जीरकपुर, जेएस कलेर
इंडियन प्रीमियर लीग में अपनी धुआँधार बल्लेबाजी से ' पंजाब का क्रिकेटर' कहे जाने वाले युवराज सिंह को भी अपना मुरीद बना लेने वाले हरप्रीत बरार के किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के लिए चुने जाने पर यहाँ जीरकपुर में जश्न का माहौल है।
हरप्रीत के पिता के पिता मोहिंदर सिंह ने कहा कि हमारा अरमान पूरा हो गया कि हमारा बेटा देश के लिए खेले। विशेष बातचीत में हरप्रीत के पिता मोहिंदर सिंह जो कि इस समय पंजाब पुलिस में तैनात है और डेराबस्सी के एएसपी हरमन हंस के पास बतौर ड्राइवर तैनात है ने कहा कि हरप्रीत जिसे हम सभी घर मे हैप्पी के नाम से बुलाते हैं,के आईपीएल में चुने जाने पर उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है जिससे वे और उनकी पत्नी फुले नहीं समा रहे। उन्होंने कहा कि उन्हें उनके बेटे हरप्रीत पर गर्व है और भवन सभी को उनके बेटे जैसा ही बेटा दे।
उन्होंने बताया कि हरप्रीत ने शुरूआती शिक्षा केंद्रीय विद्यालय हैग्राउंड्स से प्राप्त की उसके बाद वह रोपड़ में पीडीए और अभी फिलहाल वह एसडी कालेज चंडीगढ़ से ग्रेजुएशन कर रहा है। उन्होंने बताया कि हरप्रीत घर में शरारती है लेकिन बाहर बिल्कुल ही भोला भला और शांत स्वभाव वाला है। हरप्रीत के घर में उनकी माताजी गुरमीत कौर, पिता मोहिंदर सिंह व एक बहन रमनजीत कौर है जो अभी कैनेडा में पढ़ाई कर रही है। उन्होंने बताया कि बचपन से ही हरप्रीत का क्रिकेट के अलावा अलावा कोई शौक नहीं रहा।
जिक्रयोग है कि जीरकपुर स्थित प्रीत कलोनी में पिछले 7-8 साल से रहते बल्लेबाज हरप्रीत सिंह बराड़ जिसे पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग में प्रवेश मिला, उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब ने 20 लाख रुपए में खरीदा है। हरप्रीत बरार के बधाई फोन कॉल्स में व्यस्त होने के कारण छोटी सी हुई बात में उन्होंने कहा था कि, ''मेरा लक्ष्य फिलहाल आईपीएल ही है'' हरप्रीत बरार आईपीएल में खेलने वाले जीरकपुर क्षेत्र के पहले क्रिकेटर हैं। 23 साल के हरप्रीत बरार जीरकपुर के हैं और केवल क्रिकेटर ही नहीं हैं वे एक वेटलिफ्टर, एक कबड्डी खिलाड़ी, कलाकार पढ़ाई में भी रुचि रखते है । हरप्रीत के आईपीएल टीम में सिलेक्ट होने पर जहाँ उनके दोस्तों में खुशी का माहौल है वहीं जीरकपुर के अन्य नवयुवक भी अब हरप्रीत से प्रेरणा ले एक नई ऊर्जा से लबालब है और समूचे जीरकपुर क्षेत्र के मैदानों में बच्चों से लेकर युवाओं में क्रिकेट का बुखार साफ साफ देखा जा सकता है।