विद्या की प्राप्ति, संतान की प्राप्ति, शारीरिक कष्ट के निवारण के लिए भी रुद्राभिषेक किया जाता है। शिवपूजन (अभिषेक) में कई प्रकार के उपचार लगते हैं जैसे दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, फूल, फल, गंगाजल, बेलपत्र, प्रसाद आदि। सभी उपचारों में गंगाजल और बिल्व-पत्र अति आवश्यक हैं।