चंडीगढ़, फेस2न्यूज:
हरिओम स्माइल्स द्वारा अपने आठवें जन्मदिन पर ट्राईसिटी में किए जा रहे तीन दिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रम के दूसरे दिन भी बड़ी संख्या में स्माइल्स साधकों ने अध्यात्मिक गुरु व लाइफ कोच मोनिका सिंघल के साथ अलग अलग साधना व सांस्कृतिक प्रोग्राम में हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम में सुबह जल्दी दिव्य स्नान और मेडिटेशन किया गया। उसके बाद 10 बजे से 1 बजे तक अध्यात्मिक गुरु मोनिका सिंघल ने साधकों को जीवन प्रति अलग अलग तरह की गहरी साधनाएं बता कर मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में 2 से 4 बजे तक संस्कृतक प्रोग्रामों का अयोजन किया गया।
सरस्वती साधना दिव्य स्नान में हुई। उन्होंने कहा कि ब्रह्म मुहरत में सरस्वती साधना दिव्य स्नान करने से तन, मन और धन से संबंधित सुख की प्राप्ति होती है।
दोपहर के कार्यक्रम में भव्य साधना का आयोजन किया गया, जिसमें आध्यात्मिक गुरु मोनिका सिंघल ने भक्तों को बानी में नैतिकता का उपयोग करने के बारे में एक कहानी सुनाई, जिसके दौरान उन्होंने अपने भीतर के गुरु को जागृत किया। 15 वर्ष से लेकर 85 वर्ष तक के साधकों ने इस गुरुबाणी का लाभ उठाया और गुरु माता के साथ झूमने लगे।
चौकी ढाणी में हुए कार्यक्रम, जिस का नाम 'अलौकिक विहार विद गुरु परिवार' रखा गया, में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु मोनिका सिंघल ने अपने विचारों से साधकों के जीवन में ज्ञान की ज्योति जगाई। उन्होंने साधकों को जीवन जीने की कला के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि मेडिटेशन से कैसे इस शव जैसे शरीर को शिव बना सकते है। इसके अलावा उन्होंने जिंदगी से डर दूर करने, कर्म मुक्ति का तरीका, तन मन धन के सभी रोग दूर करने का तरीका भी बताया।
उन्होंने कहा कि स्माइल्स का मुख्य मंत्रा जीवन के हर पल को उत्सव बना कर जीना है। उन्होंने जीवन में साधना और मनोरंजन में पिरो कर 'जीवन के हर पल को उत्सव बना कर जीने का ढंग सिखाया।
आध्यात्मिक गुरु मोनिका सिंघल ने बताया कि कल शनिवार को टैगोर थियेटर चंडीगढ़ में सुबह 10 बजे से 2 बजे तक जीवन परिवर्तनकारी सत्र का अयोजन किया जाएगा, जिसकी एंट्री मुफ्त होगी।
उल्लेखनीय है कि हरिओम स्माइल्स ने एक आदर्श वाक्य 'ना कोई तन से ना मन से अपंग हो' के तहत भारत के लगभग 18 राज्यों में हजारों लोगों को पूरी तरह से मुफ्त में कृत्रिम अंग प्रदान करने की महान सेवा की है। स्माइल्स ने जो विकलांगता मुक्त भारत का बीड़ा उठाया था, उसके तहत अलग अलग शहरों में 18 दिन में 22 शिविर लग चुके हैं।