फेस2न्यूज /पंचकूला :
सेक्टर-5 स्थित परेड ग्राउंड में आयोजित स्वदेशी महोत्सव 2025 लोगों के लिए स्वास्थ्य, खेल, संस्कृति, धर्म और स्वदेशी विचारधारा का एक सशक्त मंच बनकर उभरा। महोत्सव के दौरान बड़ी संख्या में शहरवासियों की भागीदारी देखने को मिली। इस मौके पर विशेष तौर पर कश्मीरी लाल जी संगठन मंत्री पहुंचे ।आयोजन का उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ-साथ लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना, पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहित करना और भारतीय संस्कृति व संस्कारों से जोड़ना रहा।
स्वास्थ्य जांच कैंप बना जन-आकर्षण का केंद्र : महोत्सव के अंतर्गत लगाए गए निशुल्क स्वास्थ्य जांच कैंप में अनुभवी डॉक्टरों की टीम द्वारा रक्तचाप, शुगर और सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण किए गए। सैकड़ों लोगों ने इस कैंप का लाभ उठाया।
इस अवसर पर राजेश गोयल ने कहा कि “इस तरह के स्वास्थ्य जांच कैंप समाज के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। समय-समय पर जांच से कई गंभीर बीमारियों से बचाव संभव है।”:
पारंपरिक खेलों में दिखा युवाओं का जोश
महोत्सव में आयोजित घुड़सवारी प्रतियोगिता दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण रही। प्रतिभागियों ने घोड़ों के साथ संतुलन और कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया। वहीं, पारंपरिक खेल कबड्डी प्रतियोगिता में युवाओं का उत्साह देखते ही बनता था। रोमांचक मुकाबलों ने दर्शकों को अंत तक बांधे रखा और पारंपरिक खेलों के प्रति लोगों की रुचि को और मजबूत किया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां : महोत्सव में लोक नृत्य, देशभक्ति गीत और हरियाणवी संस्कृति की रंगारंग झलक देखने को मिली। हरियाणवी गायक अमित सैनी रोहतकीया ने अपने गीतों से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया और हरियाणवी संस्कृति की जीवंत प्रस्तुति दी।
तुलसी पूजन कार्यक्रम में महिलाओं की श्रद्धा : स्वदेशी महोत्सव में तुलसी पूजन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें 2000से अधिक महिलाओं ने श्रद्धा और भक्ति भाव से भाग लिया। महिलाओं द्वारा मां तुलसी को सुसज्जित रूप में मंच पर लाकर पारंपरिक विधि से पूजन किया गया।
उन्होंने कहा कि “स्वदेशी में भारतीयता की महक है और यही भारत का वास्तविक स्वरूप है। यह मेला केवल दुकानों और बिक्री तक सीमित नहीं, बल्कि लोगों के भीतर के भावों से जुड़ने का माध्यम है।”
राष्ट्रीय स्वदेशी जागरण मंच के संगठन मंत्री कश्मीरी लाल ने कहा कि तुलसी का धार्मिक ही नहीं, बल्कि आयुर्वेदिक महत्व भी अत्यंत बड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद स्वदेशी आंदोलन को नई दिशा और गति मिली है।
आयोजन को मिली व्यापक सराहना स्वदेशी मेले के आयोजक रजनीश गर्ग ने बताया कि यह मेला केवल व्यापारिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य, संस्कृति और पारंपरिक खेलों को एक मंच पर लाने का प्रयास है। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को निरंतर जारी रखने की बात कही।
महोत्सव में जिला अध्यक्ष अजय मित्तल की धर्मपत्नी बिंदु मित्तल, प पार्षद हरिंदर मालिक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति, सामाजिक कार्यकर्ता और महिलाएं उपस्थित रहीं। मेले में आए लोगों ने आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए इसे समाज के लिए प्रेरणादायक बताया।