राप्त होसकती हैं।कार्यक्षेत्र में आपकी बुद्धि तीक्ष्ण होगी, लेकिन आप लोगों को समझने में भूल कर सकते हैं। इस दौरान आपका भाग्य आपका पूरा साथदेगा, आपकी संतान को भी इसका लाभ मिलेगा। हालांकि आपको अपनी वाणी पर संयम बरतने की सलाह है। हनुमानजी की उपासना करें। 

मिथुन 

कार्यक्षेत्र में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी।नौकरी मेंट्रांसफर या अन्य मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान पुराने रोग से पुनः उभरने की संभावना है। अकस्मिक खर्च और व्यय बढ़ने सेआर्थिक मुश्किलें पैदा होंगी। परिवार और परिजनों से दूर जाना पड़ सकता है। इस दौरान अपनी और अपने परिजनों की सेहत का विशेष ध्यान रखें। विदेश के व्यापार से जुड़े जातकों के लिए यह अच्छा समय भी कहा जा सकता है। भगवान गणेश को दुर्वा अर्पण करें।

कर्क 

इस दौरान आपको कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। शत्रु आप पर हावी हो सकते हैं। सेहत का खास ख्याल रखें।आपकी आय में वृद्धिहोगी, आय के नए स्रोत मिलने की संभावना है। राहु आपके जोश और पराक्रम में वृद्धि करेंगे, जिससे आपको हर कार्य में सफलता मिलेगी। इसदौरान आपके मन की हर इच्छा पूरी होगी। दुर्वा घास में रोजाना पानी दें।   

सिंह 

जीवनसाथी के साथ गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। छात्रों के लिए उत्तम समय है। व्यापार में तरक्की मिल सकती है। नौकरीपेशा वालों कोप्रमोशन मिल सकता है।नौकरी में पदोन्नति वरिष्ठ सहकर्मियों से आपको सहयोग मिलेगा। आर्थिक लाभ और मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी।हालांकि आपको अपने परिवार और वैवाहिक जीवन में संयम बरतना होगा, अपनी वाणी पर काबू रखें और किसी के लिए कटू या कठोर शब्दों काउपयोग न करें। गायत्री मंत्र का जाप किया जा सकता है।  

कन्या 

आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। वाहन या भूमि की खरीदारी शुभ मुहूर्त में ही करें। चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, औरआपके बनते काम बिगड़ सकते हैं। राजनीति से संबंध रखने वाले लोगों को लाभ होगा, धन, यश और प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान आपजोखिम उठाने में नहीं डरेंगे, भवन और वाहन सुख मिल सकता है। भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र का जाप करें। घर, परिवार, प्रेम, मित्र औरसहकर्मियों से रिश्ते खराब हो सकते है। यह दौर आर्थिक स्थिति के हिसाब से प्रतिकूल रहने वाला है। इस दौरान आपका भाग्य की जगह मेहनतपर विश्वास करना चाहिए। दुर्गा सप्तशती के मंत्रों का जाप करें। 

तुला 

कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। यह दौर आर्थिक स्थिति के हिसाब से प्रतिकूल रहने वाला है। इस दौरान आपका भाग्य की जगह मेहनत पर विश्वास करना चाहिए। दुर्गा सप्तशती के मंत्रों का जाप करें। भाई-बहनों से कलेश हो सकता है। आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। अध्यात्म की ओर झुकाव बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र और बिजनेस में परिस्थितियां आपके अनुकूल होंगी।  

वृश्चिक 

भाईबहनों से कलेश हो सकता है। आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। अध्यात्म की ओर झुकाव बढ़ेगा।नौकरीपेशा और व्यावसायी वर्ग कोसफलता प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। वैवाहिक जीवन में तनाव की स्थिति पैदा होगी। साझेदारी के कार्यों में सावधानी बरतें,अपने स्वस्थ्य के प्रति सचेत रहें। इस दौरान आपको धैर्य और शांत रहने का प्रयास करना चहिए। भगवान भैरव के रोजाना दर्शन से राहु केशुभफलों की प्राप्ति होगी।  

