ENGLISH HINDI Tuesday, December 23, 2025
Follow us on
 
ताज़ा ख़बरें
सीनियर स्टेट बास्केटबॉल चैंपियनशिप संपन्न, पुरुष एवं महिला वर्ग के फाइनल मुकाबलों में दिखा रोमांचशिमला प्रेसिडेंसी स्कूल, हरिदेवी में वार्षिक समारोह का किया गया आयोजनहोम्योपैथिक इलाज के प्रति लोगों का नजरिया बदला और विश्वास बढ़ा : डॉ. संदीप पुरीअमित शाह 24 दिसंबर को पंचकूला दौरे पर, मुख्यमंत्री सैनी के साथ कई अहम कार्यक्रमों में होंगे शामिलश्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान को समर्पित समागम का हुआ आयोजनऑर्गेनिक उगाए, ऑर्गेनिक खाओ कार्यशाला का आयोजनसुभाष चंदर पलटा सर्वसम्मति से डब्ल्यूसी, सेक्टर 27-डी के अध्यक्ष नियुक्तबांग्लादेश में हिन्दुओं की रक्षा के लिए चावल, नमक और नदियों के पानियों की आपूर्ति तुरंत बंद कर देनी चाहिए : डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया
पंजाब

हमारी शिक्षा नीति गुलामी के रंग में क्यों रंगी है?

December 01, 2022 03:10 PM

 अमृतसर, फेस2न्यूज:
पंजाब सरकार और पंजाब के कुछ पंजाबी, पंजाबी बोली, मां भाषा की बात तो बहुत करते हैं, लेकिन मेरा सरकार से यह सवाल है कि स्मार्ट स्कूल में पंजाबी—हिंदी क्यों नहीं? क्या अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाना ही स्मार्ट स्कूल की परिभाषा है? विडंबना यह है कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने की छूट तो देती है पर हिंदी माध्यम में नहीं। इसी कारण जो बच्चे दूसरे प्रांतों से यहां आए हैं उन्हें मजबूरी में ज्यादा फीस खर्च करके भी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ना पड़ता है। ये कहना है पूर्व मंत्री रही श्रीमती लक्ष्मीकांता चावला का।
उन्होंने कहा, सरकार यह उत्तर दे कि अंग्रेजी से इतना प्यार क्यों? और हिंदी का विरोध क्यों? वैसे जो पंजाबी की बहुत बात करते हैं वे जरा अपनी दुकानों के बाहर और घरों के बाहर देखें, उनके नामपट्ट अंग्रेजी में लगे हैं। पंजाब में भी इंग्लैंड, अमेरिका जैसा वातावरण बाजारों में मिलता है। उनके हस्ताक्षर पंजाबी में है, घरों में वे बच्चों के साथ अंग्रेजी बोलते हैं। उनके घरों में भी केला और सेब सुनाई नहीं देता। बनेना और एप्पल चलता है। बच्चे को अंग्रेजी तोते बनाने के लिए मोटी फीसें खर्च करते हैं। जो आइलेट के नाम पर पढ़ाई हो रही है, क्या बच्चे कभी अपनी भाषा पढ़ने को तैयार होंगे। आइलेट का मतलब ही यह है कि विदेशी स्तर पर अंग्रेजी सीखो। अफसोस की बात है कि एक बड़े शिक्षाविद ने कहा कि जब आधा पंजाब विदेश चला गया तो पंजाबी, हिंदी की बात करना ही छोड़।
पंजाब सरकार अपने बच्चों के भविष्य के लिए सोचे। हिंदी, पंजाबी, अंग्रेजी मीडियम में पढ़ने की आज्ञा सभी बच्चों को दे। मेरे ख्याल दुनिया में ऐसा कोई अभागा देश नहीं है जहां उस देश की भाषा को जबरी पढ़ाया जाए जिस देश के हम सदियों तक गुलाम रहे। हमारे लाखों जवान शहीद हुए। सरकार बताए क्या इंग्लैंड में डंडे से हिंदी पंजाबी पढ़ाई जाती है। हम गुलामी क्यों नहीं छोड़ते।

 
कुछ कहना है? अपनी टिप्पणी पोस्ट करें
 
और पंजाब ख़बरें
एशिया के स्ट्रांग मैन और उज्जैन तीर्थ के संतों ने मिलकर भारत पाक सरहद पर किया पौधारोपण तथास्तु चैरिटेबल स्कूल में बच्चों को बांटी टोपियां गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित लाइट एंड साउंड शो का आयोजन आसफवाला वॉर मेमोरियल से साइकिल रैली का शुभारंभ विजय दिवस पर पंजाब के 350 सैनिक व 16 शहीद परिवारों का किया गया सम्मान तथास्तु चैरिटेबल स्कूल में ब्रजआशा फाउंडेशन ने बच्चों को स्वेटर एवं जुराबें वितरित कीं कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को नौकरी से निकालना दुर्भाग्यपूर्ण : प्रो. लक्ष्मीकांता चावला वाल सिटी अमृतसर पवित्र तो क्या बाकी शहर अपवित्र, लक्ष्मीकांता चावला ने उठाया सवाल धर्म और मानवता की रक्षा के प्रतीक है गुरु तेग बहादुर: मुख्यमंत्री नकली और बंद नोटों के साथ पकड़े गए दो आरोपी तीन दिन के पुलिस रिमांड पर