चण्डीगढ़ : पृथ्वी सिंह प्रजापति एक बार फिर से निर्विरोध हिमाचल महासभा के अध्यक्ष चुने गए हैं। सेक्टर 23 स्थित मुनि जी के मंदिर में बुलाई गई आपात बैठक मेंपूर्व मेयर आशा जसवाल ने पृथ्वी सिंह प्रजापति का नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित किया तथा हिमाचल महासभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ सतीश शर्मा और चंडीगढ़ के पूर्व मेयर रविकांत शर्मा ने उनका समर्थन किया।
इस बैठक में संस्था के सैंकड़ों सदस्यों ने भाग लिया जिसमें पिछली पूरी कार्यकारिणी के साथ-साथ पुराने पैटर्न मेंबर तथा हिमाचल महासभा के नए मेंबर मौजूद थे। पुराने सदस्यों में पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता गुरदयाल जसवाल, केएल दओल, एसएल डोगरा, एचएल चौधरी, एमएल राणा एवं विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष अधिवक्ता अरविंद मौदगिल, चण्डीगढ़ व्यापार मण्डल के महासचिव एसके चड्ढा भी बैठक में मौजूद रहे।
सभी की मौजूदगी में रिटर्निंग ऑफिसर शिविंद्र माधोत्रा ने चुनाव की पूरी प्रक्रिया के साथ पृथ्वी सिंह प्रजापति को अध्यक्ष घोषित किया। सभी मौजूद सदस्यों ने पृथ्वी सिंह प्रजापति को दूसरी बार संस्था का अध्यक्ष बनने पर बधाई दी।
इससे पहले एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में हिमाचल महासभा, चण्डीगढ़ के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए दोनों उम्मीदवारों निवर्तमान अध्यक्ष पृथ्वी सिंह प्रजापति व वरिष्ठ भाजपा नेत्री एवं संस्था की संस्थापक सदस्य एवं पूर्व महापौर आशा जसवाल ने बीते कल नामांकन वापसी के अंतिम दिन अपने-अपने पर्चे वापिस ले लिए। संस्था के अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल के लिए होता है व इसके चुनाव के लिए 1 सितंबर की तारीख निर्धारित थी।
इससे पहले एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में हिमाचल महासभा, चण्डीगढ़ के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए दोनों उम्मीदवारों निवर्तमान अध्यक्ष पृथ्वी सिंह प्रजापति व वरिष्ठ भाजपा नेत्री एवं संस्था की संस्थापक सदस्य एवं पूर्व महापौर आशा जसवाल ने बीते कल नामांकन वापसी के अंतिम दिन अपने-अपने पर्चे वापिस ले लिए। संस्था के अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल के लिए होता है व इसके चुनाव के लिए 1 सितंबर की तारीख निर्धारित थी।
आशा जसवाल ने पिछले दिनों इस पोस्ट के लिए नामांकन भर कर सबको चौंका दिया था। बीते कल उन्होंने नामांकन वापसी लेकर एक बार फिर से सबको अचंभित कर दिया। उनके इस कदम की खूब चर्चा रही। इस संस्था के चुनाव के लिए आशा जसवाल ने नामांकन भर कर इसे एक हाई प्रोफाइल चुनाव बना दिया था।