धर्मशाला (विजयेन्दर शर्मा)
कांगडा जिला की सियासत में ज्वालामुखी के पूर्व विधायक संजय रतन ताकतवर नेता के रूप् में उभर कर सामने आये हैं ताजा चुनाव परिणामों से कांग्रेस पार्टी के बडे नेता जहां अपने इलाकों में पार्टी को कोई करिषमा नहीं दिखा पाये वहीं संजय रतन ने भाजपा विधायक रमेष धवाला के मंसूबों पर पानी फेरते हुये ज्वालामुखी में सात में से छह सीटें कांग्रेस की झोली में डाल कर अपनी ताकत का लोहा मनवाया-
कांगड़ा जिले में आठ नगर निकायों में 3 भाजपा और 3 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। एक नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला में निर्दलीय बाजी मार गए। यहां पर 6 निर्दलीय जीते, दो सीटें भाजपा और 3 कांग्रेस ने झटकी। नगर परिषद कांगड़ा में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर रही। दोनों दलों ने 9 में से 3-3 सीटें जीतीं। तीन सीटें निर्दलीय ले गए। आठों नगर निकायों में कुल 66 सीटें थीं। जिनमें से भाजपा ने 28 और कांग्रेस ने 26 जीतीं।
निर्दलीयों ने 12 सीटें जीतीं। पिछली बार जिला में 7 नगर निकाय थे जिनमें कांग्रेस ने चार और भाजपा ने तीन में जीत हासिल की थी। हालांकि, विस चुनाव से पहले इस सेमिफाइनल में दो मंत्रियों बिक्रम ठाकुर, राकेश पठानिया की साख बच गई। बिक्रम देहरा और राकेश पठानिया नूरपुर का किला बचाने में कामयाब रहे। लेकिन, मंत्री सरवीण चौधरी अपने घर में ही ढेर हो गईं। शहरी विकास मंत्री बनने के बाद पहली बार सरवीण चौधरी ने अपनी शाहपुर पंचायत को नगर पंचायत बनवाया था लेकिन जनता ने उसके बदले वोट नहीं दिया। पूर्व मंत्री जीएस बाली के गढ़ नगरोटा बगवां में कांग्रेस का क्लीन स्वीप हो गया। यहां 7 में से 6 सीटें भाजपा और एक निर्दलीय ने जीती। जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय महाजन अपने ही गढ़ में हार गए। जवाली में विधायक अर्जुन ठाकुर को हार का सामना करना पड़ा। नगर परिषद नगरोटा बगवां में पिछली बार भाजपा ने कब्जा किया था। इस बार भाजपा ने यहां पर 6 और एक सीट निर्दलीय ने जीतीं। नगर पंचायत बैजनाथ में पिछली बार पहले ढाई साल कांग्रेस का कब्जा था।
इस बार भाजपा ने 2, कांग्रेस 3 और 6 सीटों पर निर्दलीय जीते। नगर परिषद कांगड़ा में पिछली बार कांग्रेस का कब्जा था। इस बार कांगड़ा में भाजपा तीन, कांग्रेस 3 और निर्दलीयों ने 3 सीटें जीती हैं। पिछली बार भाजपा के कब्जे में रही जवाली नगर पंचायत में कांग्रेस जीती। पिछली बार भाजपा की कब्जे वाली नगर पंचायत जवाली में 6 कांग्रेस और भाजपा ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है, एक निर्दलीय जीता है। पहली बार नगर पंचायत बनी शाहपुर में कांग्रेस ने चार, भाजपा ने दो और एक सीट निर्दलीय ने जीती है।
कई दशकों से कांग्रेस के कब्जे वाली नगर परिषद नूरपुर में भाजपा ने पहली बार 6 और कांग्रेस ने 3 सीटें जीतीं। पहले से भाजपा के कब्जे वाली नगर परिषद देहरा में फिर कमल लहराया। यहां पर भाजपा ने 6 और कांग्रेस ने एक सीट जीती। पहले से कांग्रेस के कब्जे वाली नगर परिषद ज्वालाजी में फिर हाथ हावी रहा। यहां पर 7 में से 6 सीटें कांग्रेस और एक भाजपा ने जीतीं। यहां पर पवन राणा और रमेश धवाला के बीच सियासी लड़ाई पार्टी पर भारी पड़ी। पहले से कांग्रेस के कब्जे वाली नगर परिषद कांगड़ा में भाजपा को तीन, कांग्रेस को तीन और निर्दलीयों को तीन सीटें मिलीं।