दीपक सिंह/ चंडीगढ़
बठिंडा निवासी गुरमीत सिंह ने आम आदमी पार्टी के नेता हरमंदर सिंह बराड़ और अन्य के खिलाफ धमकाने और बुरे परिणाम भुगतने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री और आला पुलिस अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ तुरंत उचित कार्रवाई की मांग की है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक एक प्रेसवार्ता करते हुए गुरमीत सिंह ने बताया कि उनका बड़े भाई आम आदमी पार्टी के मालवा कोर्डिनेटर हरमंदर सिंह के साथ 4 साल से जमीनी विवाद चल रहा है। उसने काफी जमीन अपने नाम करवा ली है। अब उस्की नजर घर पर है और वह उस पर भी कब्ज़ा करना चाहता है। रविवार दोपहर 3 बजे उनका बेटा जशनदीप सिंह घर में अकेला था। तब हरमंदर सिंह, गैंगस्टर रम्मी माछाणा व इनके अलावा 10-12 बदमाश लेकर उनके घर में आया। इनमें कुछ लोगों के पास राइफल भी थी।
गुरमीत सिंह ने बताया कि उनकी बठिंडा में और दो अलग-अलग जगह जमीन थी, जिस पर उनके भाई ने कब्जा कर लिया। उन्होंने अपने भाई को पावर ऑफ अटॉर्नी सन 2006 से दे रखी थी, जिसे 2022 कैंसिल करवा दिया गया था. 13 एकड़ जमीन की इस पावर अटॉर्नी जिसका नाजायज इस्तेमाल करके उसने उसे जमीन को बेच दिया और मुझे पता लगा तो मैंने उसकी शिकायत पुलिस में की। जिसका नतीजा यह हुआ कि उन्होंने कुख्यात गैंगस्टर मछाना के साथ मिलकर घर पर 10-12 हथियार बंद लोगों के साथ मेरे बेटे को धमकाया और जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि या तो समझौता करके जमीन हमारे हवाले कर दो नहीं तो मरने के लिए तैयार रहो। उसके खिलाफ कोई पुलिसिया कार्रवाई नहीं हो रही।