जीरकपुर, कृतिका:
रियल एस्टेट कंपनी जीबीपी के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामलों की जांच का जिम्मा एसएसपी मोहाली ने एसपी रूरल को सौंपा है। गुप्ता बिल्डर्स के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच अब एसपी रूरल मनप्रीत सिंह करेंगे। गुप्ता बिल्डर्स के खिलाफ 648 कोर्ट केस चल रहे हैं जबकि जिले के अलग-अलग थानों में कई एफआइआर दर्ज है। वहीं, दूसरी तरफ निवेशकों की ओर से जीबीपी के खिलाफ आवाज उठाती आ रही रियल्टी एंड इन्फ्रा वेलफेयर (रीवा) एसोसिएशन के प्रधान डॉ. अभिमन्यु शर्मा ने कहा कि आरोपितों को विदेश से लाने के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाए और उनके खिलाफ एसआईटी का गठन किया जाए ताकि 45 सौ से अधिक निवेशकों के फंसे करीब 1500 करोड़ रुपये वापिस मिल सकें। गुप्ता बिल्डर्स के खिलाफ हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा में 576 क्रिमिनल केस, 70 केस सिविल कोर्ट और दो केस हाईकोर्ट में विचारधीन है।
रीवा एसोसिएशन के साथ जुड़ी सेवानिवृत भारतीय प्रशासनिक सुनीता कॉल व सेवानिवृत भारतीय विदेश सेवा अधिकारी विजय व कुशवंत कश्यप ने कहा कि उनकी मांग यही है कि आरोपितों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए, लेकिन एसआईटी और रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए बिना आरोपितों को पकडऩा संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि बेशक उनकी शिकायत पर यूआईडी नंबर जारी हो गया है लेकिन वह इससे संतुष्ट नहीं है। उनकी एसोसिएशन दोबारा एसएसपी से मिलकर अपनी मांग रखेगी। डॉ. अभिमन्यु ने कहा कि उनके साथ 1300 निवेशक जुड़े हुए हैं जिनके साथ जीबीपी ग्रुप के डायरेक्टर सतीश गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, रमन गुप्ता ने 1500 करोड़ रुपये का धाना किया है।
जिक्रयोग है कि आरोपितों के खिलाफ आइपीसी की धारा 406, 417, 418, 420, 426, 34, 120बी व 35 के तहत एफआइआर दर्ज है। गुप्ता बिल्डर्स लोगों से धोखाधड़ी कर दुबई भाग गया है।