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एस्ट्रोलॉजी

कैसा रहेगा 2021 आप और देश के लिए ?

December 30, 2020 09:48 AM

  मदन गुप्ता सपाटू, ज्योतिर्विद्, चंडीगढ़

नया साल कैसा रहेगा, यह जिज्ञासा हर व्यक्ति के मन में रहती है। जो लोग ज्योतिष को नकारते हैं, वे भी अपने बारे और अधिक जानने के इच्छुक रहते हैं। ज्योतिष ऐसी भविष्यवाणियां कई नियमों के आधार पर करता है। अंग्रेजी कैलेंडर और हिन्दू पंचाग इसका मुख्य आधार होता है। देश और प्रधानमंत्री की कुंडली भी आने वाली घटनाओं का संकेत देती है ।

इस साल सबसे अधिक लोग जानना चाहते हैं कि कोरोना कब जाएगा, किसान आंदोलन का क्या होगा ,कोई युद्ध तो नहीं होगा?  हम ज्योतिषीय विश्लेषण के आधार पर इसकी चर्चा करते हैं।

नव वर्ष 1- 1-2021, शुक्रवार को कर्क राशि तथा पुष्य नक्षत्र से आरंभ हो रहा है। अंक शास्त्र के अनुसार इसका योग 7 बनता है और 2021 का कुल योग 5 बनता है जो बुध का प्रतिनिधित्व करता है। हिंदू पंचांग  के अनुसार इस वर्ष नव संवत 2078 , 13 अप्रैल 2021 ,मंगलवार के दिन मेष राशि के अंतर्गत, नवरात्र सहित आरंभ होगा। इसे ’राक्षस’ संवत कहा जाएगा जिसके अनुसार इस साल का राजा और मंत्री दोनों ही मंगल हैं।

ग्रह चाल कैसी होगी ?

2021 की शुरूआत में गुरू मकर राशि में होंगे तथा 6 अप्रैल को कुम्भ में प्रवेश करेंगे पुनः 14 सितंबर को वक्री होकर मकर में आएंगे। इसके बाद 21 नवम्बर को पुनः कुम्भ राशि में प्रवेश कर जाएंगे और शनि मकर राशि में ही रहेंगे। राहु वृष राशि में तथा केतु वृश्चिक राशि रहेगा। मंगल सम्पूर्ण वर्ष मेष राशि से वृश्चिक राशि तक गोचर करेगा। इसी प्रकार अन्य ग्रह भी सम्पूर्ण वर्ष सभी राशियों में भ्रमण करते रहेगें और उसका प्रभाव आपके ऊपर किसी न किसी रूप में अवश्य पड़ेगा। 

ज्योतिष के अनुसार , गुरु और शनि दोनों 10 वीं अर्थात मकर राशि में चल रहे हैं। गुरु इस समय नीच हैं यानी कमजोर हैं और शनि अपनी ही राशि में बलवान हैं। यदि लोक भविष्य की बात करें तो गुरु जो सरकार को दर्शाता है वह लगभग हर देश में कमजोर पड़ती दिख रही है। शनि जो जनता का भी कारक ग्रह है, वह इस समय बली होकर जनता को सरकारों पर हावी बना रहा है, चाहे भारत हो या पाकिस्तान हो या अन्य कोई देश। 

प्रधान मंत्री जिनका जनम 17 सितंबर ,1950 को 11 बजे महेसाना में हुआ है, के लिए 2021 और असमंजसपूर्ण और विवशता वाली हालत पैदा करेगा, फिर भी अनेक अवरोधों के बावजूद, विशेष कूटनीति बनाकर वे सफल रहेंगे। हम कोरोना और चीन को हराएंगे। विपक्षी दल नेतृत्वहीन रहेगा जिसका लाभ सत्ता पक्ष को मिलेगा। राजनीतिक तौर पर भाजपा कई अप्रत्याशित गठबंधन कर के कई प्रदेशों में अपना प्रभाव बढ़ाएगी। कांग्रेस को अदूरदर्शी सोच और अंतर्विरोध के कारण इसकी लोकप्रियता को धक्का लगेगा। कुछ प्रदेशों में सत्ता से हाथ धोना पड़ सकता है। मोदी लौहपुरुष के रुप में उभरेंगे और कोरोना से लेकर आंतरिक तथा विदेशी ताकतों से लड़ते रहेंगे।

