शिमला, (विजयेन्दर शर्मा)
मंडी जिले में शनिवार को चट्टान खिसकने से 4 लोगों की मौत हो गई और 11 घायल हो गए। ये लोग एक धार्मिक समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे। रविवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पीडि़त परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए मुआवजा देने और घायलों के इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया।
मंडी जिले के कल्हणी में शनिवार देर शाम एक धार्मिक कार्यक्रम था। इसमें शामिल श्रद्धालु जंजली की तरफ लौट रहे थे। इस दौरान एक जीप आगे निकल गई। पीछे चल रही दूसरी गाड़ी पर पहाड़ से मलबा और पेड़ आ गिरे और इसके बाद जीप खाई में गिर गई। घटना में जीप में सवार 15 लोगों में से 3 की मौत हो गई, 12 गंभीर हो गए। इन्हें आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। रविवार सुबह 5 बजे एक घायल व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
मुख्यमंत्री ने जोनल अस्पताल मंडी में घायलों का हाल जाना। इस दौरान परिजन ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही से उनके लोगों की जान गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों ने राहत और बचाव कार्य में काफी ज्यादा मदद की है। हादसे में किसी प्रकार की कोई लापरवाही सामने नहीं आ रही है। जिस क्षेत्र में यह हादसा हुआ है, वहां इस प्रकार की लैंडस्लाइड होती रहती हैं। उन्होंने कहा कि यदि घायलों को आईजीएमसी शिमला या पीजीआई चंण्डीगढ़ भेजने की आवश्यकता हुई तो उन्हें शीघ्र ही स्थानातंरित किया जाना चाहिए ताकि उन्हें समय पर उचित उपचार मिल सके।
मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की और इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है।
शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, सांसद राम स्वरूप शर्मा, विधायक इन्द्र सिंह गांधी और अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा भी मुख्यमंत्री के साथ थे।