दीपक सिंह /चंडीगढ़
डॉ वरुण पुरी ने अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर 26 चंडीगढ़ में एडमिशन लिया था. अपनी लगन और मेहनत से अपनी एकेडमिक स्टडी मे डिस्टिक्शन हर सब्जेक्ट्स मे हासिल करते हुए बीएचएमएस फाइनल में गोल्ड मैडल हासिल किया।
यह गोल्ड मेडल साल 2021 में ही उन्होंने हासिल कर लिया था लेकिन कोविड के कारण और कुछ अन्य परेशानी के चलते पंजाब यूनिवर्सिटी में यह मेडल अब 2025 में दिया है।
इस अवसर पर डॉक्टर संदीप पुरी जो कि डॉक्टर वरुण पुरी के पिता हैं, ने कहा कि वह अपने पुत्र की उपलब्धि पर उन्हें बहुत गर्व है और वह भी एक अच्छा और नामचीन डॉक्टर बने लोगों की सेवा करें यह उनकी ईश्वर से प्रार्थना है।