इन दोनों ग्रहों की जुगलबंदी से राजनीतिक दलों में बिखराव, जन आन्दोलनों में आक्रोश, ठंड के बरसों पुराने टूटते रिकार्ड, आर्थिक मंदी आदि परिलक्षित होंगे। गुरु- शनि जब तक दूर नहीं होते ,यह गतिरोध बना रहेगा ।चूंकि गुरु नवंबर से मकर की नीच राशि में कमजोर हो गया है और शनि अपनी ही मकर राशि में बलवान हो गया है , इसलिए जनता और सरकार के मध्य गतिरोध बना रहेगा । धीरे धीरे कुछ संशोधन होंगे।अभी किसान आन्दोलन चलेगा । दोनों ओर से दबाव बनेगा। आपसी टकराव चलता रहेगा। अप्रैल में 6 तारीख से जब गुरु ,शनि से अलग होंगे , तब जाकर कोरोना और किसान समस्या का ठीक से हल निकलेगा। परंतु इससे पहले ,10 फरवरी के आसपास जब 6 ग्रह मकर राशि में होंगे तब एक बार फिर ऐसा जन आक्रोश  किसी भी कारण से देखने को मिल सकता है। इस मध्य राजनैतिक उग्रता, साम्प्रदायिक उपद्रव, हिंसक घटनाएं, प्राकृतिक आपदाएं, युद्ध जैसी हालत देखने को मिलेगी । शनि न्यायाधीश की भूमिका निभाएंगे और न्यायालयों को जनता की समस्याएं, सुलझाने के लिए बार बार आगे आना पड़ेगा। धनु और मीन राशियों के स्वामी गुरु हैं तो मकर व कुंभ के शनि हैं। ये चारों राशियों के लोगों पर इस गुरु- शनि के महासंयोग का प्रभाव व्यक्तिगत रुप से भी पड़ सकता है। धनु, मकर तथा कुंभ राशि वाले वैसे भी साढ़ेसाती के प्रभाव में हैं।

इस वर्ष पिछले साल 6 ग्रहणों के मुकाबले 4 ग्रहण ही लगेंगे। प्राकृतिक आपदाएं 2020 के मुकाबले कम होंगी।

भारत

भारत का 74 वां वर्ष चुनौती पूर्ण रहेगा। नया साल कालसर्प योग से आरंभ हो रहा है जो 15 अगस्त ,1947 को भी था। राजनैतिक स्तर पर उथल पुथल अधिक रहेगी। उपद्रव, हिंसा, जनआंदोलन और बढेंगे। सीमाओं पर तनाव बढ़ेगा। पीली चीजों जैसे तेल, सोना, पेट्र्ोल,जमीन, गेहूं के रेट बढ़ते जाएंगे। भारत चीनी कंपनियों के विरुद्ध एक गंभीर आर्थिक युद्ध आरंभ करेगा। हमारी अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। परंतु डालर के मुकाबले रुपये का अवमूल्यन तेजी से बढ़ सकता है।

प्रधान मंत्री जिनका जनम 17 सितंबर ,1950 को 11 बजे महेसाना में हुआ है, के लिए 2021 और असमंजसपूर्ण और विवशता वाली हालत पैदा करेगा, फिर भी अनेक अवरोधों के बावजूद, विशेष कूटनीति बनाकर वे सफल रहेंगे। हम कोरोना और चीन को हराएंगे। विपक्षी दल नेतृत्वहीन रहेगा जिसका लाभ सत्ता पक्ष को मिलेगा। राजनीतिक तौर पर भाजपा कई अप्रत्याशित गठबंधन कर के कई प्रदेशों में अपना प्रभाव बढ़ाएगी। कांग्रेस को अदूरदर्शी सोच और अंतर्विरोध के कारण इसकी लोकप्रियता को धक्का लगेगा। कुछ प्रदेशों में सत्ता से हाथ धोना पड़ सकता है। मोदी लौहपुरुष के रुप में उभरेंगे और कोरोना से लेकर आंतरिक तथा विदेशी ताकतों से लड़ते रहेंगे।

विश्व पटल

अमेरिका और चीन के मध्य आर्थिक युद्ध चलता रहेगा। पाकिस्तान चीन के चंगुल में फंसता जाएगा। मुस्लिम बाहुल्य देशों में आतंकवाद ओर बढ़ेगा।

