शिमला : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला पहुंचते ही प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और उससे हुए नुकसान की स्थिति की समीक्षा की। दोपहर करीब दो बजे सरकारी आवास ओक ओवर पहुंचने के बाद उन्होंने मुख्य सचिव से विस्तृत जानकारी ली। मुख्य सचिव ने उन्हें प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति और वहां उठाए जा रहे कदमों से अवगत करवाया।
मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए और कहा कि लोगों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें, सतर्क रहें और नदी-नालों के किनारे जाने से बचें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है और प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में फिलहाल मूसलाधार बारिश जारी है। ऐसे में सभी लोग सावधानी बरतें और मुश्किल में फंसे लोगों की मदद करने में सहयोग दें। मुख्यमंत्री ने शनिवार को आपदा प्रभावित चंबा और कांगड़ा जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया था। आज उनका कुल्लू जिला जाने का कार्यक्रम था, लेकिन खराब मौसम इसमें बाधा बना। ऐसे में उन्हें चंडीगढ़ से सड़क मार्ग से शिमला लौटना पड़ा।
चंबा में 394 पेयजल योजनाएं बहाल, 100 करोड़ का नुकसान: मुकेश अग्निहोत्री
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में भारी बारिश के कारण प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को राहत एवं बहाली कार्य युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए हैं।
जल शक्ति विभाग को इस आपदा में लगभग 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ज़िले की कुल 487 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 394 योजनाओं को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है। शेष योजनाओं को शीघ्र बहाल करने के लिए तत्परता से कार्य किया जा रहा है।
विशेषकर चंबा भरमौर क्षेत्र में स्थानीय स्रोतों से अस्थायी जल आपूर्ति व्यवस्था की जा रही है। विभागीय अनुमान के अनुसार इन योजनाओं को पूरी तरह बहाल करने में चार से पांच दिन और लग सकते हैं।
उप-मुख्यमंत्री ने राहत एवं बहाली कार्यों में जुटे कर्मचारियों के साहस और समर्पण की सराहना की है। मणिमहेश यात्रा के दौरान ड्यूटी पर तैनात किए गए सभी 41 कर्मचारी सुरक्षित हैं।