धनु 

धन की हानि हो सकती है। अनावश्यक खर्च बढ़ सकते हैं। लंबी दूरी की यात्राओं का योग बन सकता है। सेहत का ध्यान रखें।कार्यक्षेत्र और बिजनेस में परिस्थितियां आपके अनुकूल नहीं होंगी। किसी अजनबी से अनबन हो सकती है।कार्य स्थल पर अधिक सावधानीबरतने की आवश्यकता है, इस दौरान आप किसी षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं। प्रेम और वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ेगा, क्रोध और उग्रताबढ़ेगी, लेकिन परिश्रम के उचित परिणाम भी मिलेंगे। अपने करीबी और खास लोगों से सावधान रहें। इस दौरान धैर्य और संयम आपकी सबसेबड़ी पूंजी होंगे। कालभैरव अष्टक का पाठ करने से राहु के शुभ परिणामों में वृद्धि होगी।  

मकर 

इस गोचर के दौरान आपकी आमदनी बढ़ सकती है। रुका हुआ धन भी प्राप्त हो सकता है। भाई-बहनों संग रिश्ते मजबूत होंगे। कार्यक्षेत्र मेंतरक्की मिल सकती है। धन संबंधी कार्यों के लिए यह गोचर शुभ है।संतान और उससे जुड़े क्षेत्रों में सफलता मिलेगी। कार्य क्षेत्र में कुछपरेशानियों का सामना करना पड़ेगा, शत्रुओं के हावी होने की संभावना है। आर्थिक तौर पर मुश्किलें बढ़ेंगी और कर्ज में वृद्धि होगी। राहु के शुभपरिणामों को प्राप्त करने के लिए राहु से संबंधित दान जैसे मूली, दो रंग का कंबल, नीले वस्त्र किसी गरीब और जरूरतमंद को दान करना चाहिए।  

कुंभ 

इस गोचर के दौरान आपकी आमदनी बढ़ सकती है। रुका हुआ धन भी प्राप्त हो सकता है। भाई-बहनों संग रिश्ते मजबूत होंगे। कार्यक्षेत्र मेंतरक्की मिल सकती है। धन संबंधी कार्यों के लिए यह गोचर शुभ है।माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहेंगे, सरकारी या कानूनी दाव-पेंच मेंउलझने की संभावना है। जमीन और संपत्ति से जुड़े कार्यों में हानि की संभावना है, संतान से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।हनुमानजी के मंत्रों का जाप करें और उनके रोजाना दर्शन करें।

मीन 

इस राशि के जातकों की मुश्किलें बढ़ेंगी। कार्यक्षेत्र में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। विरोधी आपकी छवि को खराब करने की कोशिशकरेंगे। कार्य कुशलता में की संभावना है, परिवार और प्रियजनों से रिश्ते खराब होने की संभावना है, माता की सेहत को लेकर भी चिंतित रहेंगे। भूमि,भवन, वाहन सहित सभी भौतिक सुखों में वृद्धि होने के बावजूद परेशानियां बढ़ेंगी। मानसिक शांति के लिए ध्यान या आध्यात्म आपकी बेहतरसहायता कर सकते हैं। दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और एस्ट्रोलॉजी ख़बरें
नामवर ज्योतिष सम्राट नवदीप मदान का सम्मान वास्तु विशेषज्ञ परामर्श के बिना भी अपने घर या कार्यक्षेत्र में कर सकते हैं वास्तु के कुछ खास बदलाव वास्तु के अभाव का प्रभाव हरमिटेज सेंट्रल के ज्योतिष शिविर में सैकड़ों ने दिखाई कुंडली करवा चौथ पर विशिष्ट संयोग,निसंकोच रखें व्रत, करें शुक्रास्त पर भी उद्यापन! हिन्दू त्योहार दो- दो दिन क्यों बताए जाते हैं ? इस वर्ष रक्षा बंधन, किस दिन मनाएं ? श्रावण मास में सोमवार व्रत का अत्यधिक महत्व : स्वामी सुन्दर लाल भार्गव कैसे सुहाना और सुनहरा है सावन...बता रहे हैं जाने माने ज्योतिषी पंडित सुन्दर लाल भार्गव पूर्णिमा: कैसे करें सुबह की शुरुआत गुरु के दिन