ENGLISH HINDI Wednesday, December 24, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
फ्लाइट कैंसिल होने पर वैकल्पिक व्यवस्था न देना गंभीर सेवा दोष, स्पाइसजेट एयरलाइन पर लगा 60 हजार रुपये का जुर्मानाचंडीगढ़ राज्य उपभोक्ता आयोग ने लगाया शिक्षा विभाग पर 35 हजार रुपये का जुर्मानासीनियर स्टेट बास्केटबॉल चैंपियनशिप संपन्न, पुरुष एवं महिला वर्ग के फाइनल मुकाबलों में दिखा रोमांचशिमला प्रेसिडेंसी स्कूल, हरिदेवी में वार्षिक समारोह का किया गया आयोजनहोम्योपैथिक इलाज के प्रति लोगों का नजरिया बदला और विश्वास बढ़ा : डॉ. संदीप पुरीअमित शाह 24 दिसंबर को पंचकूला दौरे पर, मुख्यमंत्री सैनी के साथ कई अहम कार्यक्रमों में होंगे शामिलश्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान को समर्पित समागम का हुआ आयोजनऑर्गेनिक उगाए, ऑर्गेनिक खाओ कार्यशाला का आयोजन
धर्म

इस्कॉन टेंपल में गोवर्धन पूजा, भजन और कीर्तन में उमड़े हजारों लोग

October 27, 2022 09:33 AM

-गाय की गोबर से भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन की आकृति बनाई गई। -अन्नकूट - चावल के अलग अलग रंगों, विभिन्न प्रकार की मिठाइयों और फलों की विशाल गोवर्धन पर्वत बनाया गया। -आरती और गोवर्धन की परिक्रमा की गई,-भजन और संकीर्तन किया गया,-गोवर्धन के महत्व पर प्रकाश डाला

आर के शर्मा/चंडीगढ़

चंडीगढ़ में सेक्टर-36 स्थित इस्कॉन मंदिर (हरेकृष्ण धाम) में बुधवार को गोवर्धन पूजा और अन्नकुट पूजा का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में भक्त मंदिर में इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस्कॉन में प्रवक्ता अकिंचन प्रियदास ने बताया कि इस कार्यक्रम में लगभग दो हजार भक्त उपस्थित हुए। सभी लोगों को प्रसाद बांटा गया।

मंदिर के हॉल में गाय की गोबर से भगवान श्री कृष्ण को बाएं हाथ की उंगली पर गोवर्धन धारण किए हुए की आकृति बनाई गई। इसे आकर्षक तरीके से सजाया गया। भगवान कृष्ण और गोवर्धन की भव्य आरती की गई। भक्तों ने इनकी परिक्रमा की। मधुर संकीर्तन का आयोजन हुआ। इस अवसर पर गोवर्धन के महत्व पर प्रभु नन्द महाराज जी ने प्रकाश डाला।(SUBHEAD)

मंदिर में भक्तों के द्वारा गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ। वास्तव में भगवान कृष्ण अपने भक्तों को आनंद देने के लिए और साथ ही साथ इंद्र को सुधारने के लिए ऐसी लीला संपन्न करते हैं। इस दिन भक्त गायों की पूजा करते हैं क्योंकि कृष्ण को गोपाल के रूप में जाना जाता है।

झलकियां...
-गाय की गोबर से भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन की आकृति बनाई गई।
-अन्नकूट - चावल के अलग अलग रंगों, विभिन्न प्रकार की मिठाइयों और फलों की विशाल गोवर्धन पर्वत बनाया गया।
-आरती और गोवर्धन की परिक्रमा की गई
-भजन और संकीर्तन किया गया
-गोवर्धन के महत्व पर प्रकाश डाला

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और धर्म ख़बरें
गौड़ीय मठ और इस्कॉन के संस्थापक सरस्वती ठाकुर प्रभुपाद जी की 89वी पुण्यतिथि मनाई श्री संतोषी माता मंदिर में धूमधाम से मनाई गई श्री अन्नपूर्णा माता जयंती श्री सत्य साई बाबा की 100वीं जयंती श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई श्रीराम कथा में केवट प्रसंग व भरत मिलाप के मार्मिक वर्णन से नम हुई आंखें श्री रेणुका जी झील पर प्रतिदिन आरती की पहल सराहनीयः राज्यपाल गुरु नानक के संदेश किरत करो, नाम जपो, वंड छको को अपनाना जरूरी : प्राचार्य डॉ. जसविंदर सिंह मन को प्रसन्न रखना सबसे बड़ा तप : सुधांशु जी महाराज खाटू श्याम बाबा का जन्मोत्सव श्री श्याम संकीर्तन करके मनाया सनातन संस्कृति के तीन पायदान यज्ञ, दान व तप : सुधांशु महाराज मठ मंदिर में गोपाष्टमी धूमधाम से मनाई गई