
SSP Bathinda Khurana
अखिलेश बंसल/ बठिंडा
पंजाब के बठिंडा आर्मी क्षेत्र में बुधवार की तड़के जबरदस्त फायरिंग हुई, जिसमें 4 जवानों की मौत हो गई है। फायरिंग करने वालों की संख्या 2 बताई जा रही है। एक दिन पहले ही आर्मी एरिया से एक राइफल गुम हुई जिसकी एफआईआर कैंट थाना बठिंडा में दर्ज हुई थी। वह राइफल अभी तक मिली नहीं है और ना ही जिन लोगों ने फायरिंग की है उनका कोई अता-पता मिल सका है। सेना और पंजाब पुलिस ने संयुक्त रूप से सर्च आप्रेशन और जांच पड़ताल शुरू कर दी है। उधर केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना और पंजाब पुलिस से घटना की रिपोर्ट तुरंत मांगीं है।
आतंकवादी मूवमेंट से संबंधित नहीं
बुधवार की सुबह करीब सवा चार बजे हुई फायरिंग की घटना के बाद पहले आतंकवादी हमला होने का अंदेशा था, लेकिन बाद में मामला किसी आतंकवादी मूवमेंट से जुड़े होने से इंकार कर दिया गया। अब सवाल यह है कि सेना के जिन चार जवानों की मौत हुई और जिन्होंने फायरिंग की उनकी आपस में क्या दुश्मनी थी, किस बात को लेकर विवाद बढ़ा कि हमलावरों को फायरिंग करनी पड़ी, घटना को अंजाम गुम हुई राइफल से दिया गया या अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया गया, इस मामले का इस बात का अभी तक किसी अधिकारी ने खुलासा नहीं किया है।
एक दिन पहले ही गुम हुई थी राइफल।
बठिंडा के एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने मीडिया को बताया है कि मारे गए चारों जवान सेना के आर्टिलरी युनिट से संबंधित थे। फायरिंग की घटना का आतंकवादी मूवमेंट से कोई संबंध नहीं है। फोरेंसिक टीमों को भी बुलाया गया है। घटनाक्रम की जांच हर एंगल से की जाएगी। एक दिन पहले ही इंसास राइफल और राउंड गुम हुए थे। जिसको लेकर पुलिस थाना कैंट में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
बता दें कि आर्मी एरिया के अंदर से एक दिन पहले राइफल गुम हुई थी, जिसकी गुमशुदगी होने के बारे में बठिंडा के थाना कैंट में एफआईआर दर्ज हुई थी। जिसकी पुष्टि थाना प्रभारी गुरदीप सिंह ने मीडिया के समक्ष की। थाना प्रभारी ने जिन चार जवानों की मौत हुई ओके डिटेल बताने, आगे क्या कार्रवाई चल रही है के बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। बस इतना ही कहा पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारी ही पूरे मामले का खुलासा करेंगे
सुरक्षा के लिए किए कड़े प्रबंध
बठिंडा के आर्मी एरिया में हुई घटना के बाद आर्मी स्टेशन के अंदर और बाहर चारों तरफ दूर-दूर तक कड़ी सुरक्षा तैनात कर दी गई है। गौरतलब है कि इस मामले को लेकर पंजाब पुलिस और सेना द्वारा संयुक्त रूप से अलग-अलग स्टेटेजी पर सर्च आप्रेशन शुरू कर दिया गया है।
सेना ने दी पीड़ित परिवारों को सूचना
फायरिंग में मारे गए जवानों की के परिवारों को सेना की तरफ से सूचना दे दी गई है और वह अपने अपने मुकाम से बठिंडा की ओर रवाना हो चुके हैं।
मेजर जनरल बक्शी ने जताया दुख
भारतीय सेना के सेवानिवृत्त मेजर जनरल जी.डी. बक्शी ने घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने बठिंडा आर्मी के अधिकारियों से सीसीटीवी खंगाल घटना का पूरा पता लगाने को अपील की है।
केंद्रीय मंत्री ने मांगी रिपोर्ट
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने बठिंडा से घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी है। कहा जा रहा है कि घटना में जो कोई भी लोग दोषी होंगे उन्हें किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए।
एसएसपी ने की पुष्टि
बठिंडा के एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने मीडिया को बताया है कि मारे गए चारों जवान सेना के आर्टिलरी युनिट से संबंधित थे। फायरिंग की घटना का आतंकवादी मूवमेंट से कोई संबंध नहीं है। फोरेंसिक टीमों को भी बुलाया गया है। घटनाक्रम की जांच हर एंगल से की जाएगी। एक दिन पहले ही इंसास राइफल और राउंड गुम हुए थे। जिसको लेकर पुलिस थाना कैंट में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।