ENGLISH HINDI Saturday, December 06, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
शंखनाद, आतिशबाजी व ढोल-नगाड़ों के साथ साईं बाबा की शिरडी से पधारी चरण पादुकाओं के स्वागत को उमड़ पड़े साईं भक्ततथास्तु चैरिटेबल स्कूल में ब्रजआशा फाउंडेशन ने बच्चों को स्वेटर एवं जुराबें वितरित कीं गुड विल क्रिकेट अकादमी, साहनेवाल, सी.डब्ल्यू.एन. अकादमी, पीरमुच्छला एच.के.क्रिकेट अकादमी, लुधियाना और टी.डी.एल स्टेडियम, पंचकूला जीतेयारो बातों बातों में बात बनाना छोड़ दियाइंडस वैली क्रिकेट अकादमी, सीडब्ल्यूएन अकादमी, पीरमुचल्ला और एचके क्रिकेट अकादमी, लुधियाना क्रिकेट अकादमी ने अपने लीग मैच जीतेएच.के. क्रिकेट अकादमी,टी.डी.एल.स्टेडियम जायंट्स, जेपीएसए एकेडमी और एनडब्ल्यूसीए अकादमी ने अपने लीग मैच जीते6वीं स्वर्गीय पन्ना लाल मेमोरियल अंडर-12 ट्रॉफी का अनावरण टी.डी.एल. क्रिकेट स्टेडियम, पंचकूला में किया गयाब्र.कु. नवीना बहन के दिव्य अलौकिक समर्पण समारोह का आयोजन
धर्म

भागवत कथा से मन का शुद्धिकरण होता है: पंडित सुमित शास्त्री महाराज

April 28, 2022 08:08 AM

 ज्वालामुखी (विजयेन्द्र शर्मा)  

कथा की सार्थकता तब ही सिद्ध होती है जब इसे हम अपने जीवन व व्यवहार में धारण कर निरंतर हरि स्मरण करते हैं। अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। अन्यथा यह कथा केवल मनोरंजन, कानों के रस तक ही सीमित रह जाएगी। भागवत कथा से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है और शांति व मुक्ति मिलती है।

यह बात ज्वालामुखी के प्राचीन अष्टभुजी मंदिर के प्रांगण में सुषमा सूद के परिवार की ओर से आयोजित श्री मद् भागवत कथा में पंडित सुमित शास्त्री महाराज ने कथा का वाचन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि श्रीमद‌् भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट हो जाते हैं। जहां अन्य युगों में धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते हैं, कलियुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। सोया हुआ ज्ञान वैराग्य कथा श्रवण से जाग्रत हो जाता है। कथा कल्पवृक्ष के समान है, जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है।

भागवत पुराण हिन्दुओं के अट्ठारह पुराणों में से एक है। इसे श्रीमद् भागवत या केवल भागवतम् भी कहते हैं। इसका मुख्य विषय भक्ति योग है, जिसमें श्रीकृष्ण को सभी देवों का देव या स्वयं भगवान के रूप में चित्रित किया गया है। इस पुराण में रस भाव की भक्ति का निरूपण भी किया गया है। भगवान की विभिन्न कथाओं का सार श्रीमद‌् भागवत मोक्ष दायिनी है। इसके श्रवण से परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई और कलियुग में आज भी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिलते हैं। श्रीमदभागवत कथा सुनने से प्राणी को मुक्ति प्राप्त होती है ।

उन्होंने कहा कि भागवत पुराण हिन्दुओं के अट्ठारह पुराणों में से एक है। इसे श्रीमद् भागवत या केवल भागवतम् भी कहते हैं। इसका मुख्य विषय भक्ति योग है, जिसमें श्रीकृष्ण को सभी देवों का देव या स्वयं भगवान के रूप में चित्रित किया गया है। इस पुराण में रस भाव की भक्ति का निरूपण भी किया गया है। भगवान की विभिन्न कथाओं का सार श्रीमद‌् भागवत मोक्ष दायिनी है। इसके श्रवण से परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई और कलियुग में आज भी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिलते हैं। श्रीमदभागवत कथा सुनने से प्राणी को मुक्ति प्राप्त होती है ।

कथा में पंडित सुमित शास्त्री ने कहा श्रीकृष्ण की रासलीला के दर्शन करने के लिए शिवजी को गोपी का रूप धारण करना पड़ा। आज हमारे यहां भागवत रूपी रास चलता है, परंतु मनुष्य दर्शन करने को नहीं आते। वास्तव में भगवान की कथा के दर्शन हर किसी को प्राप्त नहीं होते। कलियुग में भागवत साक्षात श्रीहरि का रूप है। पावन हृदय से इसका स्मरण मात्र करने पर करोड़ों पुण्यों का फल प्राप्त हो जाता है। इस कथा को सुनने के लिए देवी देवता भी तरसते हैं और दुर्लभ मानव प्राणी को ही इस कथा का श्रवण लाभ प्राप्त होता है। कथा के श्रवण मात्र से ही प्राणी मात्र का कल्याण संभव है।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और धर्म ख़बरें
श्री सत्य साई बाबा की 100वीं जयंती श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई श्रीराम कथा में केवट प्रसंग व भरत मिलाप के मार्मिक वर्णन से नम हुई आंखें श्री रेणुका जी झील पर प्रतिदिन आरती की पहल सराहनीयः राज्यपाल गुरु नानक के संदेश किरत करो, नाम जपो, वंड छको को अपनाना जरूरी : प्राचार्य डॉ. जसविंदर सिंह मन को प्रसन्न रखना सबसे बड़ा तप : सुधांशु जी महाराज खाटू श्याम बाबा का जन्मोत्सव श्री श्याम संकीर्तन करके मनाया सनातन संस्कृति के तीन पायदान यज्ञ, दान व तप : सुधांशु महाराज मठ मंदिर में गोपाष्टमी धूमधाम से मनाई गई तिरुपति के आध्यात्मिक सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मऋषि गुरुवानंद का चंडीगढ़ प्रवास 6 दिसंबर से श्री हनुमंत धाम में श्री हनुमान जयंती उत्सव 24 से