चंडीगढ़, फेस2न्यूज:
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने बाल दिवस पर गुरुग्राम के श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण केन्द्र द्वारा निशक्तजनों के लिए तैयार की गई 5वीं कक्षा तक की इंडियन साइन लैंग्वेज की पाठ्यपुस्तिकों का विमोचन किया। ऐसी पाठ्यपुस्तकें देश में पहली बार तैयार की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंडियन साइन लैंग्वेज को केवल बधिरों की ही भाषा ना मानें क्योंकि इसको सीखने की आवश्यकता बधिरों के परिजनों को तो होती ही है, अन्य लोगों को भी इसकी जानकारी होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 6 वर्ष तक की आयु के तथा पहली से पांचवी तक के मूक व बधिर बच्चों के लिए इस केन्द्र ने जो पाठ्यपुस्तकें तैयार की हैं उससे हरियाणा प्रदेश के ही नहीं देश के श्रवण एवं वाणी निशक्तजनों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस कल्याण केन्द्र में साइन लैंग्वेज के साथ-साथ डिजीटल साइन लैंग्वेज की लैब बनाई गई हैं जहां पर श्रवण एवं वाणी निशक्तजनों के लिए 600 से ज्यादा वीडियो बनाए गए हैं जिनका प्रयोग कोविड के दौरान हुआ। उन्होंने कहा कि ये वीडियो देशभर के बधिरों के लिए उपयोगी होंगे।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इस कल्याण केन्द्र में आकर उन्हें लगा है कि यहां पर बहुत बड़ा चमत्कार हो रहा है। मूक एवं बधिर बच्चों को सामान्य जीवन जीने में मदद करने हेतू साइन लैंग्वेज के द्वारा भाषा को विकसित करने का अभूतपूर्व कार्य किया जा रहा है। इस केन्द्र में इन बच्चों का जीवन सरल बनाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इन बच्चों को सामान्य व्यक्तियों की तरह पारंगत करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर आदि की जो भी जरूरत होगी उसमें सरकार पूरा सहयोग करेगी।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में कॉरपोरेट जगत की बड़ी कंपनियां संचालित हो रही हैं। ये कंपनियां भी इन बच्चों के लिए सुविधाएं जुटाने को आगे आ रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार को ही कॉरपोरेट जगत के प्रतिनिधियों के साथ उनकी बैठक हुई थी जिसमें उन्होंने आह्वान किया था कि सीएसआर की धनराशि को आवश्यकता वाली जगहों पर ही लगाएं । उन्होंने कहा कि संस्थाएं और कंपनियां सामाजिक तथा आर्थिक तौर पर ऐसे कल्याण केन्द्रों की मदद कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे निशक्तजनों की सहायता करने के लिए हम सभी सामुहिक जिम्मेदारी लेते हुए समावेशी और संवदेनशील बनें।
इससे पूर्व, प्रदेश की श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण समिति की चेयरपर्सन डा. शरणजीत कौर तथा कल्याण केन्द्र की निदेशक डा. सीमा ने भी अपने विचार रखे।