राज्य

हिमाचल जिसकी प्रभाव राशि मीन है, उन्नति करेगा परंतु कुछ विकास योजनाओं में विध्न पड़ेगा।हरियाणा गतिशील रहेगा। जम्मू व कश्मीर में टूरिज्म ओैर टेररिज्म दोनों बढ़ेंगे। पंजाब की राशि कन्या के अनुसार , यहां जनता में रोष रहेगा, मंत्रिमंडल में परिवर्तन होंगे। दिल्ली में जनसंख्या विस्फोट और भूकंप की संभावना है। उत्तर प्रदेश में 23 सितंबर के बाद राजनीतिक हत्याओं और धर्मिक उन्माद के बावजूद उन्नति होगी। बगाल में भाजपा का प्रभाव बढ़ेगा।  

चंद्र राशि और अंक विज्ञान के अनुसार आप अपना भविष्य जानिए- 

1.मेष

2021 काफी अच्छा रहेगा। इस वर्ष मुख्य रूप से आपके करियर और बिजनेस में सफलता प्राप्त होगी। कर्मफल दाता शनि देव की अपार कृपा प्राप्त होगी जो आपके आर्थिक जीवन को खुशहाल बनाने में मदद करेगी। बहुत समय से अटकी हुई कोई योजना पूर्ण हो जाएगी जिससे आपको अच्छा धन लाभ होगा। आपका पारिवारिक जीवन समस्याओं से घिरा रहेगा।

• सूर्य देव को प्रतिदिन तांबे के पात्र से अर्घ्य दें।

2.वृषभ

नया वर्ष ,आपके लिये नई सफलताएं और उपलब्धियों वाला रहेगा। वैवाहिक जीवन और व्यापार में सफलता मिलने के भी योग आपके लिये बना रहा है। अपने मार्ग में आने वाले विभिन्न विकल्पों का चुनाव करना होगा । शनिदेव पूरा वर्ष भाग्य स्थान में ही विराजमान रहेंगे, जो कि आपके भाग्य की वृद्धि करने का कार्य करेंगें।

• शनिवार के दिन चीटियों को आटा डालें और किसी निर्जन स्थान में एक सूखे नारियल में आटे और चीनी को मिलाकर उसका कसार बनाकर गोले में भरकर दबा दें।

3.मिथुन

इस वर्ष आपका आर्थिक जीवन बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता क्योंकि मिथुन राशि वालों के बृहस्पति और शनि अष्टम भाव में युति बनाएंगे। धन हानि होने के योग बनेंगे। प्रत्येक कार्य में देरी और बिघ्न की स्थिति बनेगी, बृहस्पति और शनि के गोचर के चलते आर्थिक हानि होने की भी संभावना अधिक है। थोड़ा संभलकर चलने का समय है।

• बुध के बीज मंत्र “ ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का जाप प्रतिदिन 108 की संख्या में करें।

4.कर्क

ये साल करियर की दृष्टि से अच्छे परिणामों को लेकर आएगा। नौकरीपेशा जातकों को अपने कार्यस्थल पर तरक्की दिलाएंगे। व्यापार करने वाले जातकों को शनि और बृहस्पति की सप्तम भाव में उपस्थिति अनुकूल परिणाम दिलाएगी। मार्च से मई के दौरान स्थितियां काफी बदल जाएंगी। इस समय आपको अधिक आर्थिक लाभ होने की संभावनाएं हैं।

• मंगलवार के दिन मंदिर जाकर लाल रंग का झंडा लगाएँ।

5.सिंह

आर्थिक दृष्टि से ये साल ठीक-ठाक रहने वाला है। परिवार के सहयोग से धन अर्जित कर पाने में सफलता हासिल करेंगे। छोटी-छोटी सफलताओं के साथ आप बड़ी सफलता की ओर भी कदम बढ़ाएंगे। कोई बड़ा निवेश करने की सोच रहे हैं तो यहाँ आपको बहुत सोच-समझकर कदम उठाने की ज़रूरत है ।

