फेस2न्यूज/चण्डीगढ़ :
रायपुर कलां-हरमिलाप नगर अंडरपास परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रकिया के तहत चण्डीगढ़ प्रशासन के एसडीएम सेंट्रल नवीन कुमार ने गांव रायपुर कलां स्थित ई-सम्पर्क केंद्र में जनसुनवाई बैठक आयोजित की व स्थानीय लोगों से जमीन अधिग्रहण संबंधी आपत्तियों के बारे में जानकारी ली।
इस बैठक मे जॉइंट एक्शन कमेटी फॉर वेलफेयर ऑफ़ बलटाना के अध्यक्ष प्रताप सिंह राणा, हरजीत सिंह मिंटा, पार्षद, ज़ीरकपुर के साथ-साथ चण्डीगढ़ भाजपा के प्रदेश महासचिव रामबीर भट्टी, सचिव शशि शंकर तिवारी, पूर्व उप महापौर अनिल दूबे, स्थानीय पार्षद हरजीत सिंह और रायपुर कलाँ गाँव की समस्त पंचायत के पदाधिकारी व बलटाना के कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रताप सिंह राणा ने प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष अपना रोष व्यक्त किया और उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया अप्रैल में पूरी हो जानी चाहिए थी लेकिन अब तक यह नहीं हो पाई। राणा ने अधिकारियों से आग्रह किया कि जल्द से जल्द इस कार्य को पूरा करें ताकि यहाँ रेलवे अंडर पास जल्द से जल्द बन सके, जिस पर अधिकारियों ने एक सप्ताह के अंदर इस प्रक्रिया को पूरी करने का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि इस परियोजना को पूरा करवाने को लेकर कमेटी ने बहुत लंबा संघर्ष किया है। इस संघर्ष में शशि शंकर तिवारी, पवन कुमार तिवारी और अन्य तीन लोगों के ऊपर पर्चा भी दर्ज हुआ था।
उल्लेखनीय है कि अंडरपास बनाने के लिए प्रशासन ने रायपुरकलां-हरिमलाप नगर निगम की जमीन अधिग्रहण करने का निर्णय लिया है लेकिन जमीन अधिग्रहण के लिए प्रशासन के पास कोई नीति नहीं है। ऐसे में प्रशासन इस जमीन के अधिग्रहण के लिए नीति बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए संपदा विभाग ने मसौदा तैयार कर लिया है। यह मसौदा भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन में उचित मुआवजा एवं पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 की धारा 16 के तहत तैयार किया गया है। इस मसौदा योजना को आम जनता के सुझावों व आपत्तियों के लिए सार्वजनिक किया जा रहा है।
सुनवाई के दौरान स्थानीय पार्षद एवं आम जनता की मौजूदगी में मसौदा योजना पर चर्चा की गई। यह मसौदा योजना और प्राप्त सुझाव पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन प्रक्रिया का हिस्सा बनाए जाएंगे। इस नीति के तहत चंडीगढ़ की 0.74 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है।
इस अंडरपास के निर्माण के बाद रायपुरकलां, विकास नगर, बलटाना, जीरकपुर, ढकोली, पंचकूला, मौलीजागरां और आसपास के क्षेत्रों के हज़ारों लोगों को ट्रेनों के गुजरने के दौरान लेवल क्रासिंग पर रुकने और ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी। इस समय प्रतिदिन 24 से ज्यादा बार ट्रेन आने के कारण फाटक बंद होता है। यह अंडरपास इस क्षेत्र के निवासियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। क्योंकि रेलवे फाटक के बार-बार बंद होने से उन्हें रोजाना जाम और देरी का सामना करना पड़ता था। स्था
नीय लोग इस रेलवे क्रासिंग को अपनी जीवनरेखा बताते हैं और वर्षों से इसके नीचे अंडरपास बनाने की मांग कर रहे थे। अब जब अधिग्रहण को मंजूरी मिल गई है, जिससे ट्रैफिक आम की दिक्कत दूर हो जाएगी। रेलवे और चंडीगढ़ प्रशासन मिलकर इस परियोजना को पूरा करेंगे और इसकी लागत का आधा-आधा हिस्सा वहन करेंगे।
इस परियोजना के निर्माण में हो रही देरी से दुखी होकर बीती 29 जून को प्रताप सिंह राणा ने फेसबुक पर लाइव होकर एक वीडियो जारी किया था जिसमें उन्होंने चंडीगढ़ प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर 2 अगस्त तक चंडीगढ़ प्रशासन इस परियोजना के निर्माण को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता है तो वे अपनी जान दे देंगे। इस पर 10 जुलाई को प्रशासक ने संबंधित अधिकारियों को इस बारे जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।