ENGLISH HINDI Friday, October 03, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
भगवान श्री राम के जयकारों के बीच सेक्टर 46 में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों को किया अग्नि भेंटअंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव का शुभारम्भ, दशहरा पर्व आस्था, एकता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीकः शिव प्रताप शुक्लपीईसी ने उत्तराखंड के पत्रकार की रहस्यमय मौत की निष्पक्ष जांच की माँग कीआयुर्वेद के तरीकों में ही बीमारियों को जड़ से समाप्त करने की क्षमता : सतनाम सिंह संधू425 कंजकों का पूजन किया श्री साईं धाम में आयोजित कंजक पूजन मेंहिमाचल को आधार फेस ऑथेंटिकेशन नवाचार के लिए राष्ट्रीय सम्मानसांसारिक सुखों में नृत्य करना और ठाकुर के लिए नृत्य करना दोनों अलग अलग सुख देता है : इंद्रेश महाराजश्री सनातन धर्म दशहरा कमेटी सेक्टर 46 के दशहरा में सोने की लंका व 101 फुट ऊँचे रावण के पुतले का दहन होगा खास आकर्षण का केंद्र
धर्म

इस्कॉन टेंपल में गोवर्धन पूजा, भजन और कीर्तन में उमड़े हजारों लोग

October 27, 2022 09:33 AM

-गाय की गोबर से भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन की आकृति बनाई गई। -अन्नकूट - चावल के अलग अलग रंगों, विभिन्न प्रकार की मिठाइयों और फलों की विशाल गोवर्धन पर्वत बनाया गया। -आरती और गोवर्धन की परिक्रमा की गई,-भजन और संकीर्तन किया गया,-गोवर्धन के महत्व पर प्रकाश डाला

आर के शर्मा/चंडीगढ़

चंडीगढ़ में सेक्टर-36 स्थित इस्कॉन मंदिर (हरेकृष्ण धाम) में बुधवार को गोवर्धन पूजा और अन्नकुट पूजा का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में भक्त मंदिर में इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस्कॉन में प्रवक्ता अकिंचन प्रियदास ने बताया कि इस कार्यक्रम में लगभग दो हजार भक्त उपस्थित हुए। सभी लोगों को प्रसाद बांटा गया।

मंदिर के हॉल में गाय की गोबर से भगवान श्री कृष्ण को बाएं हाथ की उंगली पर गोवर्धन धारण किए हुए की आकृति बनाई गई। इसे आकर्षक तरीके से सजाया गया। भगवान कृष्ण और गोवर्धन की भव्य आरती की गई। भक्तों ने इनकी परिक्रमा की। मधुर संकीर्तन का आयोजन हुआ। इस अवसर पर गोवर्धन के महत्व पर प्रभु नन्द महाराज जी ने प्रकाश डाला।(SUBHEAD)

मंदिर में भक्तों के द्वारा गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ। वास्तव में भगवान कृष्ण अपने भक्तों को आनंद देने के लिए और साथ ही साथ इंद्र को सुधारने के लिए ऐसी लीला संपन्न करते हैं। इस दिन भक्त गायों की पूजा करते हैं क्योंकि कृष्ण को गोपाल के रूप में जाना जाता है।

झलकियां...
-गाय की गोबर से भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन की आकृति बनाई गई।
-अन्नकूट - चावल के अलग अलग रंगों, विभिन्न प्रकार की मिठाइयों और फलों की विशाल गोवर्धन पर्वत बनाया गया।
-आरती और गोवर्धन की परिक्रमा की गई
-भजन और संकीर्तन किया गया
-गोवर्धन के महत्व पर प्रकाश डाला

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और धर्म ख़बरें
सांसारिक सुखों में नृत्य करना और ठाकुर के लिए नृत्य करना दोनों अलग अलग सुख देता है : इंद्रेश महाराज श्री सनातन धर्म दशहरा कमेटी सेक्टर 46 के दशहरा में सोने की लंका व 101 फुट ऊँचे रावण के पुतले का दहन होगा खास आकर्षण का केंद्र हमें खुल कर भगति और ज्ञान का दान करना चाहिए : इंद्रेश महाराज तीसरे दिन कथावाचक श्री इंद्रेश महाराज जी ने शरद पूर्णिमा की असल महिमा का गुणगान किया, इंद्रेश महाराज ने भगतों को कथा सुना मंत्रमुग्घ किया और रावण सीता का हरण करके ले गया... हनुमान जी ने अपने दर्शन दे, सभी को खुश कर दिया कथा के दूसरे दिन इंद्रेश महाराज ने कथा के माध्यम से बरसाना के मोर कुटी के दर्शन करवाए हमारे घर आई महामाई... हरियाणा में 10वें अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का 15 नवंबर से 5 दिसंबर तक चंडीगढ़ वृंदावन में तब्दील हो गया और भगत प्रभु भगति में लीन होकर झूमने लगे......