• रविवार के दिन बैल को गेहूं अथवा आटे की लोई खिलाएं।

6.कन्या

साल की शुरुआत आपके लिए अच्छी रहेगी वहीं मध्य में आपको सावधान रहने की ज़रूरत होगी। करियर में आपको अच्छी सफलताएं मिल सकती हैं। नई-नई योजनाएं आपके जहन में आ सकती हैं। किसी सहयोगी के साथ व्यापार कर रहे जातकों को हानि होने की आशंका अधिक है। साल की शुरुआत और साल का अंत सबसे बेहतर रहने वाले हैं।

• चाँदी का एक ठोस चौकोर टुकड़ा सदैव अपने पर्स या पॉकेट में रखे।

7.तुला

2021 आपके लिए बहुत सारे बदलाव लेकर आने वाला है। जीवन में कई महत्वपूर्ण बदलाव भी इस समय आएँगे। जून से जुलाई के बीच कार्य क्षेत्र में काफी लाभ होगा। आपको कार्यक्षेत्र में भरपूर सफलता मिलने से उन्नति की प्राप्ति होगी। साथ ही व्यापारी जातकों को भी अपने व्यापार में विस्तार करने का अवसर प्राप्त होगा।

• गौ माता की जितनी हो सके सेवा करें और उन्हें आटे की लोई खिलाएं तथा उनकी पीठ पर तीन बार हाथ फेरें।

8.वृश्चिक

यह साल आपके लिए कई मायनों में अच्छा रहेगा। हालांकि, आपको स्वास्थ्य से संबंधित मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी। पुराने समय से चली आ रही किसी बीमारी से आप उबर जाएंगे। प्रेम जीवन के लिए वर्ष काफी अनुकूल रहेगा और कुछ लोगों को विवाह की शहनाइयां सुनने का मौका मिलेगा और आप अपने प्रियतम को अपना बनाने में सफल होंगे।

• प्रतिदिन मस्तक पर केसर अथवा हल्दी का तिलक लगाना बेहतर परिणाम देगा।

9.धनु

बिजनेस में अपार सफलता मिलेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने के संकेत हैं। इस साल आपका स्वास्थ्य मिला-जुला रहेगा, स्वास्थ्य जीवन पिछले वर्ष के अनुसार काफी बेहतर होगा। हालांकि शनि देव आपकी परीक्षा लेते हुए बीच-बीच में आपको कुछ कष्ट देते रहेंगे, लेकिन आपको कोई बड़ा रोग इस वर्ष नहीं होगा।

• शनिवार के दिन सरसों के तेल में उड़द की दाल के पकौड़े बनाकर ग़रीबों में बाँटना उत्तम रहेगा।

10.मकर

आपकी राशि में शनि और गुरु की युति आपको भाग्य का साथ प्रदान करेगी, करियर में बिना रुके लगातार आगे बढ़ते जाएंगे व्यापारियों के लिए भी यह साल विशेष शुभ रहने वाला है। राहु वर्ष के मध्य में आपको धन लाभ करने के कई अवसर देंगे। परिवार में मान, सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी तथा परिवार में किसी का विवाह होने के कारण सामाजिक रूप से आपका परिवार आगे बढ़ेगा।

• मंगलवार के दिन रक्तदान करना तथा घर से दूर अनार का पेड़ लगाने से आपका संकटों से बचाव होगा।

11.कुंभ

कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा । व्यापार करने वाले जातकों को किसी यात्रा पर जाने का मौका मिलेगा। नौकरी में स्थानांतरण के योग भी बन रहे हैं। मेहनत अनुसार फल की प्राप्ति होगी। विद्यार्थियों को इस साल अधिक मेहनत करनी होगी। हालांकि, अपने देश में शिक्षा प्राप्त करने वालों की इच्छा पूरी हो सकती है।

• शनिवार के दिन चींटियों को आटा डालना और दिव्यांग जनों को भोजन कराना उत्तम रहेगा।

12.मीन

आपको इस समय अपने अधिकारियों और अपने सहकर्मियों से बेहतर संबंध बनाकर चलने की जरूरत होगी। तभी आपके अधिकारी आपकी मेहनत को देख पाएंगे। नौकरी पेशा जातकों को कार्यक्षेत्र में भाग्य का साथ मिलेगा और उनकी उन्नति और तरक्की होगी। इसलिए अपने प्रयास और अपनी मेहनत जारी रखें।

