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जीवन शैली

सख्त सर्दी दिल से संबंधित जटिलताओं को बढ़ा सकती है: डॉ. अरुण कोचर सर्दी के मौसम में दिल की सुरक्षा के लिए उपयोगी टिप्स दिए

November 30, 2021 06:43 PM

चंडीगढ़,(आर.के.शर्मा)

हाल के एक अध्ययन से पता चला है कि ठंड के मौसम में हृदय संबंधी कारणों से मृत्यु दर नाटकीय रूप से बढ़ जाती है। ऐसे मौसम में अपने आप को और अपने दिल को सुरक्षित रखने के लिए कई आसान उपायों पर अमल किया जा सकता है।

एक हेल्थ एडवाइजरी में, डॉ.अरुण कोचर, सीनियर कंसल्टेंट, कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली ने कहा कि ‘‘सर्दियों के दौरान, हमारा दिल मामूली तौर पर बदलावों को एडजस्ट करता है ताकि शरीर की सामान्य शारीरिक प्रक्रियाएं बिना किसी बाधा के जारी रह सकें। हालांकि, यह एक ऐसा समय भी है जब ठंड का मौसम विनाशकारी स्वास्थ्य घटनाओं जैसे स्ट्रोक या दिल के दौरे का कारण बन सकता है। तापमान में हर एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट मृत्यु में 0.49 प्रतिशत की वृद्धि के साथ जुड़ी हुई है। इस बढ़ोतरी में विशेष रूप से सर्कुलेटरी कारकों का योगदान रहता है।’’

उन्होंने इस संबंध में गहन जानकारी के साथ बताया कि कैसे तापमान में गिरावट के साथ स्ट्रोक की घटनाएं बढ़ जाती हैं।

सर्दी और हृदय रोग

दिल के दौरे की अधिक घटनाओं के कारण के बारे में कम ही जानकारी उपलब्ध है। यह प्रमुख तौर पर हृदय की रक्त वाहिकाओं के ठंड के कारण सिकुड़ने या संकुचित होने के कारण हो सकता है जिससे हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति कम हो जाती है। यह भी देखा गया है कि रक्तचाप यानि ब्लडप्रेशर का पर्यावरण के तापमान के साथ विपरीत संबंध है। सर्दियों के दौरान, रक्तचाप बढ़ जाता है, जिससे हृदय को उतनी ही मात्रा में रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। ये भी ध्यान रखना जरूरी है कि किसी के लिए भी कोई भी अनैच्छिक या कुछ अधिक किया गया व्यायाम हृदय पर दबाव डाल सकता है, जिससे जोखिम वाले लोगों में दिल का दौरा पड़ सकता है।

थक्का यानि क्लॉट गाढ़ा हो जाता है

आमतौर पर लोगों का मानना है कि सर्दी के दिनों में सर्दी-जुकाम और फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि, सर्दियों की सुबह दिल के दौरे की असामान्य रूप से उच्च मामले सामने आना भी देखा गया है। अचानक मृत्यु सहित हृदय रोग से होने वाली मौतों में, सर्दियों की शुरुआत में तेजी से वृद्धि होती है और नए साल के दिन के आसपास ये चरम पर होती है। सर्दियों के महीनों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा गर्मियों के दौरान दोगुना होता है। इसके अलावा, सर्दियों में दिल का दौरा भी साल के किसी भी समय दिल के दौरे की तुलना में घातक होने की अधिक संभावना है।

कई अध्ययनों से पता चला है कि दिल के दौरे और हृदय रोग से संबंधित जटिलताएं सर्दियों के महीनों में सुबह के घंटों में काफी अधिक बार होती हैं। कई शोध बताते हैं कि रक्तचाप में सुबह-सुबह वृद्धि या ज्यादातर लोगों में होने वाला ‘मार्निंग सर्ज’ नाटकीय रूप से दिल के जोखिम को बढ़ा सकता है और दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ सकती है। इसके अलावा, सुबह के घंटों के दौरान सहानुभूतिपूर्ण हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे दिल के दौरे की संभावना बढ़ जाती है। कई बार उच्च कैलोरी वाले भोजन और शराब के अधिक सेवन से भी ऐसी घटनाएं होती हैं। अंत में, यह माना जाता है कि सर्दियों के दौरान श्वसन संक्रमणों में वृद्धि हुई है, जो अब तेजी से दिल के दौरे से जुड़े हुए हैं।

उन्होंने बताया कि ‘‘इन सभी पैथालॉजिकल परिवर्तनों से हृदय और मस्तिष्क की धमनियों को अवरुद्ध करने वाले रक्के के गाढ़े थक्कों का निर्माण हो सकता है।’’

दिल और संपूर्ण स्वास्थ्य को लेकर सुरक्षा सावधानियां

सर्दियों की सुबह के दौरान प्रभावी और उपयोगी व्यायाम को रोकने की सलाह दी जाती है। शीत लहर के कई खतरों से खुद को बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनने चाहिए। सर्दियों के दौरान कपड़ों की अधिक परतें हवा में फंस जाती हैं और एक सुरक्षात्मक इन्सुलेशन बनाती हैं। सुरक्षात्मक सिर और कान के गियर पहनना फायदेमंद होता है क्योंकि शरीर की अधिकांश गर्मी यहां से खो जाती है, जिससे शरीर ठंड से चोट लगने की चपेट में आ जाता है। जिन लोगों में हृदय रोग के लिए कई जोखिम कारक हैं, उन्हें उपचार के अनुकूलन के लिए पहले अपने हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए।

जाड़े के दिनों में भी अधिक खाने से बचने का प्रयास करना चाहिए और पूरी ईमानदारी के साथ अपनी तय दवाओं को सही समय पर लेना चाहिए ताकि कोई भी कारक आपके खिलाफ ना जाए। हृदय रोग के रोगी, जो कि अक्सर हर सुबह व्यायाम करते हैं, उनको इसे देर से दोपहर तक स्थगित कर देना चाहिए। अंत में, शायद अपने लिए इस मौसम का सबसे अच्छा उपहार अपनी वार्षिक हृदय जांच करवाना होगा और उसके अनुसार पर्याप्त सावधानी बरतनी होगी।

जाड़े के दिनों में भी अधिक खाने से बचने का प्रयास करना चाहिए और पूरी ईमानदारी के साथ अपनी तय दवाओं को सही समय पर लेना चाहिए ताकि कोई भी कारक आपके खिलाफ ना जाए। हृदय रोग के रोगी, जो कि अक्सर हर सुबह व्यायाम करते हैं, उनको इसे देर से दोपहर तक स्थगित कर देना चाहिए। अंत में, शायद अपने लिए इस मौसम का सबसे अच्छा उपहार अपनी वार्षिक हृदय जांच करवाना होगा और उसके अनुसार पर्याप्त सावधानी बरतनी होगी।

 
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