सीआईएसएफ कर्मियों का कल्याण परिचालन उत्कृष्टता बनाए रखने के लिए सर्वोपरि है : राजविंदर सिंह भट्टी
चण्डीगढ़ : केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट (एबीईटी) के अंतर्गत आने वाले मानसिक स्वास्थ्य सामाजिक उद्यम एम-पॉवर (Mpower) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर कर इसे तीन वर्षों के लिए बढ़ाया।
यह विस्तार श्रीमती नीरजा बिड़ला द्वारा स्थापित सीआईएसएफ और एम-पॉवर द्वारा संयुक्त रूप से शुरू की गई एक अग्रणी मानसिक स्वास्थ्य पहल, प्रोजेक्ट मन के सफल कार्यान्वयन के बाद हुआ है। कार्यक्रम के दौरान, समझौता ज्ञापन पर औपचारिक रूप से श्रीमती प्रवीण शेख, प्रेसिडेंट, एम-पॉवर और श्रीमती सुधा सेंथिल, वाइस प्रेसिडेंट, संरक्षिका ने हस्ताक्षर किए। ये जानकारी सीआईएसएफ के उप महानिरीक्षक (आईएनटी) अजय दहिया ने दी।
प्रोजेक्ट मन के लिए प्रारंभिक समझौता ज्ञापन पर सीआईएसएफ और एम-पॉवर ने नवंबर 2024 में एक वर्ष के लिए हस्ताक्षर किए थे। पिछले एक वर्ष के दौरान लगभग 75,000 से अधिक सीआईएसएफ कर्मियों और उनके परिवारों को पेशेवर सेवाओं का लाभ मिला है। वर्ष 2024 और 2025 में सीआईएसएफ में आत्महत्या की दर राष्ट्रीय औसत से कम हो गई है।
वर्तमान में 13 सीआईएसएफ सेक्टरों में 23 एम-पॉवर परामर्शदाताओं/चिकित्सीय मनोवैज्ञानिकों द्वारा सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं। समझौता ज्ञापन के विस्तार के साथ, परामर्शदाताओं की संख्या बढ़कर 30 हो जाएगी और सेवाओं का विस्तार पटना, अहमदाबाद, प्रयागराज, भोपाल/इंदौर, जम्मू, चंडीगढ़, जयपुर और कोचीन सहित अन्य स्थानों पर भी किया जाएगा।
इस अवसर पर राजविंदर सिंह भट्टी, महानिदेशक सीआईएसएफ ने ज़ोर देकर कहा कि हमारे कर्मियों का कल्याण परिचालन उत्कृष्टता बनाए रखने के लिए सर्वोपरि है। एबीईटी के साथ हमारी निरंतर साझेदारी के माध्यम से, हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारा बल मानसिक रूप से लचीला, भावनात्मक रूप से मज़बूत और राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार रहे।
श्रीमती नीरजा बिड़ला, संस्थापक और अध्यक्ष, एम-पॉवर, आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट, ने कहा कि एम-पॉवर में, हमारा मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य समग्र कल्याण का केंद्र है और प्रोजेक्ट मन के तहत सीआईएसएफ के साथ हमारी निरंतर साझेदारी इसे संस्थागत रूप देने की हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है।