• आपको सदैव अपनी जेब में एक पीले रंग का रुमाल रखना चाहिए।

अंक ज्योतिष की गणना के आधार पर वर्ष 2021 में सबसे ज्यादा प्रभाव डालने वाला अंक 5 होगा। वर्ष 2021 का कुल योग 5 (2+0+2+1=5) है।

मूलांक 1

जिनका जन्म अंक 1,10, 19 और 28 हैं, इनका जोड़ 1 अंक होता हैं। यह वर्ष चुनौतियों से भरा होगा, लेकिन इतनी मेहनत और संघर्ष के बाद सफलता भी अवश्य प्राप्त होगी। यात्राओं के माध्यम से धन का आगमन होगा। व्यापारियों के लिए और फाइनेंस के काम में भी लाभ मिलेगा। अगस्त माह में वाहन से दुर्घटना के आसार बन रहे हैं।

मूलांक 2

वेतन बढ़ने से आपको लाभ की प्राप्ति होगी और आप अपने अधूरे कार्य भी पूरे कर पाएंगे। अगर आप कर्ज़ लेने की सोच रहे हैं तो वर्ष मध्य को छोड़ कर सभी उत्तम रहेगा। पेट और त्वचा की परेशानी को लेकर कुछ सावधानी रखें।

 मूलांक 3

यह वर्ष आपके पास नई-नई योजनाओं के साथ सुनहरे अवसरों को भी लाएगा। यह साल आपको नई नौकरी के अवसर भी देगा। प्रमोशन के लिए भी अच्छा वर्ष रहेगा। ज़मीन से जुड़ी कोई ड़ील भी इस वर्ष आपको लाभ दे कर जाएगी।

 मूलांक 4

अंक 4 , कलयुग का प्रधान ग्रह राहु हैं। आप नौकरी बदलना चाहते हैं, तो अप्रैल से समय बेहतर रहेगा। अगस्त के बाद का समय नौकरी में कुछ सावधानी रखनी होगी। वर्ष सेहत में उतार-चढ़ाव लाएगा। वाहन दुर्घटना का योग बन रहा हैं। पेट और गले में इंफेक्शन की समस्या हो तो लापरवाही नहीं करें।

मूलांक 5

अंक 5 का स्वामी बुध हैं। ये वर्ष आपके लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगा , नये अवसरों के साथ कामयाबी हासिल करेंगे। कोई पुरानी बीमारी भी आपको परेशान करेगी ,जल्दी ही बेहतर हो जाएंगे। नवंबर और दिसंबर में पेट से जुड़ी कोई परेशानी से धन का खर्च हो सकता हैं।

मूलांक 6

अंक 6 का स्वामी शुक्र ग्रह हैं। वेतन में वृद्धि से आपको लाभ होगा। बाहर का खाना पीना कम से कम ले। जून के बाद किसी दुर्घटना की वज़ह से चोट लग सकती हैं वाहन बहुत ही सावधानी से चलाये और गुस्से में घर से बाहर नहीं जाये।

मूलांक 7

मूलांक 7 का स्वामी केतु ग्रह हैं। 2021 वर्ष कार्य को लेकर नये अवसर लाएगा । वर्ष के अन्त में तबादले के योग भी बन रहे हैं, जो आपके लिए बेहतर होगा। अगस्त के बाद किसी के पास अचानक धन फंस सकता हैं, लेन-देन में सावधानी रखना। अपने गले का भी ध्यान रखे।

मूलांक 8

अंक 8 का स्वामी न्याय कारक शनि ग्रह हैं। नये व्यवसाय के लिए सुनहरे अवसरों के साथ लाभ के भी दरवाज़े खोल रहा है। किसी महिला मित्र के साथ काम करने से बचे और ना ही धन देने का कोई वादा करें। वर्ष मानसिक तनाव के साथ शुरू होगा, काम में अधिक व्यस्त होने की वज़ह से अपनी सेहत का ध्यान नहीं दे पाएंगे।

मूलांक 9

अंक 9 के लिए 2021 का वर्ष कार्य में बहुत संघर्ष दिखा रहा हैं, अधिक क्रोध की वज़ह से आपका ब्लड़-प्रेशर बढ़ जाएगा और तबीयत खराब हो सकती हैं। वर्ष के अंत में अचानक मानसिक तनाव के कारण कमज़ोरी और अकेलापन महसूस होगा

 
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