पूजा गुप्ता सपाटू
निमोना, पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक ऐसा स्वादिष्ट खाना है जो किसी भी मौसम में लंच या डिनर के समय चावल या रोटी के साथ परोसा जा सकता है। इसकी विशेषता यह है कि यह भारत के किसी भी 7 सितारा होटल तक में उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा यह केवल कच्ची घानी के तेल में ही बनता है, किसी देसी घी या रिफाइंड में नहीं बनाया जा सकता।
5 सदस्यों के लिए
सामग्रीः ताजी नरम व मीठी मटर -500 ग्राम, प्याज- 250 ग्राम, लहसुन- 15 कलियां, अदरख- 25ग्राम, हरी मिर्चें - 5 से 7, ताजी हरी धनिया की गुच्छी- 2, पिसा धनिया पावडर- 25ग्राम, लाल मिर्ची पावडर- 10 ग्राम, हींग पाउडर , कच्ची घानी का तेल-200 ग्राम, आलू- एक किलो, , बासमती चावल- आधा किलो।
विधिः मटर के दाने, हरी धनिया, हरी मिर्च, लहसुन, अदरख को मिक्सी में बिना पाली डाले दरबरा अर्थात कुछ मोटा पीस लें। यह आटे की लोई सा होना चाहिए। लोहे की कढ़ाई में सरसों का तेल डालें। गर्म होने पर इसमें साबुत जीरा, हींग और लाल मिर्ची पावडर डालें। जीरा चटखने पर गर्म तेल में पेस्ट संभाल कर डालें और कड़छी से चलाते जाएं।
ध्यान रहे , यह मिश्रण तले में चिपके नहीं और जले नहीं। इसे तब तक औटते रहें जब तक सारा मिश्रण तेल छोड़ कर चमकने न लगे और आटे की लोई की तरह बन जाए तथा एक बढ़िया सी महक आने लगे। अब इसमें आलू के चौरस छोटे टुकड़े डाल कर फिर भूनें जब तक आलू हरे ब्राउन न हो जाएं। अब पानी डाल कर धीरे धीरे चलाते जाएं ताकि कड़ाही के तले में चिपके नहीं। स्वादानुसार नमक डालें। कुछ देर ढांक दें। आलू गल जाने और गाढ़ा होने पर उतार लें। चावल के साथ परोसें।
इस खाने के स्वाद का एक रहस्य और है। इसे चम्मच की बजाय हाथों से खाएं और आवयश्यकतानुसार देसी घी डाल लें। जितना अधिक और बिना जलाए निमोना भूनेंगे, उतना स्वादिष्ट बनेगा।
*458- सैक्टर 10, पंचकूला,मो0- 98156 19620